Amit pal fatehpuri

Amit pal fatehpuri moolnivasi

27/04/2024
लखनऊ!  #समाजवादी_पार्टी_मुख्यालय पर समाजवादी बाबा साहब  #अम्बेडकर_वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष मा  #संतोष_कुमार_जाटव जी के द...
01/03/2024

लखनऊ! #समाजवादी_पार्टी_मुख्यालय पर समाजवादी बाबा साहब #अम्बेडकर_वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष मा #संतोष_कुमार_जाटव जी के द्वारा प्रदेश के सभी जिलों की मौखिक रिपोर्टर प्रस्तुत करने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय #अखिलेश_यादव जी से भेंट कर फतेहपुर जनपद में संगठन की स्थित के बारे में लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत किया ।।।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के सामने अम्बेडकर वादी विचारों वाले फ्रंटल संगठनों खास कर PDA से तालुक रखने वालों को जनपदो की मेन बॉडी के द्वारा खास तवज्जो ना देने की बात प्रमुखता से उठाई गई, जिसको राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने गंभीरता से लेते हुए मा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल जी के माध्यम से इस विसंगति का समाधान करने का प्रदेश भर से आये हुए पदाधिकारियों को आश्वस्त किया। साथ ही पार्टी छोड कर जाने वाले PDA विरोधी विधायको से खास तालुक रखने वालों को भी संगठनों के मेन पदो से बाहर करने की बात की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने PDA को ही भारतीय संविधान और लोकतंत्र को बचाने एवं सत्ता परिवर्तन का मुख्य आधार बताया।
इस मौके पर अपने नगर अध्यक्ष #नीरज जी के साथ आपका साथी

#डा_अमित_पाल (जिलाध्यक्ष)
समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी फतेहपुर Rajaram Palनरेश उत्तम पटेल, प्रदेश अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी।पंकज लोहिया Manzar Yaar Virendra Yadav Surendra Yadav

दाम्पत्य जीवन में 13 वें वर्ष के प्रवेश पर जीवन संगनी को बहुत बहुत 🌿🌹बधाई🌿🌹     विश्वास है कि आपका निरंतर प्यार और सहयोग...
25/02/2024

दाम्पत्य जीवन में 13 वें वर्ष के प्रवेश पर जीवन संगनी को बहुत बहुत 🌿🌹बधाई🌿🌹
विश्वास है कि आपका निरंतर प्यार और सहयोग मिलता रहेगा और हम अपने महापुरुषों के कारवां को निरंतर गति देने में प्रयाशरत रहेंगे।

भारत की शिक्षा जगत की हकीकत के साथ साथ बहुसंख्यक बहुजन समाज के भविष्य का आंकलन कराने वाली, " #प्रोफेसर_की_डायरी" जो  प्र...
16/02/2024

भारत की शिक्षा जगत की हकीकत के साथ साथ बहुसंख्यक बहुजन समाज के भविष्य का आंकलन कराने वाली, " #प्रोफेसर_की_डायरी" जो प्रकाशित होते ही देश ही नहीं परदेश तक में चर्चित हो गई।
आज जैसे ही हमें प्राप्त हुई उत्सुकता वश तुरंत पढना शुरु किया, समाप्त होते ही अपनी प्रतिक्रिया भी जाहिर करेंगे।
पुस्तक के लेखक युवा आइकान Yadav जी को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🌹🙏

डा अमित पाल (फतेहपुर उत्तर प्रदेश )

फतेहपुर! 7 फरवरी 2024 ,   यादव भवन आबूनगर में उत्तर भारत के पेरियार,  सच्ची रामारण के हिंदी अनुवादक एवं पब्लिस कर हाईकोर...
07/02/2024

फतेहपुर! 7 फरवरी 2024 ,
यादव भवन आबूनगर में उत्तर भारत के पेरियार, सच्ची रामारण के हिंदी अनुवादक एवं पब्लिस कर हाईकोर्ट एवं सुप्रिम कोर्ट में धार्मिक पात्रों को काल्पनिक साबित करने वाले ललई सिंह यादव जी का स्मृति दिवस मनाया गया।

फतेहपुर!      100 में 90 शोषित हैं, शोषितों नें ललकारा है।      धन, धरती और राजपाट में 90 भाग हमारा है।  जैसी बुलंद आवाज...
02/02/2024

फतेहपुर!
100 में 90 शोषित हैं, शोषितों नें ललकारा है।
धन, धरती और राजपाट में 90 भाग हमारा है।
जैसी बुलंद आवाज देने वाले शेरे बिहार लेलिन बाबू जगदेव प्रसाद जी को शत् शत् नमन 🙏🙏

