VNF agriculture

VNF agriculture The leader of agri field
(3)

RH-725 mustard || RH-725 सरसों भाग-1॥RH725 variety
08/10/2023

RH-725 mustard || RH-725 सरसों भाग-1॥RH725 variety

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हिसार) द्वारा विकसित सरसों की क़िस्म RH-725Researched by Choudhary charan singh Hariyana agriculture university (h...

08/10/2023

सरसों की फसल के लिए DAP बेहतर या SSP💥💥

13/09/2023

क्या सरसों हाइब्रिड होती है? आइए जानते हैं 💥💥
RH- 1424 RH-1706 सरसों क़िस्म की जानकारी

03/09/2023

ज़हर से ख़राब होती खेती को बचाने की इस से अच्छी जानकारी कोई नहीं दे सकता 💥💥

31/08/2023

बीटी कॉटन की ये तकनीक किसान का पैसा भी बचाती है और उत्पादन डेढ़ गुना 💥💥

सभी देशवासियों को बधाई 🙏
23/08/2023

सभी देशवासियों को बधाई 🙏

23/08/2023

proud be an indian 🫡

mission moon successful 👍

proud to ISRO

20/08/2023

बीटी कॉटन में पोषक तत्वों का सही क्रम समझें 🔥🔥जहर से ज़्यादा पोषक तत्व ज़रूरी

14/08/2023

बीटी कॉटन में गुलाबी सुण्डी प्रबंधन एवं रोकथाम की सबसे अच्छी एवं सही जानकारी

22/07/2023

खेती करने का सम्पूर्ण ज्ञान मात्र 10 मिनट में 🔥🔥

15/07/2023

बीटी कॉटन में मुख्य रोग एवं रोकथाम ॥NPK , जिंक , पोटाश देने का सही समय ? आईये जानते हैं कृषि अधिकारी कृष्ण जी सहारण से

12/07/2023

मूँग की खेती आख़िर फेल क्यों ? मूँग की खेती पर कोई बात क्यों नहीं करना चाहते?

06/07/2023
06/07/2023

मेड़ विधि से ग्वार की खेती

04/07/2023

बीटी कॉटन की फसल में फंगस .! आखिर 5 फीट का नरमा क्यों सिकुड़ गया ?

27/06/2023

नरमें की फसल में गुलाबी सुण्डी की रोकथाम के मुख्य- मुख्य एवं ज़रूरी उपाय 🔥🔥

मेड़ विधि से मूंग की खेती की विडियो जल्द आने वाली है।
26/06/2023

मेड़ विधि से मूंग की खेती की विडियो जल्द आने वाली है।

30/05/2023

*उन किसानों के लिए जो डर कर पेछती बुआई नरमे की मजबूरी में कर रहे हैं के ग्वार नही होगा किसान भाइयों यदि हम ग्वार* का बीज अच्छी बायोलॉजी दवा से उपचार कर ले और बीज की मात्रा को कंट्रोल कर ले तो हम घर का बीज से भी हम बहुतअच्छी पैदावार ले सकते है ये बात साबित कर दी बहुत सारे किसानों ने उनमें से *एक किसान कृष्ण जी 9982708658 नोहर जो सहारण वाली ढाणी के नहर के प्रधान है पिछले साल वो ग्वार का बीज लाने गया अच्छा बीज न होने के कारण अच्छे दुकान दार की राय पर घर के बीज के साथ बायोक्यूरर बी 40ml ओर ग्रोक्योर 15 ग्राम1kg बीज मे के साथ लगाने लेट बुआई से बहुत अच्छी पैदावार हुई अब वो खुद किसान बीज बेच रहा है बायोक्यूरर बी भूमि जनित व बीज जतिन बीमारी को कंट्रोल करता है ग्रोकयोर से जड़ो का भोजन बनाने के एरिया बढ़ता है* और जिंक फास्फोरस पोटाश कैल्शियम आयरन मैग्निशयम आदि की पूर्ति लगातार पौधे को उपलब्ध करवाता है पानी बचाएं फ़सल की आखरी अवस्था तक मदद करता है साथ खाद व पानी की पूर्ति करता है दोनो दवाइयों से पौधे में फैलाव आने से बीज की मात्रा से बचा जा सकता है सही बीज की मात्रा से पोधो में धूप हवा का संचार होता है जिस से बीमारी कम और क्लोरफिल ज्यादा बनाता है अब किसान माइक्रोफूड 5kg गोबर की 50 kg खाद के साथ मिलाकर छीटा देवे तो पैदावार और ज्यादा होगी
नोट शुरू में ग्वार के छोटे पोध में पीला पन दिखाई दे तो पौधो को निकाल देना चाहिए और बायोक्यूरर बी 5g माइक्रोफुड फोलियार5g per ली पानी के साथ मिलाकर सप्रे कर देना चाहिए 9414211996 9344914772 🙏🏽

