Amit Rukhaya

Amit Rukhaya दैनिक जागरण जिला प्रभारी, 15 साल का पत्र Founder of www.haryanapost.com

प्रदेश में बदली राजनीतिक परिस्थितियों के बाद जिले के राजनीतिक हालात    #फतेहाबाद
22/03/2024

प्रदेश में बदली राजनीतिक परिस्थितियों के बाद जिले के राजनीतिक हालात

#फतेहाबाद

"Lost in the grandeur of the Twin Towers in  , but found in the depth of your love."
20/03/2024

"Lost in the grandeur of the Twin Towers in , but found in the depth of your love."

"Innocence in every giggle, joy in every twinkle. My little sunshine, making the world brighter one smile at a time. 💖👧 ...
01/03/2024

"Innocence in every giggle, joy in every twinkle. My little sunshine, making the world brighter one smile at a time. 💖👧 "

19/02/2024
एक उम्र के बाद   या कोई और तीज त्योहार सिर्फ बीवी बच्चों के लिए रोटी जुटाने की दौड़ भर हो जाते हैं । इस एक रोटी की चाह मे...
14/02/2024

एक उम्र के बाद या कोई और तीज त्योहार सिर्फ बीवी बच्चों के लिए रोटी जुटाने की दौड़ भर हो जाते हैं । इस एक रोटी की चाह में हर कोई दौड़ रहा है एक कभी खत्म ना होने वाली दौड़ । संजोग से जमीन पर काम करने वाले पत्रकारों के लिए ये एक मौका होता है जमीनी सच आपके सामने लाने के प्रयास का ।

दोनों तस्वीरें अलग अलग मौसम की हैं । पहली तस्वीर बाढ़ के दौरान कवरेज की है दूसरी तस्वीर आज किसानों के दिल्ली कूच में रंगोई नाके की है ।

20 साल पुराना वाला अमित होता तो आज की तस्वीरें कुछ अलग होती
आज वाला अमित ऐसा ही है, चवन्नी-अठन्नी की इस दौड़ का मकसद आज भी वैलेंटाइन को खुशियां देने का है । बस तरीका बदल गया है

14/02/2024

"आस्था"