30/01/2024
25/01/2024

#बैलेट_पेपर_की_मांग_को_लेकर_विभिन्न_सामाजिक_संगठनों_के_लोगों_ने_दिया_ज्ञापन*
फतेहपुर! ईवीएम हटाओ #संयुक्त_मोर्चा के राष्ट्रीय आवाहन पर विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक संगठनों तथा लोकतंत्र और संविधान पर आस्था रखने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जुलूस के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर ईवीएम हटाओ वीवीपीएटी हटाओ, वैलेट पेपर लाओ भारत बचाओ, संविधान बचाओ लोकतंत्र बचाओ, आदि के नारे लगाते हुए जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भेजा। जिसमें संगठनों के पदाधिकारियों ने भारत की चुनाव प्रणाली में प्रयोग की जा रही ईवीएम मशीन तथा वीवीपीएटी मशीन सहित चुनाव आयोग पर कई तरह के सवाल खड़े करते हुए उनके जवाब देने एवं भारत की चुनाव प्रणाली से ईवीएम एवं बीवी पैट मशीन पर बैन लगाकर बैलट पेपर से चुनाव कराने की आवाज बुलंद की। उपस्थित पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाते हुए कहा कि
1- क्या भारत की महामहिम राष्ट्रपति महोदया, प्रधानमंत्री, अन्य मंत्री, सांसद, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधायकों, आदि को ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की तकनीकी व कार्य प्रणाली की समुचित जानकारी है ?2- क्या इस देश की सर्वोच्च न्यायपालिका के न्यायाधीशों व उच्च न्यायपालिका के न्यायाधीशों सहित निचली आधारितों के जिला न्यायाधीशों, मजिस्ट्रेट आदि को इस ईवीएम और वीवी पैट मशीन की तकनीकी व कार्य प्रणाली की समुचित जानकारी है ?
3- क्या इस देश के सरकारी गैर सरकारी विभागों, संस्थाओं के विभागों के अध्यक्षों सहित आईएएस, पीसीएस, प्रधान सचिव, मुख्य सचिव, आईजी, डीआईजी, इंस्पेक्टर व अन्य एसओ, एचएसओ आदि को इस ईवीएम और वीवीपीएटी मशीन की तकनीकी कार्यप्रणाली के बाद बारे में समुचित जानकारी है?
4- इस देश के इंजीनियर (सॉफ्टवेयर इंजीनियर को छोड़कर) सभी डॉक्टर, सभी वकील ,विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, स्कूलों के प्रोफेसर, अध्यापक, अन्य डिग्रीधारी सहित, देश के पत्रकार लोगों को क्या इस ईवीएम और वीवी पैट मशीन की तकनीकी के बारे में कोई जानकारी है?
तो इन सब के जवाबों में पाया जाएगा की चुनाव में प्रयोग होने वाली ईवीएम मशीन वीवीपीएटी मशीन व कंट्रोल यूनिट के बारे में इन तमाम पढ़े लिखे विद्वान लोगों को इसकी टेक्निकल जानकारी नहीं है । तो फिर इनके अलावा इस देश की बहुत संख्यक आबादी में कम शिक्षित या अशिक्षित किसान, मजदूर, कामगार लोगों को इन मशीनों के बारे में कैसे कोई जानकारी हो सकती है ?
इस तरह से देश के बहुसंख्यक लोगों को मशीनों की तकनीकी जानकारी न होने के बावजूद भी चुनाव आयोग ऐसी मशीनों से आखिर क्यों चुनाव कराने पर आमादा है।
साथ ही लोगों ने 8 अक्टूबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रमण्यम स्वामी बनाम इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया के मुकदमे में दिए गए निर्णय कि ईवीएम से निष्पक्ष, पारदर्शी चुनाव नहीं हो सकता है, देश के लोगों का फिजिकली रूप से अपने मत की सत्यता को जानने और लोकतंत्र में विश्वास बनाए रखने के लिए ईवीएम के साथ पेपर ट्रेल मशीन लगाने का आदेश दिया। परंतु चुनाव आयोग ने 2014 सहित 2017 तक के किसी भी चुनाव में पेपर ट्रेन मशीन का प्रयोग नहीं किया। जो कोर्ट की अवहेलना साबित होता है। और 24 अप्रैल 2017 के एक अन्य मुकदमे में पुन: सुप्रीम कोर्ट ने अनिवार्य रूप से सभी ईवीएम मशीनों के साथ सौ परसेंट पेपर ट्रेल मशीन लगाने का आदेश दिया। जिसकी वजह से 2019 के चुनाव में पेपर ट्रेल मशीन का प्रयोग हुआ। परंतु प्रश्न यह भी उठता है कि जब ईवीएम की गड़बड़ी को रोकने के लिए पेपर ट्रेल मशीन चुनाव आयोग ने लगाई, तो उससे निकलने वाली पर्चियां जो की वास्तविक रूप से वोट हैं, उनकी सत प्रतिशत गिनती क्यों नहीं की जा रही ? जो भारत के मतदाताओं के साथ बड़ा भद्दा मजाक है।