29/03/2023

नमस्कार किसान भाइयों आशा करता हूं के आप सब अच्छे होंगे, अभी कुछ इलाकों में सरसों की कटाई का कार्य जोर-शोर से चल रहा है कुछ जगह पर कटाई हो भी चुकी है, इस बार किसान को भाव और मौसम की बहुत ज्यादा मार पड़ रही है काफी जगह पर सरसों में बहुत नुकसान हुआ है और पैदावार काफी कम भी आ रही है परंतु किसान भाइयों किसान हमेशा इस दर्द के लिए तैयार रहता है और इस बार भी कुछ नया नहीं है सरकार से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है, आप लोग हिम्मत ना हारे और लगातार अपना काम करते रहे। काफी किसान भाई नई फसल की तयारी शुरू कर रहे है, इस बार कपास की खेती का रुझान थोड़ा कम है पर मौसम की भविष्य को देखते हुए कपास की खेती फायदेमंद हो सकती है क्योंकि यह साल एलनीनो का हो सकता है जिसमें बारिश कम होती है किसान भाइयों इस बार आप देसी कपास बीटी कॉटन का अच्छा विकल्प है और आप इसकी बिजाई कर सकते हैं ।

आज का विषय है– देशी कपास बीटी कॉटन का विकल्प
- किसान भाइयों हमारे पास देसी कपास व बीटी नरमा दो विकल्प है,जिसमें देसी कपास के प्रति रुझान थोड़ा कम है,पहले सबसे ज्यादा खेती देशी की ही होती थी,पर चुगाई ओर देशी कपास में टिंडे गिरने से किसान इसकी बिजाई काम करते है,पर पिछले सीजन बीटी में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के सामने ये एक अच्छा विकल्प बन रही है ,आज इन दोनों की तुलना की जाए तो दोनों के अलग अलग फायदे व नुकसान है जहां तक देसी कपास की बात है उसमें उत्पादन लगभग बीटी से ज्यादा हो जाता है और वैसे इसका भाव हर साल लगभग बीटी से ऊपर रहता है इस बार भी इसके भाव बीटी कॉटन से 1500 से 2000 रुपए क्विंटल उपर चल रहे है,अभी इसके भाव 8500 से 9200 तक चल रहे हैं।
–देशी कपास के फायदे बहुत है इसका एक बहुत बड़ा फायदा ये है की ये कम पानी में भी आराम से उगती है,इसको बरानी क्षेत्रों में अच्छे उगाया जाता है ओर इस पर सफेद मक्खी का प्रभाव भी ज्यादा नहीं आता,जिससे खर्च भी थोड़ा कम हो जाता है परंतु उसकी चुगाई थोड़ी मुश्किल है,पर इस पर अमेरिकन सुंडी और गुलाबी सुंडी का प्रकोप होता है तो इस पर सुंडी की स्प्रे करनी पड़ती है,जो आराम से कंट्रोल हो जाती है।
यह आपको निर्णय करना है कि आप किसकी बुवाई करना चाहते हैं, देशी की बुवाई का उपयुक्त समय है, ये तापमान के प्रति काफी संवदेनशील है,तापमान 15 से कम या 40 से ज्यादा हो तो इसके उगने में दिक्कत आती है, एक बात और जहां जलभराव की समस्या रहती है,या मिट्टी क्षारीय वहां पर देसी कपास की बिजाई बिल्कुल भी ना करें,क्योंकि ये दोनो अवस्था में नही होगी।
किसान भाइयों देसी कपास की बिजाई अप्रैल माह के अंत तक अवश्य कर लेनी चाहिए, क्योंकि जब देसी कपास अंकुरित होती है तो उस वक्त अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम होना जरूरी होता है।
यह समय देशी कि बुवाई कि लिए उपयुक्त है जिसकी मुख्य वरिटी हैं -कम गिरने वाली वैरायटी जो आप चुन सकते है वो हैं–
–HD–432 ये CCSHAU हिसार की काफी बढ़िया वैरायटी है ये हाइब्रिड नही है,हरियाणा के कम पानी के एरिया के लिए अनुसंशित है,ये गिरती कम है और इसमें उखेडा रोग भी कम आता है,इसमें सुंडी कम आती है और रूई की मात्रा काफी अच्छी रहती है,इसका उत्पादन भी 20 से 25 मन तक हो जाता है।
