तुम्हारे नाम का प्रेम

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तुम्हारे नाम का प्रेम आइए हम अपनी शिक्षा और सभ्यता का प्रसार करें ���

16/02/2024

ज़िन्दगी ढेर तकाज़ों का भरम रखती है..!
मैं गुज़ारूं, न गुज़ारूं, ये गुज़र जाएगी...!!

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20/01/2024

मेरे बाबा सब जानते हैं...🙏

19/01/2024

मंजिल सब चाहते हैं मुश्किल कोई नहीं चाहता...

18/01/2024

ये मिडिल क्लास लड़के...❤️

08/01/2024

दहेज अब प्रतिष्ठा का विषय बन चुका है...!!

नहीं मिला तो लड़के के काबिलियत पर प्रश्न उठते हैं..!

और ज्यादा मिल गया तो लड़की के चरित्र पर...!!

31/12/2023

2023 का आखिरी दिन...
धन्यवाद...!!
उन लोगो का जो मुझसे नफरत करते है क्यों की उन्होंने मुझे मजबुत बनाया...!!
धन्यवाद उन लोगो का जो मुझसे प्यार करते है क्यों की उन्होंने मेरा दिल बड़ा कर दीया...!!
धन्यवाद उन लोगो का जो मेरे लिए परेशान हुए...
और मुझे बताया की दरअसल वो मेरा बहुत ख्याल रखते है...!!
धन्यवाद उन लोगो का जिन्होंने मुझे अपना बना के छोड़ दिया और मुझे एहसास दिलाया की दुनिया में हर चीज आखिरी नही होती...!!
धन्यवाद उन लोगो का जिन्होंने मुझे अपना समझा और अपना बनाया रखा...!!
धन्यवाद मेरे भगवान का जिन्होंने मुझे इन सभी हालातो का सामना करने की हिम्मत दी...!!
और आखरी धन्यवाद इस बीते साल का...!!

मिडल क्लास लौंडे बेचारे...पढ़ना कुछ और चाहते हैं , पढ़ाया कुछ और जाता है , बनना कुछ और चाहते हैं..जिम्मेदारियों दबे बन कुछ...
30/12/2023

मिडल क्लास लौंडे बेचारे...

पढ़ना कुछ और चाहते हैं , पढ़ाया कुछ और जाता है , बनना कुछ और चाहते हैं..जिम्मेदारियों दबे बन कुछ और जाते हैं..!

पसन्द किसी और को करते हैं, प्यार किसी और का मिलता है शादी किसी और से हो जाती है..!

चाय बना लेते हैं, कर्ज़ लेने और देने में जरा सी भी देरी नही करते...रिश्तेदारों को शहर घुमाने की जिम्मेदारी यही निभाते हैं..!
5जी फोन लेने में इन्हें साल भर लगता है...गैस भरवाने की जिम्मेदारी , सुबह दूध और शाम की सब्जी लाने जैसा कठिन और दर्दनाक काम भी यही करते हैं..!

खुद की प्रेमिका की शादी में 'नागिन डांस' करने का गौरव केवल इन्हें ही प्राप्त है...आइसक्रीम की टेस्टिंग से इन्हें शादी में हुए खर्चों का अंदाजा लग जाता है..!

लुसेंट इनकी जिंदगी में उस गर्लफ्रेंड की तरह होती है जो साथ तो रहती है लेकिन समझ कभी नही आती..!

रीजनिंग के प्रश्न चुटकी में हल कर देने वाले ये मिडल क्लास लौंडे खुद की जिंदगी की समस्याओं में उलझे रह जाते हैं..!

घर और अपनी 'जान' से किसी लायक बनने का वादा करके निकले ये मिडल क्लास लौंडे जब तक लायक हो के घर लौटते हैं तब तक उनकी जान 'दो चार जानो' की 'जननी' बन चुकी होती है..!

परिवार की बेइज्जती इन्हें कतई पसन्द नही आती,मम्मी से अक्सर रुडली बात करने के बावजूद माँ के गोद मे सर रख कर रोने वाले ये लौंडे बहुत कमजोर भी होते हैं..!

जिम्मेदारियां जल्दी निभाना सीख जाते हैं , रिश्तेदारों के तमाम अड़ंगों के परिवार का विश्वास कैसे बनाये रखना है इन्हें बखूबी आता है..!

चीटिंग कभी कर नही पाते क्योंकि मौका ही नही मिलता..!
इश्क़ करने की औकात ही नही क्योंकि रिजेक्शन झेलने की हिम्मत नही..कोई इनपर 'यु आर चीप' का आरोप नही लगाता क्योंकि ये किसी भी लड़की के साथ सोए नही होते हैं...अजी सोना छोड़िए, ये किसी लड़की के साथ जागे तक नही होते हैं..!

इनकी शादियाँ अक्सर अरेंज्ड ही होती हैं, ऑफकोर्स रिश्तेदारों द्वारा...
इनका इश्क़ अक्सर अधूरा रह जाता है, इनके सपने, इनकी जिंदगी सब अधूरी...!!

पर ये बेहया लौंडे किसी को एहसास तक नही होने देते..
पहले पापा-मां के सपने फिर सोसायटी मेंटेन करना और उसके बाद अरेंज्ड मैरिज वाली बीबी की एक्सपेक्टेशंस पूरी करते हैं ये अधूरे लौंडे..!