साथ ही चुनाव आयोग विभिन्न आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा मांगी गई सूचना को छुपाने या ना बताने के साथ-साथ गलत जानकारी देने का भी काम कर रहा है। जिसको "द क्विंट" की रिपोर्ट के अनुसार अच्छी तरह से जाना और समझा जा सकता है। साथ ही लोगों ने चुनाव आयोग पर यह भी आरोप लगाया की चुनाव आयोग के द्वारा खरीदी गई मशीनों की संख्या की दी गई जानकारी और जिन कंपनियों से खरीदा उनके द्वारा दी गई जानकारी से मिलान किया गया तो चुनाव आयोग की बात झूठ पाई गई ।जिसका भी चुनाव आयोग ने आज तक कोई जवाब कोर्ट के सामने नहीं दिया। साथ ही देश के विभिन्न प्रदेशो की कोर्टों में चुनाव को लेकर तमाम वाद लंबित हैं, जिन पर भी चुनाव आयोग ईवीएम की चुनाव प्रणाली को निष्पक्ष और पारदर्शी होने का कोई जवाब नहीं दे पा रहा है। साथ ही 2019 के चुनाव परिणाम का जो डाटा चुनाव आयोग की साइट में अपलोड किया गया उसमें भी भारी मात्रा में अनियमित पाई गई जिसमें बहुतायत सीटों पर बूथ पर पड़े वोट और मतगणना में गिने वोटों में भारी अंतर पाया गया। जिस पर सवाल खड़ा करने पर चुनाव आयोग ने बिना कोई सूचना, जानकारी दिए उस डाटा को चुनाव आयोग की साइट से डिलीट कर दिया । साथ ही अलग-अलग प्रदेशों के चुनाव में यह भी देखने को मिला कि कहीं-कहीं पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी के खुद के बूथ में जिसमें प्रत्याशी ने खुद वोट डाला हुआ है वहां उस प्रत्याशी को भी जीरो वोट मिला है। जिससे साबित होता है की ईवीएम और वीवी पैट मशीन से वोट की चोरी कराने में चुनाव आयोग शामिल है।और चुनाव आयोग किसी के दबाव में काम करता दिखाई दे रहा है।जबकि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 और 339 में चुनाव आयोग को बिना डरे हुए निष्पक्ष रूप से चुनाव करने के लिए स्वतंत्र अधिकार बहाल किए गए हैं। इस तरह से चुनाव आयोग के द्वारा देश के संविधान और लोकतंत्र पर भारी संकट खड़ा होता दिखाई देता है।और देश की जनता के बीच चुनाव आयोग सहित चुनाव प्रणाली में प्रयोग होने वाली इन मशीनों से गहरा अविश्वास बढ़ता जा रहा है।देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए उपस्थित संगठनों के लोगों ने जनता की तरफ से ज्ञापन देते हुए महामहिम राष्ट्रपति महोदया से मांग की, कि देश की चुनाव प्रणाली से ईवीएम को पूर्णत : बैन किया जाए। और वैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने का आदेश चुनाव आयोग को दें। जिससे देश के मतदाताओं का देश के लोकतंत्र और संविधान पर विश्वास बचा रहे ।
इस मौके पर प्रमुख रूप से- एडवोकेट वीरेंद्र यादव, एडवोकेट जननायक सचान, डॉ अमित पाल, फूल सिंह मौर्य, प्रेमनाथ विश्वकर्मा, डॉ अशोक पटेल, चौधरी मंजयकार, एड दीपक कुमार डब्लू, अयूब खान, नीरज पाल, मोहम्मद आजम ,चंद्रशेखर सवाता, तरन्नुम परवीन, एडवोकेट जगदीश मौर्य, एडवोकेट सुनील उमराव, एडवोकेट सुरेंद्र सिंह, दिनेश शर्मा, राजू कुर्मी, धीरेंद्र मौर्य टीकू, एडवोकेट राजकुमार मौर्य, तनवीर हैदर, सऊद अहमद, एडवोकेट शुघर लाल यादव, धर्मेंद्र सिंह पटेल, मोहम्मद आतिफ, मारूफ सिद्दीकी, सुमित साहू, एडवोकेट अश्विनी यादव, बाबूलाल पाल, दिलीप पाल, राजेंद्र कुमार पासवान, एडवोकेट पुष्पेंद्र सिंह यादव, रामचंद्र पाल, एडवोकेट प्रभात पटेल, हिमांशु पटेल, अजीत कुमार, एडवोकेट संदीप कुमार माली, वीर सिंह यादव, एडवोकेट सिद्धांत प्रताप सिंह, रईस अहमद, गार्गी दीन बाजपेई, एडवोकेट संदीप प्रजापतो, राकेश प्रजापतो, राम लखन लोधी, चौधरी मोहन, इरशाद अहमद, शादाब अली, शंकर लाल सविता, रजोल सेन, राजेंद्र प्रसाद, अमृतलाल, रामकिशोर सविता, एडवोकेट इंद्रजीत यादव, एडवोकेट जितेंद्र शर्मा, शारदा देवी, कलावती ,रामकिशोर प्रजापति ,विनीत कुमार, डॉक्टर अखिलेश सविता, सुशील कुमार ,राजू, गणेश प्रसाद, डॉक्टर विक्रम, राहुल सविता, फूल सिंह लोधी, बिंदा प्रसाद, ओमप्रकाश गिहार, सुरेश कुमार संतू, आदि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

