25/02/2022
प्रेस विज्ञप्ति-92/2022
25 फरवरी 2022
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*राज्य में खुला पहला जैविक उत्पाद विपणन केंद्र*
*कृषि मंत्री श्री बादल ने किया उद्घाटन*
*राज्य के सभी जिले में जल्द ही खोला जायेगा अटेसटेशन सेंटर*
*आर्गेनिक उत्पादों के सर्टिफिकेशन के लिये राज्य में जल्द ही स्थापित होगा एक लैब*
राज्य में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिये जल्द ही राज्य के सभी जिले में अटेसटेशन सेंटर के साथ-साथ आर्गेनिक उत्पादों को सर्टिफिकेशन देने के लिये जल्द ही एक लैब की भी स्थापना की जायेगी। उक्त बातें कृषि मंत्री श्री बादल ने कृषि भवन में राज्य का पहला जैविक उत्पाद विपणन केन्द्र के उद्घाटन के अवसर पर कहीं। इस अवसर पर उन्होंने ओफाज द्वारा कृषक मित्र को जैविक उत्पाद के परिवहन हेतु उपलब्ध कराई गई गाड़ी की चाबी सौंपी।
*जैविक उत्पाद विपणन केन्द्र जैविक उत्पादों को बेहतर बाजार दिलाने में साबित होगा मील का पत्थर*
कृषि मंत्री श्री बादल ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिये सरकार सभी क्षेत्रों में काम कर रही है। सभी पदाधिकारी इस दिशा में कार्य भी कर रहे है। इसी का परिणाम है कि आज एक नई शुरुआत हो रही है भविष्य में इसके बेहतर परिणाम देखने को मिलेगें। किसानों के जैविक उत्पादों को बेहतर बाजार मिले इस दिषा में जैविक उत्पाद विपणन केन्द्र मील का पत्थर साबित होगा। सरकार का प्रयास होगा कि राज्य के सभी जिले में इस तरह के केन्द्र की स्थापना हो ताकि किसानों के जैविक उत्पादन का उचित मूल्य मिल सके और उनकी आय में बढ़ोतरी हो ।
*जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिये सरकार तत्पर*
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानों के द्वारा उत्पादित उत्पादों का उचित मूल्य मिले। उनके उत्पादों का वैल्यू एडिशन हो ताकि उन्हें अधिक से अधिक मुनाफा मिले। उन्होंने कहा कि जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिये सरकार तत्पर है। हमारा प्रदेश प्राकृतिक तौर पर जैविक कृषि पर ही आधारित है राज्य के कई क्षेत्रों में अभी भी जैविक कृषि की जाती है। इमली, कटहल और भी कई तरह के उत्पाद है जो प्राकृतिक तौर पर जैविक ही है, हमें जरुरत है बस उन उत्पादो को सर्टिफाइड करने की और दिशा में जल्द ही प्रयास कर राज्य में एक लैब की स्थापना की जायेगी।
*58 लाख बिरसा किसानों को मिलेगा यूनिक कार्ड*
कृषि मंत्री श्री बादल ने कहा कि राज्य के 58 लाख बिरसा किसानों को जैविक कृषि से जोड़ा जायेगा। जल्द ही इन किसानों को यूनिक कार्ड भी दिया जायेगा। सरकार का जो भी सहयोग चाहिये उन्हें मिलेगा, चाहे वह कृषि यंत्र से जुड़ा हो, सिचाई से हो या कोई अन्य सहयोग, सरकार आपके साथ हमेशा खड़ी रहेगी। सरकार किसानों के उत्थान के लिये निरंतर कार्य कर रही है आने वाले दिनों में झारखण्ड के किसान समृद्धशाली होगें और साथ मिलकर मजबूत झारखण्ड का निर्माण करेंगे।
*जैविक उत्पाद विपणन केन्द का उद्घाटन एक नई शरुआत*
कृषि सचिव श्री अबु बकर सिद्दकी ने कहा कि राज्य सरकार पूरे राज्य में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना चाहती है। ताकि लोगों को जैविक उत्पाद उपलब्ध हो । लोगों की सेहत सर्वोपरी है। अच्छी सेहत अच्छे समाज की नींव डालती है। पूरे राज्य में लोगों को जैविक उत्पाद उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है और इस दिशा में जैविक उत्पाद विपणन केन्द का उद्घाटन एक नई शरुआत है। भविष्य में इसके अच्छे परिणाम सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि कई ऐसे जैविक उत्पाद है जिन्हें अगर सर्टिफिकेशन मिल जाये तो उन उत्पादों को बाजार में अच्छी कीमत मिलेगी और किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। किसानों के उत्पादों का उचित मूल्य दिलाना सरकार का कर्तव्य है और इस दिशा में यह एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री की सोच को धरातल पर उतारने का निरंतर प्रयास कर रहा है और इस दिशा में ओफ़ाज का यह प्रयास सराहनीय है
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी डॉ एम एस ए महालिंगा शिवा ने बताया कि राज्य में परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत अनगड़ा प्रखंड में ओफाज एवं भारत सरकार के एसएफएसी के सहयोग से जैविक एफपीओ नीम फूल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का गठन किया गया है। राज्य में विषैले रसायन मुक्त विशुद्ध पद्धति से उगाए गए कृषि उत्पादों की बहुत मांग है। राज्य के जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जैविक उत्पाद विपणन केंद्र मील का पत्थर साबित होगा जहां से जैविक विधि द्वारा उपजाई गई प्रमाणीकृत सब्जियां, दलहन, तिलहन और मसालों आदि का विक्रय किया जा सकेगा।
कार्यक्रम में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 ओंकार सिंह, आईसीएमआर के डा0 सिद्धार्थ, नाबार्ड के पदाधिकारीगण, कृषि वैज्ञानिक, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आये किसान सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
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