सबको पूरा करने के चक्कर मे अधूरे रह जाते हैं ये मिडल क्लास लौंडे..!😌💔

तुम्हारा बाँहों में घुल जाना...सुंदर है...बहुत सुंदर..!कचनार के फूलों की तरह...छितवन की छाँह की तरह...पूरब की लाली की तर...
24/12/2023

तुम्हारा बाँहों में घुल जाना...सुंदर है...बहुत सुंदर..!
कचनार के फूलों की तरह...छितवन की छाँह की तरह...पूरब की लाली की तरह...सिंदूरी बादलों की तरह...अँजोरिया रात की तरह...प्रेम में गुँथी कविता की तरह...!! ❤️

21/12/2023

दिसंबर!!!

दिसंबर की रात और तुम्हारी याद ये भी इश्क है...!!
जानती हो , ये दिसंबर भी न मुझ सा ही आशिकाना है ये हर रोज तुम्हारे इश्क की हल्की गर्माहट लाता है और मेरे सर्द दिन को भी पिघला देता है..! हल्की सी सर्द हवा, तुम्हारी सुनहरी याद और ये चुभती ठंड के बीच शोर रहता है तो बस हवाओं का..!

14/12/2023

स्त्रियों ने सदैव अपने से बेहतर पुरुष का चुनाव किया है..! पुरुषों द्वारा की गई प्रेम जैसी भावनाएं स्त्रियों को नहीं भाता है..! कुछ को छोड़ अधिकतर महिलाएं मजबूत और धनी कंधों का सहारा लेती है..! एक स्त्री को मोह्हबत से अधिक महल भाता है..! आपको आपकी प्रेमिका धोखा दी क्योंकि आप गरीब थे...!!

पारिजात खिलने का मौसम... दिसंबर। शामें अब जल्दी ढलती हैं। रातें हल्की शबनमीं होने लगी हैं। अब चाँद गुलाबी मुस्कुराहट लिए...
13/12/2023

पारिजात खिलने का मौसम... दिसंबर। शामें अब जल्दी ढलती हैं। रातें हल्की शबनमीं होने लगी हैं। अब चाँद गुलाबी मुस्कुराहट लिए रहता है। मैनें इस रुत की आमद पर तुम्हारे लिए कुछ लिखा है। हाँ ! वो सबकुछ जो तुम घंटों पढ़ सकती हो। कहो दोस्त..! पढ़ोगी..? मैनें दिसंबर वाला इश्क़ लिखा है...!! ❤️❤️

20/08/2023

क्या खूब कहा ओझा सर ने...!!

औरत अपने प्रति आने वाले प्यार और आकर्षण को समझने में चाहे एक बार भूल कर जाये लेकिन वह अपने प्रति आने वाली उदासी और उपेक्...
06/03/2023

औरत अपने प्रति आने वाले प्यार और आकर्षण को समझने में चाहे एक बार भूल कर जाये लेकिन वह अपने प्रति आने वाली उदासी और उपेक्षा को पहचानने में कभी भूल नहीं करती..! वह होठों पर होठों के स्पर्शों के गूढ़तम अर्थ समझ सकती है वह आपके स्पर्श में आप की नसों से चलती हुई भावना पहचान सकती है...!!

वह आप के वक्ष से सिर टिकाकर आपके दिल की धड़कनों की भाषा समझ सकती है। यदि उसे थोड़ा सा भी अनुभव है और आप उसके हाथ पर हाथ रखते हैं तो स्पर्श की अनुभूति से ही जान जाएगी कि आप उससे कोई प्रश्न कर रहे हैं...?? कोई याचना कर रहे हैं..? सांत्वना दे रहे हैं या सांत्वना मांग रहे हैं...?? क्षमा मांग रहे हैं या क्षमा दे रहे हैं..?

प्यार का प्रारंभ कर रहे हैं या समाप्त कर रहे हैं..? स्वागत कर रहे हैं या विदा दे रहे हैं...?? यह पुलक का स्पर्श है या उदासी का ? चाव और नशे का स्पर्श है या खिन्नता और बेमनी का..?

"गुनाहों का देवता से"

