09/04/2024
इस बच्ची का नाम "मारवा" है उम्र 10 साल है यह बच्ची मिस्र के असवान शहर में सड़कों पर टिश्यू पेपर बेचती है।
एक दिन वो रोज़ की तरह अपने काम पर थी दौड़ दौड़ कर अपने टिशु पेपर बेचने के लिए मेहनत कर रही थी एक जगह उसने देखा की वहां बच्चों के लिए मैराथन दौड़ का आयोजन हो रहा है वो दौड़ कर वहां पहुंची और किसी से पूछा क्या वो भी इस रेस में हिस्सा ले सकती है ?
हालांकी की उसके पास इंट्री फीस के पैसे भी नहीं थे जो की 200 पाउंड थी और ना ही उसके पास ड्रेस थी और ना ही रेसिंग शूज़ थे लेकिन वो भाग लेना चाहती थी आयोजक इसकी मासूमियत देखकर उसे मना नहीं कर पाए उसने रेस में भाग लिया और बिना जूतो के ही दौड़ी ठीक वैसे ही जैसे रोज़ सड़कों पर लोगो के पीछे टिशू बेचने के लिए दौड़ती है।
उसे लगता था वो आसमान की की तरफ दौड़ रही है वो फिनिश लाइन को गले लगाना चाहती थी
आयोजको और दर्शकों की हैरत का ठिकाना नहीं था वो लड़की जो नं'गे पैर दौड़ रही थी वो सबको पीछे छोड़ चुकी थी और अब गोल्ड मैडल उसका था।
उसने अपनी कमियों को और हालतो को अपने ऊपर हावी नही होने दिया उसने विश्वास बनाए रखा और अपने लक्ष्य को पूरा किया।