29/11/2022
47 के विस्थापितों के आत्मसम्मान से नैतिक न्याय करें सरकारें
कागजी मंडली के चलते संसाधनों का हो रहा दुरुपयोग
हरियाणा को राजनीतिक परिवर्तन की आवश्यकता
हरियाणा को जमीनी राजनेता की दरकार
पंचकूला,/
पंचकूला के होटल गोल्फ व्यू में हिसार के ब्रांडेड थॉट्स संस्था द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में ब्रांडेड थॉट्स ने 1947 के विभाजन विभीषिका योद्धाओं के मुद्दे को उठाते हुए सरकार के सामने मांग रखी कि वे विभाजन पीड़ितों को उनका आत्मसम्मान और उनका अधिकार लौटाने के नैतिक दायित्व को पूर्ण करें।
प्रेस वार्ता शुरू करते हुए सदस्य अंकित धनखड़ ने बताया कि ब्रैंडिड थॉट्स के अध्यक्ष अशोक बिश्नोई के नेतृत्व में प्रशासनिक तौर पर सरकार में व्याप्त समस्याओं पर रिसर्च कर आम जनता के हित के मुद्दों को समाधान सहित उठाती रहती है और सार्वजनिक रूप से मुद्दों के निदान को प्रोत्साहित करती है।
संस्था सदस्य बलबीर सिंह राघव ने कहा कि कॉस्मेटिक पॉलिटिक्स करने वाली सरकार जमीनी हकीकत से दूर रहकर योजनाओं को सिर्फ कागजों में दिखावे के लिए ही पूरा करती है और जनता की मेहनत की कमाई को अपनी राजनीति भुनाने और लोकतंत्र का बेजा फायदा उठाने के लिए करती हैं। आजादी के 70 साल बाद भी भारत ने प्रशासनिक व्यवस्थाओं में कोई खास परिवर्तन नहीं देखा है जिसका खामियाजा उचित संसाधन होते हुए भी आम जनता को झेलना पड़ता है।
इस दौरान बलवीर सिंह ने कहा कि देश प्रदेश की भाजपा सरकार नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल के नेतृत्व में अच्छा कार्य कर रही हैं लेकिन हरियाणा आज भी व्यवस्था दोष के चलते योजनाओं का उचित लाभ उठाने से वंचित है और उपयुक्त संसाधन होते हुए भी जनता को तमाम कमियों का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि ब्रांडिड थॉट्स समय समय पर सरकार से विभिन्न सुधारों का निदान सहित आग्रह करते रहे हैं लेकिन सरकार ने खुद को कागजी मंडली से घेर कर कागजी वाहवाही में ही संतुष्टि कर लेती है।
अशोक बिश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों की सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगभग 50000 किसानों को सोलर पंप देने की बात कही थी। जिसमें लगभग आधे किसानों को सोलर पंप सब्सिडी पर सरकार की तरफ से मुहैया करा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि व्यवस्था दोष के चलते आम जनता की गाढ़ी कमाई से दी गई सब्सिडी को व्यर्थ किया जा रहा है जबकि प्रदेश में होने वाली बिजली की कमी को इस प्रकार के पंपसेट से काफी हद तक दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार को चाहिए जब किसान सिंचाई ना कर रहा हो तो उस फ्री कॉस्ट बिजली को आम जनता के लिए उपयोग में लाया जा सकता है जिससे मौजूदा संसाधनों के जरिए ही बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आज व्यवस्था दोष के चलते हम 2.5 लाख किलोवाट बिजली हर दिन व्यर्थ कर रहे हैं।
वहीं संस्था के युवा सदस्य गौरव सिंह गिरधर ने 1947 विस्थापितों के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि न केवल हरियाणा बल्कि पंजाब राजस्थान दिल्ली हिमाचल आदि सरकारों को भी इस मुद्दे को संजीदगी से लेना चाहिए और विस्थापन से प्रभावित हुए समुदाय को उनका आत्मसम्मान उनकी पहचान और उनका गौरव किसी ना किसी रूप में पुनः स्थापित करने का अधिकार देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारों को चाहिए कि वे सरकार द्वारा स्थापित सेक्टरों में विभाजन विभीषिका योद्धाओं को भूखंड देकर अपने नैतिक दायित्व को पूर्ण करें। गौरव ने बताया कि इसके बाद आने वाली हर पुश्त को विभाजन विभीषिका याद रहेगी और वे अपनी भूमि को प्राप्त करने की ज्वाला को अपने अंदर जलाए रखेंगे।
प्रेस वार्ता में पत्रकारों का धन्यवाद करते हुए अंकित धनखड़ ने कहा कि ब्रांडेड थॉट्स हमेशा ही सामाजिक सरोकार के मुद्दों को उठाता रहा है और आज उठाए गए मुद्दों के लिए मैं तमाम सरकारों से आग्रह करता हूं कि वह जनकल्याण, जन हितेषी मुद्दों को कॉस्मेटिक मुद्दों की तरह प्रयोग ना कर जमीनी स्तर पर रूपरेखा बनाकर क्रियान्वित करें जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को विश्व गुरु बनाने के स्वप्न को जल्द से जल्द साकार किया जा सके।
प्रेस वार्ता में पत्रकारों का धन्यवाद करते हुए अंकित धनखड़ ने कहा कि ब्रांडेड थॉट्स हमेशा ही सामाजिक सरोकार के मुद्दों को उठाता रहा है और आज उठाए गए मुद्दों के लिए मैं तमाम सरकारों से आग्रह करता हूं कि वह जनकल्याण, जन हितेषी मुद्दों को कॉस्मेटिक मुद्दों की तरह प्रयोग ना कर जमीनी स्तर पर रूपरेखा बनाकर क्रियान्वित करें जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को विश्व गुरु बनाने के स्वप्न को जल्द से जल्द साकार किया जा सके।
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