07/02/2023

सुनो...
हाँ तुम, हम जो भी यहाँ लिखने जा रहें उसमें नया कुछ भी नहीं कहने वाले हैं, मगर फिर भी जरुरी है कहना क्योंकि कई बार, हम जिन चीज़ों को जानते हैं, वक़्त आने पर भूल कर वही गलती रिपीट कर बैठते हैं न...!!
देखो ये जो अभी आज से शुरू होने वाला है न 'वेलेंटाइन-सप्ताह' उस पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत नहीं है और ये सोच कर तो कतई दुःखी होने की जरुरत नहीं है, 'हम ही सिंगल क्यों है या हमारा ही ब्रेक-अप क्यों हुआ या हमी को क्यों चीट किया गया..?
जैसे साल के बाकि के सप्ताह होते हैं वैसा ही है ये भी मगर ये सोशल-मिडिया पर जो भसर मची है वो तुम्हें नॉर्मल रह कर सोचने नहीं देगा। वैसे भी अपने अधूरेपन का ये अहसास तब ज्यादा ही चुभने लगता है, जब दूसरे की सम्पूर्णता हमें दिखती है...!!
तुम्हारे टाइम-लाइन पर आज से ही गुलाब,चॉकलेट,टेड्डी और न जाने क्या-क्या अमका-दमका वाला पोस्ट दिखाना शुरू हो जायेगा। स्कूल से लेकर कॉलेज और ऑफिस जहाँ से भी गुज़रोगे इसी टॉपिक पर बातें सुनोगी...!!
लड़कियां या लड़के जिन्हें ये सब मिल रहा होगा, किसी ट्रॉफी की भांति चमका रहे होंगे तो फोटो लेकर तुम्हारे टाइम-लाइन को रंग रहे होंगे। ये बताने की हर सम्भव कोशिश कर रहे होंगे कि, वो कितने ब्लेस्ड हैं, कितने लकी हैं जो कोई उन्हें यूँ प्यार कर रहा। खैर, इसमें कुछ गलत भी नहीं है, आज ज़माना ही शो-ऑफ से चल रहा तो वो कर रहें तो कोई पाप नहीं है...!!
उनके नसीब में ये खुशियां हैं तो वो उन्हें आज जी रहे हैं, कल को तुम्हें भी तुम्हारे हिस्से की खुशियाँ, जितना सोची होगी उस से भी कहीं ज़्यादा प्यार मिलेगा। जानते हैं हम सब को हर चीज़ भगवानजी बराबर बाटंते हैं। बस वक़्त अलग-अलग देते हैं, उन्हें जीने का महसूस करने का...!!
ज़िन्दगी एक वृत्त सी है, इसमें हर चीज़ रिपीट होती है, चाहे ख़ुशी हो दर्द। अब ये हम पर डिपेन्ड करता है कि हम अपने दुःख या अकेलेपन को कैसे हैंडल करते हैं। ये तो अपने हाथ में है न, या तो रो कर, कुढ़ कर ये दिन-महीने निकालो या वे-आउट ढूंढ लो..!
और वैसे भी जब प्रॉब्लम का पता हो तो रास्ते आसान हो जाते हैं न। देखो ये सिंगल होना, या दिल का टूट जाना कोई बड़ी समस्या नहीं है सच कह रहै हैं। जानते हैं रियल समस्या क्या है, किसी ग़लत शख़्स के साथ होना। खुशियां मनाओ कि तुम आज सिंगल हो किसी 'चपरगंजु' के साथ नहीं। अपने 'सिंगलहूड' को सेलिब्रेट करो। खुद से खुद के लिए, रोजेज, कार्ड, टेड्डी, चॉक्लेट सब ख़रीद कर लाओ। अपने सारे इमोशन्स को लिख डालो, अपने लिए ख़्वाब बुनो। सच में बहुत ही लिब्रेटिंग लगेगा। खुद से ख़ुद को स्पेशल फ़ील करवाओ..!
जरुरी थोड़े है कि कोई देखने वाला हो तभी सजेंगे-संवरेंगे। जो सबसे फ़ेवरेट ड्रेस है, वो ड्रेस निकालो और जो कभी नहीं ट्राय किया है वो ट्राय करो। जैसे, एक बार नार्मल स्लिपर को साइड कर के, nike का शूज ट्राय कर लो जो न जाने कितने दिनों से पड़ा हैं, लाइट कलर वाली शर्ट को साइड में कर दो और किसी हल्के फैंसी कलर ट्राय कर देख लो...
पॉइन्ट ये है कि कुछ भी करो मगर उदास मत रहो। ये मत सोचो की मेरे साथ ये क्यों हुआ या मैं ही अकेले क्यों हूँ! क्यों किसी और की वज़ह से अपनी ज़िन्दगी के दिनों को जाया करना। तुम बहुत प्रेसियस हो ये जानते/जानती हो न। मीन-व्हाइल 'दिल धड़कने दो' का "गर्ल्स/बॉयज लाइक टू सुन" सुनो..!
बस झिलमिलाते रहो,मुस्कुराते रहो। सेलिब्रेट यॉरसेल्फ़ प्रिंस/प्रिंसेस...!!

विथ लॉट्स ऑफ़ लव

06/02/2023

मैं नहीं जानता था, तुम कैसी हो..? मैंने तुम्हें बदलने की कभी कोशिश नहीं की. तुम जैसी थी, स्वीकार किया. पर मैंने देखा, समय के साथ तुम खुद को बदलने लगी. किसी को किसी भी बात की सफाई ना देने वाली मेरी हर रोज की नोक झोंक, लड़ाई झेलती है, रोज के मेरे उन्हीं स्टूपिड सवालों के लिए सफाई देती रहती है मुझसे कभी गुस्सा नहीं रहती तुम, ना मुझे रहने देती हो जानता हूं, कभी कभी मुझ पर बहुत गुस्सा आता होगा कि क्या हर तीसरे दिन वही लड़ाई शुरू कर देता है, पर तुम जितने धैर्य के साथ मेरा साथ निभाती हो, वो शायद सभी के लिए सिर्फ परिकल्पना की बातेँ हैं..! तुमने मेरे लिए नही बल्कि हमारे लिए खुद को बहुत बदला है. समय,समर्पण और विश्वास किसी भी रिश्ते की नींव होती हैं और ये तुम मुझे बहुतायत मे देती हो और इन तीनों से ज्यादा तुम हमारे रिश्ते के लिए एफर्ट्स देती हो..! बस प्रार्थना है भोलेनाथ से कि ये सब शाश्वत रहे. या ये सब कम या खत्म होने से पहले वो मुझे अपने पास बुला लें...!!
❤️❤️