फतेहपुर!  शादीपुर स्थित ओम गार्डेन में शिक्षक साथी  #अनुराग_यादव जी के  #तिलक समारोह में अपने अन्य शिक्षक साथियों के साथ...
22/01/2024

फतेहपुर! शादीपुर स्थित ओम गार्डेन में शिक्षक साथी #अनुराग_यादव जी के #तिलक समारोह में अपने अन्य शिक्षक साथियों के साथ
#डा_अमित_पाल (अध्यक्ष पाल सा.उत्थान समिति)
जिलाध्यक्ष - समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी फतेहपुर

22/01/2024

फतेहपुर! 22 जनवरी भारतीय संविधान प्रस्तावना दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट स्थित अम्बेडकर पार्क में डा बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने संविधान प्रेमियों ने संकल्प के रुप में संविधान की प्रस्तावना को पढकर दोहराते हुए उस पर अमल करने की सपथ ली।

फतेहपुर!  अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के आयोजन पर सैनिक गेस्ट हाउस में खिचड़ी भोज एवं पिछडा वर्ग मिलन समारोह सफलता पूर्व...
21/01/2024

फतेहपुर! अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के आयोजन पर सैनिक गेस्ट हाउस में खिचड़ी भोज एवं पिछडा वर्ग मिलन समारोह सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। जिसमे विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों की विशेष उपस्थिति रही। इस मौके पर फूले, शाहू, पेरियार अर्थात #अम्बेडकरवादी विचारों के साथ लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए को मजबूत करने पर जोर देने की बात रखते हुए आपका साथी #डा_अमित_पाल (अध्यक्ष पाल सामुदायिक उत्थान समिति /जिलाध्यक्ष समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी)। कार्यक्रम की अध्यक्षता सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष #वीर_सिंह_यादव और संचालन #विनय_सिंह_यादव ने किया। #मुख्य_अतिथि के रुप में पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष #मा_जगनायक_सिंह_यादव एवं #विशिष्ट_अतिथि के रुप में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष ाजकुमार_मौर्य, संयुक्त सामाजिक एकता मंच के संरक्षक ्रभात_सिंह_पटेल, पूर्व समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष ीरेंद्र_सिंह_यादव एवं िपिन_सिंह_यादव, यादव महासभा के जिलाध्यक्ष #चौ_राजेश_सिंह_यादव, मौर्य महासभा के जिलामंत्री #ज्ञान_सिंह_मौर्य, सविता समाज के अध्यक्ष #संकर_लाल_सविता, पूर्व शासकीय अधिवक्ता ूघर_सिंह_यादव एवं #हनुमान_सिंह_यादव,उपस्थित रहे।
इस मौके पर प्रमुख रूप से एड इद्रजीत यादव, एड अश्विनी यादव, एड जगदीश प्रसाद मौर्य, संजय यादव, धीरेंद्र मौर्य टीकू, रौनक राज, नरसिंह यादव, दीपक सविता, चंद्रभान यादव, संदीप यादव, निधान सिंह यादव सहित बडी संख्या में महिलाए एवं पुरुष उपस्थित रहे।

I've received 300 reactions to my posts in the past 30 days. Thanks for your support. 🙏🤗🎉
13/01/2024

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खबर प्रकाशित करने के लिए सभी पत्रकार साथियों एवं आंदोलन को सफल बनाने वाले सभी बुद्धिजीवी साथियों को बहुत बहुत धन्यवाद आभ...
10/01/2024

खबर प्रकाशित करने के लिए सभी पत्रकार साथियों एवं आंदोलन को सफल बनाने वाले सभी बुद्धिजीवी साथियों को बहुत बहुत धन्यवाद आभार 🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

09/01/2024

ईवीएम हटाओ
बैलेट पेपर लाओ
की मांग को लेकर जिलाधिकारी फतेहपुर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को दिया गया ज्ञापन।
डा अमित पाल
(अध्यक्ष पाल सामुदायिक उत्थान समिति)
जिलाध्यक्ष - समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी फतेहपुर
सदस्य - संयुक्त सामाजिक एकता मंच फतेहपुर