–CICR–2 ये भी बहुत अच्छा हाइब्रिड बीज है इस वैरायटी को सीआईसीआर(central institute of cotton research) की ओर से विकसित किया गया है और सेंट्रल वैरायटल रिलीज कमेटी की ओर से उत्तरी भारत की कपास बेल्ट में उत्पादन के लिए अनुमोदित किया गया है इस वैरायटी का पौधा मजबूत होता है जिसकी बढ़ोत्तरी 5 फीट तक होती है और जमीन पर नहीं गिरता है। पैदावार क्षमता भी 14 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से आती है।
–AAH–1 ये CCSHAU हिसार की एक हाइब्रिड वैरायटी है,ये थोड़ी लम्बी अवधि की फसल है,इसकी उत्पादन क्षमता काफी अच्छी है ये 40 मन प्रति एकड़ तक हो सकती है,इसमें भी रूई की मात्रा काफी अच्छी आती है। इसमें हर तेला और clcv नही आता है ये उनका प्रतिरोधी है।
–KR–64 (शक्तिवर्धक सीड्स) –ये एक हाइब्रिड बीज है जो उत्तर भारत में काफी प्रचलित है,इसका उत्पादन काफी अच्छा रहा है,यह सरसो कपास के फसल चक्र में बहुत अच्छी है,ये एक छोटी अवधि की फसल है (155 से 160 दिन)जिसे आप अगेती या समय पर या पछेती भी लगा सकते हैं,इसका पौधा काफी फैलाव करता है और ये रोगों के प्रति सहनशील है।
–KR–111 (शक्तिवर्धक सीड्स) ये भी एक हाइब्रिड बीज है, जो KR 64 से भी ज्यादा उपज देता है,इसे आप सरसो कपास के चक्र में लगा सकते हैं,इसमें कपास बहुत कम गिरती है और चुगाई एक साथ की जा सकती है,इसमें रूई की मात्रा भी ज्यादा रहती है,ओर इसका पौधा काफी मजबूत होता है जो खराब मौसम में भी सही रहता है।
–KR 121(शक्तिवर्धक सीड्स) ये भी एक हाइब्रिड बीज है, ओर ये KR सीरीज का सबसे अच्छा बीज है इसकी बिजाई अगेती,समय पर या पचेती भी की जा सकती है,गेहूं कपास के चक्र में ये बहुत बढ़िया है,इसमें उखेड़ा रोग भी नही आता ओर इसकी उत्पादन क्षमता सबसे ज्यादा है,इसमें शाखाएं छोटी रहती है,पर इनकी संख्या ज्यादा रहती है।
RG–8 ये बहुत पुरानी देशी कपास की वैरायटी है,जो कम पानी में या बरानी इलाको के लिए बहुत उपयुक्त है,राजस्थान में इसका प्रचलन काफी ज्यादा है,इसकी उत्पादन क्षमता अच्छी है पर इसमें थोड़ी झड़ने की समस्या आती है,अगर आप समय से चुगाई कर सकते है तो आप इस वैरायटी को लगा सकते है,खराब मोजम में थोड़ी गिरने की समस्या आ जाती है।
इसके अलावा आप अपने एरिया में किसान साथियों से चर्चा करके भी बीज का चुनाव करें।
किसान भाइयों इस बार किसान भाई एक वैरायटी के पीछे लगे हुए है,पर अन्य विकल्प भी मौजूद है और आप अपनी मेहनत से उनसे अच्छी उपज ले सकते हैं।
कुछ विशेष बातें :
–खाद प्रबंधन बुआई के समय 2.5 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा,bio cur f 30 किलोग्राम डीएपी, 24 किलोग्राम यूरिया, symbion vam 5kg acre
–1 एकड़ में एक या 1.5 पैकेट ही लगाया जाता है देशी कपास उगने के समय भूमि से धीरे-धीरे बाहर आती है,बिजाई ज्यादा गहरी एम करे,अगर उस समय तापमान बढ़ जाने के कारण गर्म मिट्टी, गर्म हवा या लू के स्पर्श से पौधे जलने लगते है। इसलिये उस समय बीज की मात्रा अवश्य बढ़ानी चाहिए।
–देशी कपास में सिंचाई 40 से 50 दिन के बाद ही करें क्योंकि देसी कपास की जड़ें काफी गहरी जाती हैं और एक बार पानी आने के बाद जड़े गहराई में नहीं जा पाती हैं तो जब तक फसल आने की जरूरत महसूस ना करें तब तक पानी ना लगाएं.
–यदि खेत में पौधे विरले रह जाते हैं या पौधों की संख्या कम हो, उस स्थिति में कपास के पौधों को 20-30 से.मी. तक के होने पर ऊपर से कॉपल तोड़ दें जिससे पौधों में अधिक शाखाएं निकलेंगी।