30 जनवरी 1948 को सीने पर गोली खाने के बाद मोहनदास करमचन्द गांधी के मुंह से निकला हे राम ! एक चीत्कार नहीं, चेतावनी थी हम...
30/01/2023

30 जनवरी 1948 को सीने पर गोली खाने के बाद मोहनदास करमचन्द गांधी के मुंह से निकला हे राम ! एक चीत्कार नहीं, चेतावनी थी हम सब के लिए ।

हमारे पास 80 बरस का कर्मयोगी गांधी भी है, और उसे मार डालने पर आमादा 40 बरस का एक विक्षिप्त गोडसे भी है।

फैसला सिर्फ यही करना है, कि हम अपने बुजुर्गों को गोली मार उन्हें रक्तरंजित मार डालने वाला देश बनना चाहते हैं, जहां के बच्चे अपने बड़े-बुजुर्गों का कत्ल करने पर हमेशा आमादा रहें ? या फिर ऐसा देश जहां के मासूम बच्चे अपने बड़ों की प्यारी छांव में किलकारियां भरते हुए कुछ ठोस सार्थक और रचनात्मक काम सोचने, करने और उन्हें मूर्त स्थापित करने की प्रतिज्ञा ले सकते हैं ?

चुनना किसे है ये हमें तय करना होगा तय तो हमें ही करना होगा क्योंकि देश आपका है। हाँ और एक बात " आप गाँधी से नफरत करें या मोहब्ब्त , लेकिन आप चाह कर भी गांधी को नकार नहीं सकते .
औऱ यही गाँधी का सच है .

छोटे शहर के लड़कों को जब प्रेम होता है,तो एक लड़की के साथ साथ उसे पूरे शहर से प्रेम हो जाता है...मोहल्ले में होती लड़ाइय...
14/01/2023

छोटे शहर के लड़कों को जब प्रेम होता है,
तो एक लड़की के साथ साथ उसे पूरे शहर से प्रेम हो जाता है...
मोहल्ले में होती लड़ाइयों में जब सारा मोहल्ला खुद को झोंक देता है, तब किसी एक घर के बाहरी कमरे की चौखट पर टिककर खड़ा वो लड़का मुस्कुरा रहा होता है।
गली में घूमते अधनंगे बच्चों की दौड़ भाग में किसी एक बच्चे को दुलारता हुआ, उसकी निक्कर खींच कर ठिठोली करता हुआ वो लड़का अक्सर ही नजर आ जाता है..!
नुक्कड़ की पान की दुकान पर खड़े बनवारी काका को "और बुढ़ऊ" कहकर छेड़ता हुआ वो अक्सर ही अपनी धुन में निकल जाता है और किसी चाय की ठेली पर खड़े 4 दोस्तों से मिलते वक्त मुस्कुराता है, शर्माता है और हाल पूछने पर झेंप जाता है।
गर्मी की भरी दोपहरी में वही लड़का छत पर सीढियां के पीछे की छांव में में बिस्तर लगाता है, और नीम के गिरे हुए "गल्लों" और पत्तियों संग बातें करता है, और उन्ही गालों और पत्तियों से फर्श पर उकेरता है एक नाम...फिर उसके आगे दिल भी बनाता है।
बाजारों में टहलते वक्त अक्सर ही वो किसी दुकान के बाहर जलती बुझती टिमटिमाती झालरों को एकटक निहारता है, या किसी सब्जी वाले को यूं ही बेवजह परेशान करता हुआ कुछ सब्जियां उठा लेता है, किसी गोलगप्पे के ठेले पर उसका दिल अचानक ठहर जाता है..!
सांझ ढले जब लगती है घरों के बाहर बैठकें, उन्ही बैठकों के बीच किसी सामने की छत से आती हुई निगाहों की शरारतों को अपनी आंखों में समेटता है, फिर कर के इशारे कुछ बेतरतीब से, उन्ही निगाहों को पलकों में कैद होने को मजबूर करता है,
चांद जब उस शहर पर अपनी चांदी बिखेरता है, तब वही लड़का किसी की छत की दीवार फांदकर चंद टॉफियों, कंपटो, और इमली के बूटों को किसी तक हर रोज पहुंचाता है, बैठता है तमाम देर उसके पहलू में, तमाम ख्वाब उस अधूरे चांद को समर्पित कर देता है, और फिर कुछ करते इश्क के चखते हुए किसी की आहट पाकर चुप चाप अंधेरे में गुम हो जात है..!

अक्सर लाइट चले जाने पर पड़ोस के बच्चों संग छुपन छुपाई खेलता वो लड़का बिलकुल बच्चा हो जा है, और हर बार धप्पा करने से पहले ही वो बाहर आ जा है, वही लड़का रात के अंधेरे में दोस्तों संग सड़क पर झूमता गाता, शीतल हवा में अपने चेहरे को ठंडक पहुंचाता, अपने हर रोज के किस्से सुनाते है, हंसता है, ठहाके लगाता है, किसी रोड लाइट के नीचे खड़े हर सुलगती सिगरेट के बाद कुछ बेसुरी आवाज में गीत गुनगुनाता है,
और रात के दूसरे पहर सुबह के लिए कुछ बेहया सी ख्वाहिशें आंखों में भरकर सुकून की नींद सो जाता है..!

