31/05/2020
इन भोजपुरी जोकरों से अच्छा तो साउथ फिल्म का विलेन निकला सोनू सूद। क्या इन भोजपुरी जोकरों की इतनी भी औकात नहीं कि प्रवासी मजदूरों को कम से कम एक बस करके गंतव्य स्थान तक पहुँचा सके। यही मजदूरों की बदौलत ये लोग स्टार और नेता बने हैं। ये भोजपुरिया स्टार लोग UP और Bihar से ताल्लुकात रखते हैं और इन्हीं राज्यों के मजदूर सबसे अधिक संख्या में बाहर काम करते हैं। मजदूर समाज इनके गाने फिल्म सबसे अधिक देखता है। ये लोग चाहते तो आज मजदूर लोग इतना कष्ट नहीं उठाते।
हँसी तो तब आती है जब मैं कभी इनका स्टेज शो देखता हूं। 1 घंटा के शो में 40 मिनट ये बोलने में लगा देते है कि आज मैं जो कुछ हूं, वह आपकी बदौलत हूँ। लानत है ऐसे कलाकारों पर। क्या इनकी ज़िम्मेदारी भोजपुरी समाज में अश्लीलता का प्रचार करने तक ही सीमित है ?