06/01/2025
सार्वजनिक रास्ते से शव जाने से रोका, पुलिस-प्रशासन भी बना रहा मुकदर्शक
प्रागपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम दादाकाबास ग्राम पंचायत चौबाला में 06 जनवरी को भगवान सहाय धनकड़ का सोमवार आकस्मिक निधन हो गया। मृतक के पुत्र दाताराम, जगन, सुरेश, विक्रम धनकड़ आदि ग्रामीणों के साथ सार्वजनिक रास्ते से अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर जा रहे थे। जिस रास्ते से शव ले जाया जा रहा था वह रास्ता खेतों के बिच से जा रहा है। किसान अपनी खेती को बचाने के लिए उक्त रास्ते के गेट लगा रखे है। आरोप है की लोगों को अंतिम संस्कार में जाते वक्त शमशान भूमि के उक्त रास्ते को बंद कर दिया गया। मुखराम धनकड़ ने बताया की सोमवार तड़के मेरे ताऊजी का निधन हो गया। उन्होंने बताया कि हमारे गांव का दादाकाबास ग्राम पंचायत चौबाला में ढ़ाणी पिलीपाल गोपालदास मंदिर स्थित वर्षों पुरानी शमशान भूमि है और यहाँ जाने के लिए गांव का यह एकमात्र रास्ता है। शमशान के रास्ते में पंचायत समिति द्वारा सीसी सड़क भी बनी हुई हैं। मुखराम धनकड़ का कहना है कि जब हम शव का अंतिम संस्कार करने जा रहे थे तभी रेडियंट गलोबल स्कूल समिप पहुंचे तो सोणाराम पलसानिया, गिरधारी, हनुमान, कैलाश, महेंद्र, जलेसिंह, रामेश्वर, शीशराम, गुगाराम समेत ढाणी पिलीपाल वासियों ने गोपालदास मंदिर स्थित रास्ते पर लगे गेट पर ताला जड़ दिया और समझाइस करने के बाद भी ताला नहीं खोला गया। वहीं ग्रामीणों ने प्रागपुरा पुलिस को उक्त घटनाक्रम सम्बन्धित सूचना दी तो प्रागपुरा पुलिस भी मौके पर पहुंची और समझाइस का प्रयास किया लेकिन पुलिस प्रशासन भी उक्त रास्ते से तालाबंदी खुलवा पाने में असफल रही एवं पुलिस भी मौके पर ग्रामीणों का मुंह ताकती नजर आई। लोगों का कहना है कि जिला कलेक्टर व विराटनगर डिप्टी को फोन करना चाहा तो उन्होंने ने भी कॉल रिसिव नहीं किया। घटनाक्रम का विडीयों सोशल मिडिया पर वायरल हैं। वहीं मृतक परिवार के सदस्य व ग्रामीण शव का रास्ता रोकने से बिच सड़क पर शव को रखकर प्रदर्शन करने लगे। समाचार लिखे जाने तक लोग शव को लेकर प्रदर्शन करते नजर आये। इस दौरान एडवोकेट हरुसिंह, सुल्तान टोकस, हेमन्त धनखड़, प्रहलाद धनखड़, शिवराम धनखड़, साधुराम, जयराम, हनुमान, सुंडाराम, रुडाराम, गाडाराम, शिवपाल, जयसिंह धनखड़, धोलाराम, हवासिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शव को लेकर प्रदर्शन करते रहे।