09/01/2024

*ईवीएम के विरोध में संयुक्त सामाजिक एकता मंच के लोगों ने दिया ज्ञापन*
फतेहपुर ! संयुक्त सामाजिक एकता मंच के आवाहन पर जनपद के विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक लोगों ने जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन देते हुए अवगत कराया कि भारत बहुसंख्या आबादी वाला देश है। जिसमें बड़ी संख्या में अशिक्षित व अप्रशिक्षित लोग निवास करते हैं। ऐसी स्थिति में ईवीएम के द्वारा सरकार चुनने में जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही साथ इस चुनाव मशीन से भारत के नागरिकों का विश्वास भी टूटता जा रहा है।विभिन्न सूचना पत्रों एवं इलेक्ट्रिक मीडिया के द्वारा ईवीएम मशीन के हैक किये जाने की खबरें आती रहती हैं जिससे जनता को लगातार इस मशीन पर अविश्वास बढता जा रहा है। साथ ईवीएम मशीन के साथ पिछले के चुनाव में वीवीपीएटी मशीन लगाई गई वह भी मशीन गलत और अविश्वसनीय लोकतंत्र को घातक साबित हो रही।लोगों ने अनुरोध करते हुए महामहिम राष्ट्रपति महोदय से मांग किया कि उपरोक्त विषय को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए तत्काल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को चुनाव प्रणाली से हटाकर मत पत्र से चुनाव कराने का आदेश पारित करें। इस मौके पर प्रमुख रूप से एडवोकेट अश्विनी यादव, डॉ अमित पाल, एडवोकेट इंद्रजीत सिंह यादव, धीरेंद्र मौर्य टीकू, एडवोकेट वीरेंद्र सिंह यादव, धीरेंद्र सिंह यादव, अजीत सिंह यादव, नीरज पाल ,एडवोकेट हेमंत तिलक ,एडवोकेट चंद्रमणि भास्कर, अभिलाष यादव, दिनेश पाल, डॉ रोहित पाल, दिलीप पाल, इंद्रराज पाल, दीपक कुमार एडवोकेट, फूल सिंह मौर्य, रजोल सविता, संकर लाल सविता, पुष्पेंद्र सिंह यादव एडवोकेट, ज्ञान सिंह मौर्य, चंद्रपाल सिंह यादव एडवोकेट, दीपक कुमार ,संजय सिंह एडवोकेट, विवेक मौर्य, सुमित साहू, महेश कुमार, सत्येंद्र सिंह, कामता प्रसाद, मुन्ना लोधी, प्रदीप कुमार एडवोकेट, प्रभात कुमार पटेल एडवोकेट, नीरज रमन सिंह एडवोकेट, वीर सिंह यादव, आदित्य अवस्थी,मुकेश पटेल,रज्जन पाल, सचिन गुप्ता, नारायण गुप्ता, रोहित यादव, अनुज शिवहरे, फूलचंद पाल एडवोकेट, एड चंद्र भूषण पाल, अभिलाष यादव, राजेंद्र पासवान, राकेश प्रजापति, फूलचंद पाल, एडवोकेट योगेश कुमार, सुरेश चंद्र एडवोकेट, बाबूलाल करुणाकर एडवोकेट, उपेंद्र यादव एडवोकेट, भूपेंद्र यादव, सुधेश मौर्य, नर सिंह पटेल, रौनक राज, दिलीप पटेल, रामसजीवन लोधी, रामविशाल लोधी, एडवोकेट सुनील उमराव, जगनायक सचान एडवोकेट, जगदीश मौर्य एडवोकेट, सुनील यादव एडवोकेट, उत्तम पाल, एड मोइनुद्दीन, देवेंद्र पासवान, अन्य बहुत सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे।

06/01/2024

फतेहपुर!! समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक में पीडिए (PDA) फार्मूले पर अम्बेडकर वादी विचारों को जन जन तक पहुंचाने और पार्टी को मजबूत करने के लिए समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी के द्वारा किये जा रहे प्रयाशों पर अपनी बात रखते हुए आपका साथी
डा अमित पाल - जिलाध्यक्ष
समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी फतेहपुर

I've received 100 reactions to my posts in the past 30 days. Thanks for your support. 🙏🤗🎉
05/01/2024

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पाल सामुदायिक उत्थान समिति का प्रयास      अहिल्या बाई होल्कर पार्क               होल्कर चोराहा फतेहपुर
05/01/2024

पाल सामुदायिक उत्थान समिति का प्रयास
अहिल्या बाई होल्कर पार्क
होल्कर चोराहा फतेहपुर