अरे वाह वंदु! हरी साड़ी में तुम बहुत ही सुन्दर लग रही हो कहाँ जा रही हो सुबह-सुबह इतना सज-धज कर?
विजय ने अपनी पत्नी वंदना को छेड़ते हुए कहा।
अच्छा हुआ आप दोनों आज मॉर्निंग वॉक से जल्दी आ गए, मुझे मंदिर जाना है।
वंदना ने विजय और अपने किशोरवय बेटे देव से कहा।
वंदना पूजा की थाल तैयार कर रही थी।थाली में पूजन सामग्री के साथ एक साड़ी और सुहाग का सामान रखा, फिर एक कटोरे में सूखी खिचड़ी, तिल के लड्डू रखे। देव यह सब देखते हुए बोला-अरे मम्मी इतनी तैयारी! वैसे आज है क्या? देव ने पूछा ।
बेटा मकर सक्रांति है आज, एक डिब्बे में गरम-खिचड़ी उलटते हुए वंदना ने कहा।
मम्मी आपसे कितनी बार कहा कि ज्यादा व्रत मत किया करो और इतना सबकुछ मंदिर में देने की बजाय गरीबों को दान दिया करो। पापा आप भी मम्मी को कुछ समझाते नही। देव झुंझलाते हुए बोला।
विजय ने कहा बेटा जीवन में धार्मिक कार्य, अनुष्ठान, व्रत-त्यौहार, दान-पुण्य का अधिकार क्षेत्र तुम्हारी मम्मी का है, इसमें मैं कुछ नही बोल सकता।
वंदना विजय को चाय और देव को दूध का कप देकर मुस्कुराते हुए बाहर निकल गई।
विजय ने कहा बेटा तुम्हारी एक बात से तो सहमत हूँ कि गरीबों को दान देना चाहिए मगर मंदिरों में ना देकर...यह बात कुछ हजम नही हुई।
अरे पापा - मेरा मतलब है कि आपके भगवान तो कुछ खाएंगे नही, इससे अच्छा गरीबों को खिलाओ। देव ने अपनी बात रखते हुए कहा।
देव तुम जानते हो हमारी कॉलोनी के मंदिर का रखरखाव ,सुबह -शाम पूजा आरती कौन करते है? विजय ने पूछा।
पुजारी दादा और कौन - देव ने हँसते हुए कहा।
तुमने कभी सोचा उनके बारे में कि पुजारी दादा की आजीविका का साधन क्या है?
ठंड हो या बारिश सुबह पाँच बजे मंदिरों में नियमित आरती होती है,अखण्ड दीपक जलता है
यह सब कौन करता है,इसके बारे में कभी सोचा है? नही ना क्योंकि तुम्हारे पास अभी व्हाट्सएप्प पर प्रचारित आधुनिक थोथा और सतही ज्ञान है।
पर पापा मंदिर के बाहर ही कितने भिखारी बैठे रहते हैं।देव ने अपना तर्क रखते हुए कहा।
तुम्हारी माँ जो खिचड़ी बनाकर ले गई है ना, उन्हें देने के लिए ही है।विजय ने मुस्कुराते हुए कहा।
यह बात बताओ देव तुम्हारे जैसी युवा पीढ़ी जो 31st नाइट, क्रिसमस इव, वेलेंटाइन डे की पार्टियाँ करती है उस समय गरीबों और भूखों का ध्यान तुम्हें क्यों नही आता?
विजय के अकाट्य तर्क के सामने देव निरुत्तर हो गया।
बेटा यह मंदिर हमारी आस्था और संस्कृति के केन्द्र है। इन्होंने ही हमारी भारतीय संस्कृति को कई झंझावातों से बचाकर रखा है।
यह मंदिर हमारी अर्थव्यवस्था के आधार स्तंभ है, मंदिरों के चढ़ावे का 80 प्रतिशत देश की उन्नति के कार्यों में प्रयोग होता है।
पर्यटन उद्योग की यह रीढ़ की हड्डी के समान है। विजय की बातों से देव को एक नया दृष्टिकोण मिल रहा था। तभी वंदना आ गई,उसने दोनों के मुँह में तिल का लड्डू देते हुए कहा-"तिल गुड़ घ्या, गोड-गोड बोला।"
साभार

राज्यसभा सांसद बनने वाले फतेहाबाद जिले के पहले नेता होंगे Subhash Barala  #फतेहाबाद      #भाजपा
13/02/2024

राज्यसभा सांसद बनने वाले फतेहाबाद जिले के पहले नेता होंगे Subhash Barala

#फतेहाबाद #भाजपा

10/02/2024

रविवार सुबह 6 बजे से तीन दिन तक बंद रहेंगी फतेहाबाद और सिरसा जिले में इंटरनेट

10/02/2024

आज से 19 साल पहले केयूके में हल्की बरसात हुई थी । दो कप चाय के थे, कुछ कदम साथ थे, फिर एक कहानी हुई । उस कहानी में फिर कुछ नगमे बने और आखिर में वो कहानी ........

चाय उसी दिन से पसंद है

फतेहाबाद भाजपा की जिला कार्यकारिणी की घोषणा    #फतेहाबाद    #भाजपा   Haryana Post
07/02/2024

फतेहाबाद भाजपा की जिला कार्यकारिणी की घोषणा

#फतेहाबाद #भाजपा Haryana Post

दो सालों में उखड़ गया  #फतेहाबाद के पार्कों का विकास   Kamal Gupta Manohar Lal Balwan Singh Mla Dura Ram
04/02/2024

दो सालों में उखड़ गया #फतेहाबाद के पार्कों का विकास
Kamal Gupta Manohar Lal Balwan Singh Mla Dura Ram

 #फतेहाबाद विधानसभा सीट पर है चौटाला परिवार की नजर    Digvijay Chautala Jannayak Janta party-JJP
03/02/2024

#फतेहाबाद विधानसभा सीट पर है चौटाला परिवार की नजर

Digvijay Chautala Jannayak Janta party-JJP

21/01/2024

21/01/2024

ब्रेकिंग न्यूज,
शीतलहर को देखते हुए मुख्यमंत्री महोदय ने सभी सरकारी स्कूलों मै दिनाँक 20/01/2016 से 25/01/2016 तक बच्चों को