एक छोटे शहर का लड़का जब प्रेम में होता है, तो उसे पूरे शहर से प्रेम हो जाता है...!

07/01/2023

कुछ लोग..❤️

कुछ लोग जादुई से होते हैं...मतलब बहुत ही सादा और सीधे लेकिन आप न चाहते हुए भी खिंचे चले जाते हैं उनकी तरफ़..!
बहुत ही साधारण सी बात है, और बहुत मुश्किल भी..कितने ही लोगों से आप रोज मिलते हैं, टकराते हैं, देखते हैं, सुनते हैं, पढ़ते हैं...लेकिन कुछ लोग कभी-कभी बड़ी ख़ामोशी से क़दम रखते हैं और हो सकता है कि आपकी ज़िंदगी में असल में भी न क़दम न रखा हो बल्कि वर्चुअली कहीं टकरा गए हों आपसे और बहुत गहरा प्रभाव छोड़ दिया हो आपके मन पर..!
कुछ अलग ही चमक होती है ऐसे लोगों की जो छा जाती है आप पर और कितना भी न-न कर लें आप, संभालें नहीं संभाल पाते ख़ुद को...!!
हालाँकि कई लोग इसे इश्क़ कह सकते हैं लेकिन मैं इसे तुरंत इश्क़ कहने से बचूँगा क्यूँकि ये इश्क़ नहीं बस एक अनसमझा रूहानी सा एहसास होता है, जो किसी के बारे में आपको अच्छा या कुछ अलग सा महसूस कराता है, हाँ, ये अलग बात है कि बाद में कभी ये इश्क़ में बदल भी सकता है..!
और मैं इसे आकर्षण भी नहीं कहूंगा क्यूँकि आकर्षण का मुख्य कारण रंग-रूप हो सकता है, लेकिन इस तरह की स्थिति में आप किसी के बाहरी रूप से ज़्यादा उसके किसी भीतरी रूप से कहीं ज़्यादा प्रभावित हुए होते हैं और और ये कुछ-कुछ वैसा ही अनुभव है जैसा कि पहली बार झूला झूलते समय होने वाली गुदगुदी, जिसे आप महसूस करते हैं लेकिन ये असल में है कैसी, वो बताना थोड़ा सा मुश्किल होता है..!
कुछ शख़्सियत होती ही ऐसी हैं कि आप कुछ पॉज़िटिव महसूस करते हैं, कुछ जुड़ाव सा लगता है, हालाँकि इस भाव का कोई सही-सही नाम नहीं, लेकिन अच्छा सा हो सकता है...और वैसे भी, इंसान ही तो एक है जिसने नवाज़ा है ऊपरवाले ने भावनाओं से, और क्या पता जिन नवरसों की खोज हमने की है उनसे पर और भी कुछ रहस्यमयी भावनायें होती हों, जिन्हें हम चुँकि जान न सके इसलिए कोई नाम भी नहीं दिया..!
बहुत विचित्र है, लेकिन अब है तो है...और ख़ुद सोचकर देखिए कि क्या सच में ऐसा नहीं है ? अपनी अब तक की ज़िंदगी में बहुत कम ऐसे जादुई लोगों से टकराए होंगे आप भी, जिनसे कोई रिश्ता न होते हुए भी आपके मन तक पहुँचकर छू लिया होगा उन्होंने...!!🖤

04/01/2023

अमर प्रेम के चार पल...!!

सुनो..! तुम मेरे लिऐ अलफाज़ों से यूँ ही लड़ी,कोरा कागज़ जो तुमने भेजा,मैने वो भी पढ़ा...जानती हो..! प्रेम प्रथम या अंतिम नही होता,पहले भी कह चुका हूँ की जब हम प्रेम मे होते है तो प्रेम हमे ढाल लेता है अपने स्वभाव मे हम प्रेम को नही,प्रेम हमे जीता है,हर बार लोग बदल सकते है,पर हम वही रहेगे स्वयं को बांटने के लिऐ तत्पर,कभी स्वयं के लिऐ,कभी अपने प्रेमी/प्रेमीका के लिऐ,पर खबरदार बुद्धिजीवी हमे/तुम्हे मूर्ख,पागल या चरित्रहीन समझेगे,ओर अफसोस की दुनिया बुद्धिजीवीयों से अटी पड़ी है,गणित नही दिल लगाओं,पहला ओर आखरी कुछ नही,जो है उसे इतना चाहो की ना चाह कर भी वो तुम्हे सोचे ओर मुस्कुराऐ,मुस्कुराहट बन के उसके अधरो मे,आंसु बन के उसकी आंखों मे ओर हौसला बन के उसके दिल मे समा जाओ,इस बात से बेफिक्र रहो की इस प्रेम की उम्र क्यॉ होगी...जब तक हम है तब तक प्रेम है,इसलिऐ ही प्रेम अमर है..."प्यार के लिऐ चार पल कम नही थें"❤️

