मेरे साहब हम सभी गुरु भाई और बहनों से दर्द भरे शब्दों में कहें हैं- हम सभी जगत के प्रति दुःखी हैं और वे हम सभी गुरु भाई-बहनों को शिव से मिलाना चाहते हैं, पर हम लोग जगत के आकर्षण से निकल नहीं पा रहे हैं। इसी बात को लेकर वह दुःखी है, वह चाहते हैं कि हम सभी शिव की ओर चले।
हम सभी यहां जिंदगी में फंसे हुए हैं, इसलिए जिंदगी में रहना हैं पर जिंदगी के होकर के ही नहीं रहना हैं। इस जगत में फंसे ही नहीं रहना हैं, बल्कि इस जगत से हमें निकला हैं,इसलिए वह हम सभी गुरु भाई, बहनों को बार-बार आवाज़ दे रहें हैं :- “आओ चले शिव की ओर”.....!! 🚶🚶🚶🙏🏻🙏🏻
मैं इस जीवन की अंतिम पड़ाव में हूं।लेकिन
अब आपके हाथ में कमान हैं। शिव शिष्यता अब आपके हाथों बढ़ेगी...
बढ़ा दिजिए तो वाह-वाह..
नहीं बढ़ायेगा तो एक शिव की बदनामी होगी, एक गुरु की बदनामी होगी
#_हरीन्द्रानंद जी
मैं इस जीवन की अंतिम पड़ाव में हूं।लेकिन
अब आपके हाथ में कमान हैं। शिव शिष्यता अब आपके हाथों बढ़ेगी...
बढ़ा दिजिए तो वाह-वाह..
नहीं बढ़ायेगा तो एक शिव की बदनामी होगी, एक गुरु की बदनामी होगी
#_हरीन्द्रानंद जी
मेरे साहब श्री ने महाशिवरात्रि के दिन मेरे महादेव से वार्तालाप करते हुए कहे थे कि:--यह जो गूंज हर भोला हर भोला उठ रही हैं। यह गूंज पूरी दुनिया में चारों ओर उठ जाए, आप ऐसी दया कर दीजिए महादेव और मैं इसका साक्षी रहूं,तो महादेव ने कुछ नहीं बोले। मेरे साहब ने मेरे महादेव से बोले मुझे लगता हैं, आपको दया का दान करने में थोड़ी दिक्कत हैं। मेरे साहब श्री ने मेरे महादेव से बोले छोड़िए हम
आपके शिष्य हैं हम कर लेंगे।
और मेरे साहब श्री ने शरीर में रहते ही 1.9.22 से आज तक पूरी दुनिया में हर भोला हर भोला का गूंज उठा दिए और हम सभी गुरु भाई और गुरु बहन यह दृश्य के साक्षी रहे हैं।
मेरे साहब श्री ने यह भी कहा हैं कि, महादेव दया नहीं करेंगे तो हम लोग अपना काम नहीं करते हैं, करते ही हैं। बाप अगर खेती करना छोड़ दे तो बेटा उनका खेती करता है कि नहीं, करता ही हैं। तो हम सभी गुरु भाई, बहन अपने गुरु का आदेश
जब से आपसे मुलाकात हुई
तब से जीवन सुंदर हुई
बड़ी शौक से जिया करते थे जिंदगी
क्योंकि आप ने सिखाया ---गुरु से आया ज्ञान
जीवन जीने की कला सिखलाती हैं
मेरे अघ्यात्म की जीवन आपके हाथों शुरू हुई मेरे मालिक🙏मेरे महादेव । नमः शिवाय,🙏🙏