 #फतेहपुर! पाल सामुदायिक उत्थान समिति के सहयोगी साथी भाई  ाल (पूर्व सैनिक एयर फोर्स) ने हमारे कार्यालय में आ कर हमारे द्...
04/01/2024

#फतेहपुर! पाल सामुदायिक उत्थान समिति के सहयोगी साथी भाई ाल (पूर्व सैनिक एयर फोर्स) ने हमारे कार्यालय में आ कर हमारे द्वारा किये जा रहे सामाजिक जाग्रति के कार्यक्रमों से प्रभावित होकर ोर्स✈ #टेबल_स्टैंड , #चाभी_का_गुच्छा , #पेन और #डायरी भेंट कर सम्मानित किया।।।।।।
ऐसा सम्मान देने के लिए कमल भाई जी को हम तहेदिल से हार्दिक धन्यवाद 🌹🌹एवं आभार 🙏🙏प्रकट करते हुए प्रकृति से कामना करते हैं आप सपरिवार हमेशा शम्रद्ध एवं खुसहाल रहें और हमारा आपका आपसी स्नेह हमेशा बना रहे।✌
आपका साथी
#डा_अमित_पाल
(अध्यक्ष-पाल सामुदायिक उत्थान समिति)
जिलाध्यक्ष - #समाजवादी_बाबा_साहब_अम्बेडकर_वाहिनी फ
(संयोजक सदस्य - संयुक्त सामाजिक एकता मंच)

* #देश_की_प्रथम_महिला_शिक्षिका_सवित्री_बाई_फुले_की_मनाई_गई_जयंती*फतेहपुर! संयुक्त सामाजिक एकता मंच के तत्वावधान में पटेल...
03/01/2024

* #देश_की_प्रथम_महिला_शिक्षिका_सवित्री_बाई_फुले_की_मनाई_गई_जयंती*
फतेहपुर! संयुक्त सामाजिक एकता मंच के तत्वावधान में पटेल सेवा संस्थान फतेहपुर में सावित्री बाई फुले जी की जयंती मनाई गयी। जिसकी अध्यक्षता अशोक कुमार (पूर्व शिक्षक ) ने किया एवं मुख्य अतिथि के रुप में प्रधान ललित सैनी (जिलाध्यक्ष अ भा श्री माली महासभा ) उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन डा अमित पाल (जिलाध्यक्ष समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी ) ने किया। कार्यक्रम को शिवकुमार लोधी, लालदेवेंद्र पटेल, बुद्धराज धाकडी, एड वीरेंद्र सिंह यादव, राकेश प्रजापति ने सम्बोधित करते हुए माता सावित्री बाई फुले के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए फुले जी द्वारा शिक्षा, बाल विवाह, शती प्रथा जैसी अमानवीय प्रथावों को बंद कराने के लिए किये गये संघर्षो आंदोलनों के प्रति उपस्थित लोगों को जागरूक किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से शुशील कुमार, शैलेश कुमार, अखिलेश पटेल, ब्रजकिशोर , अखिलेश चंद्र, मनोज प्रकाश, फूल सिंह मौर्य, मनोज प्रकाश, अरुण कुमार, फूल सिंह लोधी, एड संदीप माली, अनिल कुमार, शत्रुघन लाल, दिनेश शर्मा, दुर्गेश निषाद , दिलीप पाल आदि लोग उपस्थित रहे

सावित्रीबाई फुले जी का जन्म 03 जनवरी 1831 को हुआ था,आपकी माता जी का नाम लक्ष्मीबाई तथा पिताजी का नाम खन्दोजी नैवैसे था।भ...
03/01/2024

सावित्रीबाई फुले जी का जन्म 03 जनवरी 1831 को हुआ था,आपकी माता जी का नाम लक्ष्मीबाई तथा पिताजी का नाम खन्दोजी नैवैसे था।
भारत की प्रथम, महिला शिक्षिका, किसान विद्यालय की संस्थापक,नारी शिक्षा की पैरोकार,सामाजिक कुरीति,बाल विवाह, छुवाछुत,महिलाओं की मुक्ति और महिलाओं को शिक्षित बनाना ही आपका मिशन था।
सावित्रीबाई फूले देश की महानायिका है,जब सावित्री बाई फूले महिलाओं को पढ़ाने के लिए जाती थी,तो रास्ते पर लोग उन पर गंदगी, कीचड़, गोबर,विष्ठा तक फेंकते थे।सावित्री बाई फुले जी एक साड़ी अपने थैले में लेकर जाती थी, विद्यालय पहुंचकर बदल लेती थीं,।
*आपकी अपने पथ पर चलने की प्रेरणा ,हमेशा-हमेशा प्रेरित करती रहेगी।*

शत शत नमन💐💐🎂🙏🙏💐💐

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! DRx Alok Pal, डॉ. रतिभान पाल, Brijesh Pal, Shivmilan Pal,...
03/01/2024