28/12/2022

और अंततः एक बरस और बीत गया। बीतता साल यदि राम के बनवास की तरह बीत जाय तो क्या बात हो, पर जीवन बीतता दशरथ की आयु की तरह ही है। यूँ ही चलते चलते पता चलता है कि हाथ से कुछ पल और सरक गए...
'बिहारी' मेरे प्रिय कवि हों, ऐसा नहीं है, पर "जिन दिन देखे वो कुसुम गयी सु बीति बहार!" पर हमेशा अटकता रहा हूँ मैं। या फिर "अब हमारे बाग से फिर मिट रहा है गुलहजारा" कहते बच्चन! लगता है, सबकुछ साला चुपचाप सरक ही तो रहा है। कितना कुछ सरक गया हाथ से...
इस प्रकृति में मनुष्य के अलावे कोई दिन नहीं गिनता। सब चुपचाप बहे जा रहे हैं। सबने समय के बहाव के साथ सामंजस्य बैठा लिया है, और उसी में ढूंढ लिया है आनन्द। शिकारियों के भय के बीच में भी हिरण का बच्चा वैसे ही उछल लेता है, जैसे नाचती उछलती चलती है नदी। काल का तीर लगने के समय तक कोयल के स्वर में दुख नहीं उभरता, उसकी मिठास कम नहीं होती। सब अपने जीवन में खिलखिला ही रहे हैं।
आदमी अपना समूचा विज्ञान झोंक कर नदियों की राह रोक रहा है, फिर भी उसकी धार का जलतरंग कभी दुख के राग नहीं बजाता। अब भी नदी के साथ केवल प्रेम के गीतों पर ही जुगलबंदी हो सकती है।
बस हम हैं जो हानि-लाभ का हिसाब लेकर बैठे हैं। बुद्धिमान होने का दबाव हमसे हमारा सहज बहाव छीन चुका है। तो क्या यह मानें कि बुद्धि आनन्द में बाधक है...?? छोड़िये!
हाँ तो बात बीतते साल की। यूँ तो हम न काटें तब भी कट ही जाता है समय, पर समय काटने के दो तरीके हैं। पहला निर्दोष होने के बाद भी सजा काट रहे बन्दी की तरह, जो किसी भी तरह दुख के दिन को काट लेना चाहता है। और दूसरा तरीका है चार दिन की छुट्टी में गाँव आये परदेशी का, जो इसी चार दिन में अपने सारे अपनों से मिल कर हँस-खेल लेना चाहता है। कौन जाने अगली छुट्टी तक क्या रहे क्या न रहे... समय कटना इस दूसरे तरीके से ही चाहिये, पर कट पहले की तरह जाता है।
साल कटे तो ऐसे कटे जैसे प्रेयसी के साथ नदी किनारे बैठे बैठे जाने कैसे कट जाते है तीन घण्टे... जैसे भैंस के पीठ पर सो कर पूर्वी गा रहे किसी चरवाहे के एक ही गीत में कट जाती है साँझ... जैसे बड़े भाई के कंधे पर चढ़ कर अपना पूरा बचपन काटता है कोई छोटू...
रुकिये। हम चाहते कुछ और हैं, होना कुछ और चाहिये, होता कुछ और है। जैसे सब गड्डमगड्ड है। जिंदगी भी तो ऐसे ही कटती है न।
इस साल तो जैसे तैसे कट गया, पर अगले साल सोच समझ कर काटेंगे, ताकि यह कटना कटने जैसा न लगे...

मौसमों की धुन को ध्यान से सुनियें...!!हर मौसम कुछ कहता है...वसंत को ही देखिये पतझड़ में जमीन पर बेहोश पड़े पत्तो को लेकर श...
25/12/2022

मौसमों की धुन को ध्यान से सुनियें...!!
हर मौसम कुछ कहता है...
वसंत को ही देखिये पतझड़ में जमीन पर बेहोश पड़े पत्तो को लेकर शोक नही मानता. दरख्त के जिस्म से नई पंखुरियां फूटती है कुछ ताज़ा फुल महका देते है बयार को पेड़ अपने गिरे हुए पत्तो का,सिकुड़ी हुई खाल का शोक नहीं मनाता.
उसका ध्यान होता है नयेपन की तरफ
एक नई जिंदगी का स्वागत करने को बेताब
जब जड़ कहे जाने वाले दरख्त नये जीवन का हाथ फैला कर इस्तकबाल करते है तो हम क्यों नही...??

हम इंसान जिन्हें प्रक्रति की सबसे महान रचना कहा जाता है..!

तू जिन्दा है तो जिंदगी की जीत में यकीन कर
अगर कही स्वर्ग तो उतार ला जमीन पर...!!