गरम कपडे व शिक्षकों को और अधिक कपडे पहनने की सलाह दी है।
😜😆😆😆😜

18/01/2024

कितना बुरा होता है????😊
ना अचानक जो whatsapp chat सबसे ऊपर रहा करती थी कभी वो धीरे धीरे नीचे खिसकने लगती है और जिसके whatsapp कि dp देखकर आपकी सुबह और अपनी शाम करते थे अचानक से उसकी dp ही दिखना बंद हो जाती है फिर आप चाहे जितना ही उसके नाम वाली जगह पे click करते रहो वहाँ आपको अब कुछ नहीं दिखाई देता है
वो meseenger का chatbox जिसमे सबसे ज़्यादा बात होती थी वो हफ़्तों फिर महीनो और फिर सालों में बीत जाते है आप हर दिन आँखे टिकाए रहते है वहाँ से अब कोई msg नहीं आता
वो आपके status पे उसका ❤️ वाला react दे जाना और आपके चेहरे पे smile का आ जाना कही अचानक से ग़ायब ही हो जाता है😊
Instagram पे भी अब सिर्फ़ उसका नाम दिखता है उसकी कोई picture नहीं ना ही मै उसके follow list में ना ही वो मेरे follow लिस्ट में पर हाँ ग़र उसका नाम डाल के ढूनने की कोसिस की तो उसके picture के साथ इक और profile दिख जाती है अब
वो हरी बत्ती उसके नाम के आगे देख के खुश हो जाना और उस वक्त की व्याकुलता की उसके नाम के आगे हरी बत्ती देखकर सबसे पहले मै उसको msg करूँ😊

कितना आसान होता होगा ना कुछ लोगों के लिए किसी को छोड़कर जाना

आइये, दैनिक जागरण के साथ मिलकर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का स्वागत करें
15/01/2024

आइये, दैनिक जागरण के साथ मिलकर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का स्वागत करें

02/01/2024

नए साल की खुमारी उतर गई हो तो ये भी देख लो कि 2024 लीप ईयर है । एक दिन ज्यादा काम करना है उतनी ही तनख्वाह में ।

#2024

29/12/2023

आवश्यक सूचना

अगले 24 घण्टों में फतेहाबाद, सिरसा, कुरुक्षेत्र और पानीपत सहित कई इलाकों में गहरी धुंध छाने की आशंका

Very Dense Fog is likely to occur at most places over Fatehabad, Kurukshetra, Panipat, Sirsa in next 24 hours.

28/12/2023

कुतर्क से ताकतवर होता है मौन। जब बेकार की किसी बहस में किसी को जवाब देते रहने का मन करे तो खुद से पूछें-
ये व्यक्ति आपके जीवन में कितना ज़रूरी है?
इससे लड़ाई में उलझने से आपको क्या हासिल होगा?आपको एक बहस में जीत चाहिए या जीवन में शांति?क्या इस बहस से बेहतर आप कुछ कर सकते हैं जीवन में?

फतेहाबाद जिले में दूसरी बार गिरा संदिग्ध पाकिस्तानी विमान की आकृति वाला गुब्बाराआज Dainik Jagran के स्टेट पेज पर
20/12/2023

फतेहाबाद जिले में दूसरी बार गिरा संदिग्ध पाकिस्तानी विमान की आकृति वाला गुब्बारा

आज Dainik Jagran के स्टेट पेज पर

आज Dainik Jagran के मुख्य पेज पर   #फतेहाबाद
19/12/2023

आज Dainik Jagran के मुख्य पेज पर

#फतेहाबाद

क्या आप जानते हैं कि यदि आप 100 काली चींटियाँ और 100 लाल चींटियाँ एक जार में डाल दें, तो कुछ नहीं होगा?  लेकिन अगर आप जा...
07/12/2023

