
22/06/2025
मंगल पर छिपा ज्वालामुखियाँ और पानी का राज़: Perseverance रोवर की हैरान करने वाली खोज
जब हम मंगल ग्रह की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में एक ठंडा,वीरान और धूल से भरा लाल ग्रह आता है। लेकिन नासा के Perseverance रोवर ने हाल ही में जो चौंकाने वाले नमूने जुटाए हैं वे इस छवि को पूरी तरह बदल सकते हैं। नवीनतम शोध बताते हैं कि मंगल पर उम्मीद से कहीं अधिक प्राचीन और सक्रिय ज्वालामुखी गतिविधि थी और यह ग्रह कभी लंबे समय तक पानी से भरा हुआ हो सकता है।
Perseverance रोवर का उद्देश्य
Perseverance नासा का सबसे एडवांस्ड मार्स रोवर है जिसे फरवरी 2021 में Jezero Crater में उतारा गया था। यह इलाका कभी झील हुआ करता था,जहां जीवन के संकेतों की खोज की जा रही है।
रोवर का मिशन है:
* प्राचीन चट्टानों की जांच करना
* मिट्टी और खनिजों के नमूने इकट्ठा करना
* पानी और जीवन के संकेत खोजना और भविष्य में उन्हें धरती पर लाने के लिए सुरक्षित करना
मंगल पर ज्वालामुखी: एक नई खोज
Perseverance द्वारा एकत्र किए गए चट्टानों के नमूने दिखाते हैं कि Jezero Crater में:
* लावा फ्लो हुआ था यानी यह क्षेत्र कभी ज्वालामुखीय गतिविधि से प्रभावित रहा।
* चट्टानों में क्रिस्टल संरचनाएं मिलीं,जो यह साबित करती हैं कि वे मैग्मा से बनी हैं।
* इनकी उम्र करीब 4 अरब साल आंकी गई है जो मंगल के भूगर्भीय इतिहास को बहुत प्राचीन साबित करता है।
इस खोज से पहले वैज्ञानिक मानते थे कि Jezero Crater सिर्फ एक शांत झील रही होगी,लेकिन अब साबित हो चुका है कि यह क्षेत्र बहुत ही अधिक भूगर्भीय रूप से सक्रिय था।
पानी के साक्ष्य: जीवन की कुंजी
चट्टानों में पाए गए Hydrated Minerals जैसे सिलिका,सल्फेट और कार्बोनेट यह दर्शाते हैं कि मंगल पर:
* लंबे समय तक पानी बहता रहा
* चट्टानों ने पानी के साथ रासायनिक क्रिया की
* यहां स्थायी जल स्रोत मौजूद थे
ये खनिज तभी बनते हैं जब पानी का चट्टानों पर लगातार प्रभाव हो जो यह साबित करता है कि मंगल कभी "वेट एंड वार्म" ग्रह था यानी गीला और गर्म।
क्या मंगल पर जीवन था?
Perseverance की खोजें इस बात को और मजबूत करती हैं कि:
* मंगल पर जीवन के लिए जरूरी परिस्थितियां मौजूद थीं।
* ज्वालामुखीय गर्मी + पानी = हाइड्रोथर्मल वेंट्स जैसे पर्यावरण,जहाँ पृथ्वी पर भी जीवन की शुरुआत मानी जाती है।
* मंगल का वातावरण कभी माइक्रोबियल जीवन को सहारा दे सकता था।
अगला कदम: सैंपल वापसी मिशन
NASA और ESA मिलकर एक महत्वाकांक्षी मिशन पर काम कर रहे हैं,जिसका नाम है: Mars Sample Return।
इसमें Perseverance द्वारा जुटाए गए नमूनों को 2030 तक पृथ्वी पर लाने की योजना है। इन नमूनों का विश्लेषण हमें यह समझने में मदद करेगा कि क्या मंगल पर कभी जीवन था।
मंगल का अतीत,भविष्य के लिए रास्ता
Perseverance रोवर ने यह साबित कर दिया है कि मंगल कभी गर्म और जीवंत ग्रह था,वहाँ ज्वालामुखी फूटते थे,नदियाँ और झीलें बहती थीं और शायद वहाँ सूक्ष्मजीव जीवन भी रहा हो। मंगल के इन नए रहस्यों को जानकर हम न केवल इस लाल ग्रह को बेहतर समझ रहे हैं बल्कि यह भी समझ रहे हैं कि पृथ्वी की तरह जीवन ब्रह्मांड में और कहाँ-कहाँ हो सकता है।