20/12/2022

कुछ लड़कियां अपना बचपन तो जी लेती है..!
पर शोखियों में लिपटी चंचल जवानी उनके हिस्से में नही आती क्योंकि अक्सर घर की बड़ी बेटियां जिम्मेदारियों की संजीदगी भरी चादर ओढ़ लेती है...!! उनको बार बार अहसास कराया जाता है कि वो जो भी करेंगी, उसका असर उनके छोटे भाई बहनों कर भी रहेगा, मां बाप की परवरिश और तालीम पर हजारों उंगुलिया उठेंगी...और इतने सारे बोझ के तले दबकर कुचल जाते है सारे अहसास जो उम्र की उठान पर जिंदा होने लाजमी है..!🖤

उस दिन  वो अचानक ही सामने आ  गई थी, मुझें लगा की मेरा वहम हैं पर ज़ब पास आकर उसनें मेरे कँधे पर अपना हाथ रखा फिर अचानक सब...
14/12/2022

उस दिन वो अचानक ही सामने आ गई थी, मुझें लगा की मेरा वहम हैं पर ज़ब पास आकर उसनें मेरे कँधे पर अपना हाथ रखा फिर अचानक सब सहमा सहमा लगने लगा तो यक़ीन हो गया की ये वहम नहीं हैं।

क्या हुआ..? "कुछ नहीं"
ऐसे क्यूँ मुस्कुरा रहे हो आप...!
"तुमपर ये ब्लैक साड़ी बहुत अच्छी लग रही हैं, शायद तुम्हें पता नहीं हैं मेरा पसंदीदा रंग हैं ब्लैक...!"

अच्छा...पर ब्लैक कलर तो नेगेटिविटी की निशानी हैं.., "नहीं तो...ये तो हर दाग छुपा लेता हैं फिर नेगेटिव कैसे हुआ "

कुछ बातों का ज़वाब कभी नहीं मिलता हैं, बस उनकेँ बदले प्रेमी को अपने सीने से लगाकर कस कर आलिंगन देकर दिल की धड़कन महसूस करा दी जाती हैं और उस दिन उसनें भी यही किया था..।

उस रोज़ बहुत सर्द मौसम था, हवाओं में नमी थीं तो मन में एक दुसरे के साथ गुज़रते वक़्त की यादों का जखीरा इकट्ठा हो रहा था, तुम्हारी सादगी और निश्छल मुस्कान पहले सें ही मुझें अपना बना चुकी थीं और आज तो ये ब्लैक साड़ी मेरी जान लेने पर आमदा थीं...।

14/12/2022

23 साल पहले वो KG में मिली थी..! आज 23 साल बाद मैं फ़ेसबुक पे 26 साल का हूँ और वो 16 साल की...!!

13/12/2022

कुछ लोग उन पहाड़ों जैसे होते हैं जिनके सामने आप कितनी भी भावनाएँ व्यक्त कर लो, उन पर कोई असर नहीं होता..!! आपकी सिसकियाँ उनसे टकराकर आपके ही कानों में गूँजती रहती हैं...!!

28/05/2022

आज मैंने तुम्हारी तस्वीरों की ही तरह तुम्हारी वो कुछ सेकंड की वॉयस रिकॉर्डिंग भी हिडन फ़ोल्डर मैं डाल दिया
अक्सर तुम्हारे बताएं गाने सुनते सुनते वो भी प्ले होती और मेरा दिल अचानक से धक करके रुक सा जाता था
महसूस तो ऐसा ही होता है...!!
मैं सोचता हूं जैसे फोन मैं होता है हिडन फ़ोल्डर वैसे ही काश दिमाग मैं भी होता..!
तो मैं तुमसे जुड़ी हर बात उसमें ट्रांसफर कर देता क्युकी भूलना मुझसे होगा नहीं और डिलीट करना भी..!
मैं देखूँगा नहीं तुम्हें,सोचूंगा नहीं तुम्हें ,सुनूँगा नहीं तुम्हें..!
पर तुम्हारी कहीं बातें,तुम्हारी तस्वीरें तुम्हारी recorded आवाज डिलीट करने की,भूलने की हिम्मत मुझ मैं अब भी नहीं,ना कभी हो शायद..!
मुझे नही लगता था जो कहते है कि वो किसी को भूल नहीं पाए वो बस बातें करते है भला कोई किसी को हमेशा कैसे याद रख सकता है...!!
खैर तुमसे मिलकर मैंने जाना..!
तुम्हें करीब महसूस कर मैंने पाया
कि हा होते है यार कुछ लोग जो भले कम वक़्त साथ रहे हो पर जिंदगी भर के लिए हम मैं कहीं रह जाते है
और कितनी भी कोशिश करलें हम उन्हें निकाल नहीं पाते अपनी यादों से,अपने दिल से और चाह कर भी उन्हें भूल नहीं पाते है क्युकी हम चाहते ही नहीं है ❤️

16/11/2021

किताबों में क्या ढूँढती हो,

हमारे पास बैठो हम भी एक कहानी हैं..❤️😍

07/10/2021

मैं इस संसार का सबसे दुखद लेख लिखना चाहता हूं मैं उस लेख को स्वयं को समर्पित करना चाहूंगा मैं चाहता हूं की जीवन उस लेख जितना दुखद एकाकी एवं अंधकारमय हो।

कभी कभी मन करता है की अपना जनपद अपना राज्य सब छोड़कर कहीं चला जाऊं ऐसी जगह जहां मुझे कोई न जानता हो व शेष जीवन ठीक उस लेख की भांति बन जाए जोकि मैं एकदिन अवश्य ही लिखूंगा।

मैं रात्रियों में एक भिन्न व्यक्ति होता हूं लोगों को दुखों से भय लगता होगा मुझे दुखों से प्रेम है, लोगों को दुख एवं एकाकीपन व्यथित करते होंगे मुझे अब शांति ही दुखी अंतर्मन के साथ मिलती है।