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! DRx Alok Pal, डॉ. रतिभान पाल, Brijesh Pal, Shivmilan Pal, Man Singh, Amarsingh Mulnivasi, Vijay Pal, Pramod Kumar, Bhanji Bhai Rathod

तथागत बुद्ध की विरासत की मुखर आवाज आधुनिक अम्बेडकर वादी मशीहा शेरे भारत  #मा_स्वामी_प्रसाद_मौर्य जी का 69 वां जन्म दिवस ...
02/01/2024

तथागत बुद्ध की विरासत की मुखर आवाज आधुनिक अम्बेडकर वादी मशीहा शेरे भारत
#मा_स्वामी_प्रसाद_मौर्य जी का 69 वां जन्म दिवस मौर्य वंशी विरासत को बचाने एवं अम्बेडकर वादी मिशन को आगे बढाने के संकल्प के साथ बडे हर्षोल्लास के साथ विपुल खंड लखनऊ स्थित आवास पर मनाया गया।।
इस मौके पर समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव #फूल_सिंह_मौर्य जी के साथ आपका साथी
#डा_अमित_पाल (जिलाध्यक्ष)
समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी फतेहपुर

हमें 1 जनवरी को नववर्ष दिवस के रूप में मनाने की बजाय भीमा कोरेगांव दिवस के रूप में मनाना चाहिए ।क्या है भीमा कोरेगांव की...
01/01/2024

हमें 1 जनवरी को नववर्ष दिवस के रूप में मनाने की बजाय भीमा कोरेगांव दिवस के रूप में मनाना चाहिए ।

क्या है भीमा कोरेगांव की घटना?

1 जनवरी 1818 को महाराष्ट्र में भीमा नदी के किनारे बसे गांव, कोरेगांव में अंग्रेजों की तरफ से युद्ध लड़े महार(बाल्मीकि) जाति के लोगों द्वारा ब्राह्मण पेशवाओं की 28000की सेना को हराया था।

महत्वपूर्ण बात यह है कि जहां पेशवा ब्राह्मणों की तरफ से 28000 की सेना युद्ध लड रही थी, वही महार लोग जो उप्र के बाल्मिक समाज के लोग हैं, वह संख्या में मात्र 500 थे।

इन 500 लोगों ने ब्राह्मणों की सेना के 28000 सैनिकों को गाजर मूली की तरह काटकर फेंक दिया था।

प्रश्न यह उठता है कि यह कैसे संभव हुआ ?

यह महार वही लोग हैं जिन्हें अंबेडकरवादी मंचों से गले में मटकी डाले और कमर में झाड़ू लटकाये हुए नाटक का मंचन किया जाता है ।

उस दौर में जब भारत में अंग्रेज स्थापित नहीं हो पाए थे, तब महाराष्ट्र के पुणे क्षेत्र में पिछड़े वर्ग के लोगों को तथा अछूतों को सार्वजनिक रूप से घूमने की आजादी नहीं थी ।
हमारे लोग सिर्फ दोपहर में निकल सकते थे क्योंकि इन मनवादियों को हमारी छाया से भी नफरत थी हमारे लोगों की छाया पड़ने से ही वह अपवित्र हो जाते थे और सुबह शाम सूर्य की छाया दूर तक जाती है इसलिए उन्हें दोपहर में ही निकलने को अनुमति थी।

और इसके अलावा कुछ सीमित तालाब ही सुनिश्चित किए गए थे जिनका वह पानी पी सकते थे बाकी सार्वजनिक तालाबों पर वह पानी नहीं पी सकते थे ,शेष सभी तालाब सवर्ण समाज के लिए आरक्षित थे ।

और इस तरह का अत्याचार पुणे क्षेत्र में ज्यादा था जिसकी वजह से महार जाति के लोग सबसे ज्यादा पीड़ित थे ।

तो बाल्मिक समाज के तरफ से उनका एक प्रतिनिधि सिद्धनाथ, जो अंग्रेजों से मिला और उसने उनकी सेना में शामिल होकर युद्ध लड़ने के लिए अनुमति मांगी,
जिसे अंग्रेजों ने काफी अनुनय विनय के बाद स्वीकार किया और सिद्धनाथ के नेतृत्व में 500 महार सैनिकों ने पेशवा ब्राह्मणों की सेना के 28000 सैनिकों को मार गिराया ।

और इस युद्ध के बाद ही भारत में अंग्रेजों के पैर टिकने शुरू हुए और आगे चलकर अंग्रेजों की सत्ता भारत में स्थापित हुई

जिन्होंने आगे चलकर ओबीसी एससी समाज पर हो रहे तरह-तरह के अन्य अत्याचारों से मुक्ति दिलाई ।