–जब कपास के पौधे 105-120 सें.मी. के आस पास हो उस अवस्था में कोपलों को ऊपर से तोड़ने पर अधिक फलधारक शाखाएं आती है। कई बार सघनी बिजाई अधिक सिंचाई, वर्षा के कारण पौधों की वनस्पतिक बढ़वार अधिक हो जाती है जिस कारण फूल नहीं बनते, उस समय सिंचाई रोक कर कोपलों को ऊपर से तोड़ दें।
– देशी कपास में रस चूसक कीड़ों का प्रकोप प्रायः कम होता है। अक्सर किसान पहला दूसरा स्प्रे रस चूसक कीड़ों के बचाव के लिए करते हैं। देशी कपास के पत्तों पर रोए होते हैं इसलिए रस चूसक कीट पत्ती पर बैठ नहीं पाते। जबकि कली व फूल बनने से पहले की अवस्था बौकी (स्केयर) में सुण्डिया प्रभावी रहती हैं जो बौकी (स्केयर) को खाती रहती हैं जिनकी ओर किसान का ध्यान ही नहीं जाता। उस समय देशी कपास में पौधों पर फूल दिखाई नहीं देते। ये सुण्डियां फूल और फलों को खाती रहती है तथा बाद में कृषक का ध्यान इस ओर जाता है। अतः फसल बचाने हेतु पहला स्प्रे 1 जुलाई को Nimbecidine 500ml +160 एम. एल. डेंसीस (डेल्टामथरीन 2.8 ई.सी.) का अवश्य करें। उस समय किसान यह न देखे की उसमें कोई कीड़ा है या नहीं। अक्सर किसान यह भी सोचते है कि बरसात आयेगी तो ही स्प्रे करूंगा। अतः किसान भाई बरसात आने या पानी लगाने का इंतज़ार न करें। इसके बाद सम्मिट (180 मि.ली.) या डेलिगेट (180 मि.ली.) या ट्रेसर (75 मि.ली.) या टाकुमि (100-120 ग्राम) या प्लेथोरा (250 मि.ली.) प्रति एकड़ का स्प्रे 10 दिन के अन्तराल पर अदल बदल कर दोहराते रहें। पुष्पावस्था me 100ml प्लानोफिक्स का प्रति एकड़ छिड़काव अवश्य दोहराएं। जब फल या टिण्डे बनने आरम्भ हो जाये उस समय micro food aur Nutr fast ke spray, को कम से कम दो बार दोहराएं जिससे फलों को अधिक खुराक मिल सके।
–देशी कपास को उखेड़े जैविक उपचार 2 कि. ग्रा. बायोक्यूर f (ट्राईकोडरमा विरडी) को 100 कि.ग्रा. सड़ी गोबर की खाद में सप्ताह भर फफूंदी पनपाकर शाम के समय जमीन में मिलाकर पानी देने से उखेड़ा को नियन्त्रित किया जा सकता है। जैविक उपचार के साथ रासायनिक उपचार न करें।
एक और विशेष बात का ध्यान रखें की इस बार कुछ इलाकों में नहर बंदी हैं और बांधों में जलस्तर की मात्रा भी कम है तो देसी कपास कम पानी वाले क्षेत्रों में वह नहर बंदी वाले एरिया में एक अच्छा विकल्प साबित हो सकती है क्योंकि इसमें पानी की आवश्यकता बहुत कम पड़ती है।आप इस बार कुछ क्षेत्र में देसी कपास को एक बार जरूर आजमा कर देखें हालांकि इसमें थोड़ी सी चुगाई करने में दिक्कत आती है परंतु इसका भाव,लागत व इसकी पैदावार बहुत अच्छे हैं जिनसे इस समस्या को नजरअंदाज किया जा सकता है।
तो आज जो भी किसान भाई देसी की बुवाई करते है वो अपने अनुभव भी सांझे करें,की वो कोनसी वारियटी लगते है उनके एरिया में सबसे अच्छी वराइटी कोन सी है जिससे बीटी कपास से उनकी तुलना की जा सके व आप लोगो के जो भी प्रश्न है उनका उत्तर देने की कोशिश भी करेंगे।
आने वाले 10 दिन में बीटी नरमा पर भी चर्चा पूरी शुरू करी जाएगी और आपको सभी वैरायटी एवं दवाइयों बीमारियों से बचाव के ऊपर जानकारी जरूर दी जाएगी आपसे अनुरोध है कि आप अपने अन्य साथियों को भी शीघ्र से शीघ्र इस ग्रुप में ज्वाइन करवा दें आप अपनी इन पोस्टों को भी शेयर करें ताकि अन्य किसान भी इन पोस्टों का लाभ ले सकें। Sandeep 9414211996