इसको मैं अवसाद आदि जैसा कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि उसमें लोग सोचने समझने की शक्ति ही त्याग देते हैं मेरे साथ विपरीत है मेरा मस्तिष्क ही तब साथ देता है जब हृदय व्यथित हो जब जब मैंने कुछ लिखा तब तब मेरे समीप दुख था।

इतनी कम आयु में यह स्थिति है आगे क्या होगा पता नहीं पर हां यह अवस्था अकारण है व प्रशंसनीय है यदि आपको मेरा लिखा कुछ भी कभी भी नाम मात्र को अच्छा लगा हो तो इस अवस्था को उसका श्रेय जाएगा।

दुखी हृदय को समझने जानने का मेरा दृष्टिकोण अन्य लोगों से भिन्न है जीवन में अपरिचितों की तरह आने वाले सुख से अच्छा है दुख मित्र बनकर आ जाए, इस भागते जगत में एक मित्र ही पर्याप्त है।

कुमार गोविंद (शांतनु कबीर )

हम मर्दों को तुम्हारे झुमको तक से प्यार है 🖤लड़कियों तुम्हें ये जिस्म की गलतफहमियां मिटानी होंगी...❤️
10/07/2021

हम मर्दों को तुम्हारे झुमको तक से प्यार है 🖤

लड़कियों तुम्हें ये जिस्म की गलतफहमियां मिटानी होंगी...
❤️

Mahendra singh dhoni :- A Born leader💪❤ एक ऐसा नाम जिनहोने भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदल दिया ,एक निर्विवाद विरासत के साथ ...
07/07/2021

Mahendra singh dhoni :- A Born leader💪❤ एक ऐसा नाम जिनहोने भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदल दिया ,एक निर्विवाद विरासत के साथ एक नाम महेंद्र सिंह धोनी..
एक एसा कप्तान जिनके बारे में सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि वह दुनिया के बेहतरीन कप्तान है और यह मेरा सौभाग्य है की वे मेरा कप्तान है. मैं #रोहित शर्मा का फैन हु.लेकिन रोहित शर्मा को जिसने आज यहाँ तक पहचान दिलाया है वो हैं महेंद्र सिंह धोनी. इसलिए मैं माही प्राशंशक भी हु. और हम तो ठहरें बिहार वाले तो धोनी का प्राशंशक तो होंगे ही.लेकिन बस अब शायद अब माइक में धोनी की आवाज सुनाई देती नहीं है. अब हेलिकॉप्टर शाट का रिपले ही देखने को मिलता है बस उसी पल आपकी याद आ जाती है... शायद अब तेज चालाकी वाला सटंपिंग कोई और करते हैं तो तो खुशी थोड़ी कम होती है क्योंकि stummping में dhoni के हाथ नही होंते है । अब क्रिकेट के मैदान में वो आवाज भी नहीं गुंजती #माही_मार_रहा_है.और खुशनसीब हूँ कि मैंने dhoni को मैचों को finish करते देखा हूं ,,,,
दबाव में cool रहते देखा हूँ लम्बे छक्के मारते देखा हूं, खैर छोड़िए
अब एक मात्र जरिया रहता है IPL आपको देखने का.. और शायद ये सब बातें कुछ महीनों बाद गुजरे दौर या #इतिहास की बाते हो जाएगी. मुझे भी गर्व है कि मै एक dhoni fan हूं .शायद अब क्रिकेट के मैदानों में भीड़ हो ,मैच हारे-जीते जाए ,महान खिलाड़ी हो , शतक लगें , विकेट गिरे , इतिहास रचे जाए पर इन सबमे 'dhoni ' नही होगा, भारत को टी-20 वर्ल्डकप और 28 साल बाद विश्व कप जीताने वाले भारत के सफलतम कप्तान है.. विश्व का सबसे अच्छा मैच फिनिशर माना जाता है. ये भारत के पहले कप्तान है जिन्होंने 100 वनडे मैच भारत को जीताये हैं.ये दुनिया के पहले ऐसे कप्तान है जिनके पास आईसीसी के सभी कप है.
उनहे कईं पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें 2008 और 2009 में ICC ODI Player Of The Year Award ( दो बार अवार्ड जीतने वाले पहले खिलाड़ी ), 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड, 2009 में पद्म श्री, 2018 में पद्म भूषण शामिल हैं।
शायद अब वो बहुत जल्द IPL को भी अलविदा कह देंगे.. लेकिन उनकी भरपाई कभी नहीं हो पाएगी..
एक बेहतरीन कप्तान एक बेहतरीन फिनिशर एक बेहतरीन बिकेटकिपर और सबसे बड़ी बात एक आइडल जिन्हें देख कर बहुत सारे खिलाड़ियों ने क्रिकेट खेलना शुरू किया.... जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को ऊचांईयो पर खड़ा किया.... धोनी के लिए जितने भी शब्द कहुं उनके सममान के आगे कम ही होंगे.
singh Dhoni - एक लीडर💪 fan❤
#माही मार रहा है.... 💪


Happy birthday mahi Bhai. ❤
Lv u ❤
✍️Gagan Mishra

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