महिलाओं को जिन्हें पढ़ने का अधिकार नहीं था उन्हें पढ़ने का अधिकार दिलाया।
महिलाओं की 5 वर्ष की उम्र में ही शादी कर दी जाती थी उससे मुक्ति दिलाई विधवाओं को सती कर दिया जाता था ,

सती प्रथा का अंत करवाया, विलियम बेंटिक ने राजा राममोहन राय के साथ मिलकर सती प्रथा निरोध कानून लागू किया

तब जाकर सती प्रथा अंत हो सकी
क्योंकि
जाति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बाल विवाह और सती प्रथा जरूरी था
यह दोनों ही प्रथाएं अंग्रेजों ने समाप्त की।

सार्वजनिक तालाबों से जिन्हें पानी तक नहीं पीने दिया जाता था वह पानी पीने का अधिकार दिलाया

लॉर्ड मैकाले ने शिक्षा का अधिकार दिलाया
समान दंड संहिता लागू करके एक समान कानून लागू किया, जिसकी वजह से अपराधी ब्राह्मणों को भी फांसी होने लगी

लॉर्ड मैकाले द्वारा लागू की गई आईपीसी कोड लागू होने के पहले, ब्राह्मण कितने भी अपराध करते ,उसे कोई सजा नहीं थी उसकी सिर्फ चोटी काट दी जाती थी और दूसरी जगह रहने को भेज दिया जाता था सिर्फ इतनी सजा थी
जो लार्ड ड़ मैकाले द्वारा बनाए गए कानून के बाद समाप्त हो सकी।

प्रश्न यह उठता है कि हमारे लोगों को शिक्षा का अधिकार दिलाने वाले ,
समान दंड संहिता लागू करने वाले,
तालाबों से पानी पीने का अधिकार दिलाने वाले ,
अंग्रेज तभी स्थापित हो सके ,जब पेशवा ब्राह्मणों की 28,000 की सेना को भीमा कोरेगांव के युद्ध में 500 वाल्मीकि सैनिकों ने पराजित किया ।

इसका लाभ सिर्फ बाल्मिक समाज के लोगों को ही नहीं मिला ,शिक्षा का अधिकार और बाकी सभी अधिकार जो अंग्रेजों ने दिए वह अन्य सभी वर्गों को भी मिले ।
जो उपेक्षित वर्ग थे ,जो ब्राह्मणों के शोषण से परेशान थे ,उन्हें भी लाभ मिला ।

आगे चलकर ज्योतिबा फूले को मौका मिला जिन्होंने 28 शिक्षण संस्थान खोले और महिलाओं को पढ़ने की पूरी तरह स्वीकृति प्रदान की।
अंबेडकर के पिताजी को मौका मिला ,वह भी सेना में पहुंचे और अंबेडकर भी पढ़ाई कर सके, विदेश में जाने का मौका मिला।

यह सारी सुविधाओं को हासिल करने का सौभाग्य इन्हीं भीमा कोरेगांव के 500 लड़ाकू की वजह से संभव हो सका ।

आज संविधान लागू होने की वजह से ओबीसी एससी समाज को जो संवैधानिक अधिकार मिले ,उन सारे हक अधिकारों का श्रेय, इन 500 भीमा कोरेगांव के सैनिकों को मिलना चाहिए।

1 जनवरी 1818 की घटना को याद रखते हुए ,अंग्रेजों ने भारत में अपनी सत्ता स्थापित होने के बाद एक विजय स्तंभ की स्थापना की ।
और प्रतिवर्ष 1 जनवरी को वहां एक समारोह का आयोजन किया जाने लगा ।
उस विजय स्तंभ पर भीमा कोरेगांव में मारे गए ,युद्ध में मारे गए महार जाति के 35 लोगों के नाम भी लिखे हुए हैं ।

भारत आजाद होने के बाद तथा अंग्रेजों के जाने के बाद मनुवादियों द्वारा इस घटना को भुलाने के लिए सिर्फ नव वर्ष दिवस के रूप में मनाना शुरू किया ।

और
आगे चलकर कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के नाम भी इस विजय स्तंभ पर जोड़ दिए गए ताकि लोग भीमा कोरेगांव की घटना को पूरी तरह से भूल जाएं

इसलिए हम सभी ओबीसी एससी समाज के लोगों को 1 जनवरी को नव वर्ष की बजाय भीमा कोरेगांव दिवस के रूप में मनाना चाहिए

क्योंकि
यदि भीमा कोरेगांव की घटना ना होती
तो ना अंबेडकर को अवसर मिलता और ना संविधान लागू होता
और ना हमको आपको हक अधिकार मिलते

जय भारत, जय संविधान

31/12/2023

सामाजिक जाग्रति कार्यक्रम बारामील हुसेनगंज फतेहपुर में अपनी बात रखते हुए ,,,
समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी के जिलाध्यक्ष #डा_अमित_पाल

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