पोस्ट को शेयर जरूर करें 🙏

26/03/2023

बैड विधि से बीटी कॉटन की बिजाई करते हुए 🔥🔥पूरा विडियो जल्द मिलेगा

25/03/2023

गोबर से उपले बनाने का ग़ज़ब जुगाड़ 🔥🔥बहुत ज़बरदस्त तकनीक ॥

जरूर पहुँचे 🙏
14/03/2023

जरूर पहुँचे 🙏

New Family Member 🥰
10/03/2023

New Family Member 🥰

सभी किसान भाई ज़रूर पहुँचे 🙏
09/03/2023

सभी किसान भाई ज़रूर पहुँचे 🙏

07/03/2023

थ्रैसर से सीधे भूसा भरने का ऐसा जुगाड़ आज तक नहीं देखा 🔥🔥

06/03/2023

पूसा कृषि विज्ञान मेले में आई कमाल की मशीनरी🔥🔥

04/03/2023

पूसा कृषि मेला -2023 में आई कल्टीवेटर पर फिट होने वाली सीडड्रिल 🔥🔥

पूसा (दिल्ली)के कृषि विज्ञान मेला 2023 की बहुत सारी झलकियाँ आपको बहुत जल्द देखने को मिलेगी।
04/03/2023

पूसा (दिल्ली)के कृषि विज्ञान मेला 2023 की बहुत सारी झलकियाँ आपको बहुत जल्द देखने को मिलेगी।

26/02/2023

मल्टीक्रॉप बैड प्लांटर जो 30 तरह की फसल बोने में सक्षम ॥
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त

21/02/2023

सेंचुरी तरबूज़ की खेती मुनाफ़े का सौदा🔥🔥
बुवाई से हार्वेस्टिंग तक पूरी जानकारी

20/02/2023

हिसार मेले में आई बहुत शानदार मशीन 🔥🔥
70% पानी की बचत और 100% बीज का जर्मिनेशन

18/02/2023

तर ककड़ी की हाईटैक खेती कर किसान कमा रहा लाखों 🔥🔥
एक एकड़ में 2 से 3 लाख कमाई

16/02/2023

ताराचंद बेलजी की TCBT तकनीक से षड़रस बनाने का तरीक़ा सीखें। बिना रसायन के बहुत अच्छी खेती

13/02/2023

अणु जल,जीवाणु जल,जैव रसायन क्या है....समझें ताराचंद बेलजी की TCBT तकनीक

07/02/2023

किन्नू के बाग में फल नहीं आ रहे तो अपनाए ताराचंद बेलजी की TCBT तकनीक 🔥🔥 पौधा फल से भर जाएगा

05/02/2023

किसान खेत में बीज बोइए और घर जाके सोइए 🔥🔥यही तो तकनीक बता रहे हैं ताराचंद बेलजी। विडियो पूरा देखिए

04/02/2023

खेत में बीज बोईये और घर जाके सोईये 🔥🔥 यही तो तकनीक बता रहे है ताराचंद बेलजी। .......समझें TCBT तकनीक

रसायन मुक्त खेती और TCBT तकनीक के जनक श्री ताराचंद बेलजी से मुलाक़ात का अवसर मिला। बहुत जल्द TCBT (ताराचंद बेलजी तकनीक) ...
02/02/2023

रसायन मुक्त खेती और TCBT तकनीक के जनक श्री ताराचंद बेलजी से मुलाक़ात का अवसर मिला। बहुत जल्द TCBT (ताराचंद बेलजी तकनीक) आधारित खेती की सम्पूर्ण विडियो आप तक पहुँच जाएगी।

Happy Republic Day
26/01/2023

Happy Republic Day

23/01/2023

खेती का सम्पूर्ण ज्ञान, जो आपको कोई नहीं बतानें वाला 😲😲

Address

3 HDP Road Goluwala
Goluwala

Telephone

+919799494999

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when VNF agriculture posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to VNF agriculture:

Videos

Share

Category


You may also like