14/04/2023
गीता और गंगा राष्ट्र का गौरव : स्वामी ज्ञानानन्द महाराज
- सेक्टर 14 में नवनिर्मित पंजाबी भवन जनता को समर्पित -
हिसार, 14 अप्रैल : गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानन्द महाराज ने कहा है कि जाति तौर पर संगठित होना व स्वाभिमान होना अच्छी बात है, लेकिन जब बात देश और राष्ट्र की आये तो एकता में अनेकता का परिचय देना चाहिये। समाज में भाईचारे से बढक़र और कोई चीज नहीं है। ये शब्द आज सायं उन्होंने सेक्टर 14 में नवनिर्मित पंजाबी भवन का उद्घाटन करने के बाद इसी भवन में आयोजित सत्संग सभा में उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहे। स्वामी ज्ञानानन्द महाराज ने पंजाबी वैलफेयर सोसायटी के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि नया पंजाबी भवन पूरे हिसार वासियों सहित छत्तीस बिरादरी के काम आएगा। इसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। पंजाबी भवन में पहुंचने पर सोसायटी के प्रधान यश नागपाल, महासचिव राकेश चोपड़ा, सचिव अशोक असीजा व कोषाध्यक्ष अशोक ग्रोवर ने स्वामी ज्ञानानन्द महाराज का स्वागत कर उनसे आशीर्वाद लिया। सोसायटी के सचिव अशोक असीजा ने बताया कि उद्घाटन समारोह में प्रदेश के निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, राज्यसभा सांसद डॉ. डी.पी.वत्स, विधायक विनोद भ्याणा व कृष्ण लाल मिड्ड ने अति विशिष्ट अतिथि के रुप में भाग लिया। अध्यक्षता नगर निगम के मेयर गौतम सरदाना ने की। निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दूत के तौर पर आये हैं और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं के कोष से 21 लाख रुपये देने की घोषणा की है। वहीं सांसद डी.पी.वत्स ने सांसद कोष से 11 लाख रुपये देने की घोषणा की। मेयर गौतम सरदाना व महासचिव राकेश चोपड़ा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। मंच संचालन जवाहर गांधी व अशोक मदान ने किया।
सत्संग सभा में प्रवचन देते हुए स्वामी ज्ञानानन्द महाराज ने कहा कि गीता का उपदेश अत्यन्त पुरातन योग है। यह ईश्वरीय वाणी है जिसमें सम्पूर्ण जीवन का सार है एवं आधार है। गीता में धर्म के मार्ग का अनुसरण करते हुए सद् कर्म करने की शिक्षा दी गई है। जीवन की सभी दुविधाओं और समस्याओं का हल गीता में मिलता है। माना जाता है कि गीता के बातों का अनुसरण करने से जीवन बदल जाता है और व्यक्ति को हर काम में सफलता मिलती है। यह धार्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ जीवन का शास्त्र भी है। गीता और गंगा राष्ट्र का गौरव है। गीता का मुख्य उद्देश्य कर्मयोग है, जो जैसा कर्म करता है वैसा ही फल पाता है। गीता मोक्ष प्राप्ति का रास्ता दिखती है। सत्संग की समाप्ति पर भंडारा चलाया गया। इस अवसर पर समाज से वेद अरोड़ा, विरेन्द्र भुटानी, जवाहर लाल गांधी, कुलदीप खेड़ा, राधेश्याम भाटिया, रामलाल बिमल, यज्ञदत्त सेतिया, डॉॅ. योगेश बदानी, बलदेव ग्रोवर, ब्रह्म नागपाल, विजा ग्रोवर, राजकुमार कक्कड़, डॉ. एस.एस. खुराना, विजय ढल, रमेश लीखा, प्रदुमन महाजन, देवेन्द्र उप्पल, देसराज मनचंदा, डॉ. अशोक आहुजा, वेद रावल, प्रवीन पोपली, पार्षद अमित ग्रोवर, सुनील वर्मा, जितेन्द्र मलिक, रामचंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश असीजा, समाजसेवी अशोक मंगालीवाला, पंकज दिवान, पंकज मेहता, गौकुल नारंग, बंसीलाल कटारिया, शम्मी नागपाल सहित अनेक गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
सात हजार गज में बना है पंजाबी भवन
पंजाबी वैलफेयर सोसायटी के प्रधान यश नागपाल, महासचिव राकेश चोपड़ा, सचिव अशोक असीजा व कोषाध्यक्ष अशोक ग्रोवर ने बताया कि शहर के मध्य सात हजार गज में बने नये पंजाबी भवन में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। विवाह व अन्य कार्यक्रमों के लिये लगभग 700 लोगों की एक साथ उपस्थिति के लिये बड़ा हॉल, लगभग 200 लोगों के लिये छोटा हॉल, 14 कमरे, सुंदर लॉन, पार्किंग व आजकल की सभी जरुरतों को ध्यान में रखकर सुविधाएं मुहैया करवाई गई है।