03/08/2022
#आदम दुनिया के प्रथम पुरूष और #इसलाम दुनिया का प्रथम धर्म
सृष्टि के आरम्भ मे जो मनुष्य धरती पर आया वो आदम थे जो प्रथम ईश्वर दूत थे और सच्चे मुस्लिम थे उनकी भी वही शिक्षा थी जो मुहम्मद साहब की थी
कुछ लोगो को ये भ्रम हो गया है कि इसलाम धर्म के संस्थापक मुहम्मद स○ है जबकि ऐसा नही है प्रथम मनुष्य आदम ही इसलाम धर्म को मानने वाले थे जो शुद्ध एकेश्वरवाद पर आधारित था जबकि मुहम्मद स○ इसलाम धर्म के अंतिम नबी है पहले नही
मुहम्मद स○ और कुरआन पूरी मानव-जाति के लिए है
मुहम्मद स○ पूरी मानव-जाति के लिए ईश्वरीय दूत बनाकर परमात्मा ने भेजे थे और कुरआन पूरी मानव-जाति के लिए मार्गदर्शन है कुरआन खालिस मुसलमानो का ग्रंथ नही है ये ईश्वर की वाणी है जो सम्पूर्ण मानवजाति के लिए मार्गदर्शन है
प्रथम पुरूष आदम अलैहिस्सलाम जिन्हे दुनिया अबू बशर के नाम से जानती है
और आदम शब्द अरबी का है
कुरआन मे आदम शब्द 25 बार आया है
जबकि ईसाई और यहूदी धर्म ग्रंथो मे भी आदम का जिक्र है जिसे सभी प्रथम पुरुष मानते है
जितना पुराना इस धरती पर मनुष्य है उतना ही पुराना इसलाम धर्म है
भारत मे रहने वाली अनगिनत धर्म व जाति के लोगो के अस्ल पूर्वज मुस्लिम थे न कि हिन्दू क्योंकि न तो हिन्दू कोई धर्म है न ही किसी धार्मिक कबीले के देवी-देवता का नाम हिन्दू है
रामचन्द्रजी से पहले भी दुनिया आबाद थी उन सबके पूर्वज आदम थे
आदम, इब्राहीमी धार्मिक मान्यता के अनुसार, ईश्वर द्वारा बनाये गए पहले मानव थे। बाइबिल तथा कुरान में आदम की कहानी का उल्लेख कई बार मिलता है। इस्लाम में आदम को नबी माना जाता है, तथा "मानव जाती के जनक" के रूप में उन्हें श्रध्येय रूप से देखा जाता है। तथा उनकी पत्नी हव्वा (ईव) को "मानवता की जननी" के रूप से श्रद्धा भाव से देखा जाता है। इस्लामी मान्यता के अनुसार आदम और हव्वा दोनों इस्लाम का पालन करते थे, जो समय के साथ भ्रष्ट होता गया, जब तक मुहम्मद सल्ल○ ने इस्लाम की धरती पर पुनः स्थापना की। वहीँ इसाई और यहूदी धर्मों में आदम और हव्वा के ईश्वर के आदेश की अवहेलना कर, जन्नत से बहिष्कृत किये जाने की कहानी पर अत्यंत महत्व दिया गया है। यह कहानी कुरान में भी पायी जाती है।
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https://www.patrika.com/america-news/scientist-prove-adam-and-eve-existence-we-are-child-of-same-parents-3761645/