क्या आप जानते हैं कि यदि आप 100 काली चींटियाँ और 100 लाल चींटियाँ एक जार में डाल दें, तो कुछ नहीं होगा? लेकिन अगर आप जार को जोर से हिलाते हैं, तो चींटियाँ एक-दूसरे को मारना शुरू कर देती हैं। लाल चींटियाँ काली चींटियों को अपना दुश्मन मानती हैं और काली चींटियाँ लाल चींटियों को अपना दुश्मन मानती हैं। सच्चा शत्रु वह है जो जार को हिला रहा है। मानव समाज में भी यही होता है. इसलिए, एक-दूसरे पर हमला करने से पहले हमें यह सोचना चाहिए कि जार कौन हिला रहा है! - कर्ट वोनगुट

26/11/2023

महाभारत में एक प्रसंग आता है जब धर्मराज युधिष्ठिर ने विराट के दरबार में पहुँचकर कहा-
“हे राजन! मैं व्याघ्रपाद गोत्र में उत्पन्न हुआ हूँ तथा मेरा नाम 'कंक' है। मैं द्यूत विद्या में निपुण हूँ। आपके पास आपकी सेवा करने की कामना लेकर उपस्थित हुआ हूँ।”

द्यूत ......जुआ ......यानि वह खेल जिसमें धर्मराज अपना सर्वस्व हार बैठे थे। कंक बन कर वही खेल वह राजा विराट को सिखाने लगे।

जिस बाहुबली के लिये रसोइये दिन रात भोजन परोसते रहते थे वह भीम बल्लभ का भेष धारण कर स्वयं रसोइया बन गया।

नकुल और सहदेव पशुओं की देखरेख करने लगे।

दासियों सी घिरी रहने वाली महारानी द्रौपदी .......स्वयं एक दासी सैरंध्री बन गयी।
.....और वह धनुर्धर। उस युग का सबसे आकर्षक युवक, वह महाबली योद्धा। वह द्रोण का सबसे प्रिय शिष्य। वह पुरूष जिसके धनुष की प्रत्यंचा पर बाण चढ़ते ही युद्ध का निर्णय हो जाता था।वह अर्जुन पौरुष का प्रतीक अर्जुन। नायकों का महानायक अर्जुन।एक नपुंसक बन गया।

एक नपुंसक ?

उस युग में पौरुष को परिभाषित करने वाला अपना पौरुष त्याग कर होठों पर लाली लगा कर ,आंखों में काजल लगा कर एक नपुंसक "बृह्नला" बन गया।

युधिष्ठिर राजा विराट का अपमान सहते रहे। पौरुष के प्रतीक अर्जुन एक नपुंसक सा व्यवहार करते रहे। नकुल और सहदेव पशुओं की देख रेख करते रहे......भीम रसोई में पकवान पकाते रहे और द्रौपदी.....एक दासी की तरह महारानी की सेवा करती रही।

परिवार पर एक विपदा आयी तो धर्मराज अपने परिवार को बचाने हेतु कंक बन गया। पौरुष का प्रतीक एक नपुंसक बन गया।एक महाबली साधारण रसोईया बन गया।

पांडवों के लिये वह अज्ञातवास नहीं था। अज्ञातवास का वह काल उनके लिये अपने परिवार के प्रति अपने समर्पण की पराकाष्ठा थी।

वह जिस रूप में रहे।जो अपमान सहते रहे .......जिस कठिन दौर से गुज़रे .....उसके पीछे उनका कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं था। अज्ञातवास का वह काल परिस्थितियों को देखते हुये परिस्थितियों के अनुरूप ढल जाने का काल था !!

आज भी इस धरती में अज्ञातवास जी रहे ना जाने कितने महायोद्धा दिखाई देते हैं। कोई धन्ना सेठ की नौकरी करते हुये उससे बेवजह गाली खा रहा है क्योंकि उसे अपनी बिटिया की स्कूल की फीस भरनी है।
बेटी के ब्याह के लिये पैसे इक्कठे करता बाप एक सेल्समैन बन कर दर दर धक्के खा कर सामान बेचता दिखाई देता है।
ऐसे असँख्य पुरुष निरंतर संघर्ष से हर दिन अपना सुख दुःख छोड़ कर अपने परिवार के अस्तिव की लड़ाई लड़ रहे हैं।

रोज़मर्रा के जीवन में किसी संघर्षशील व्यक्ति से रूबरू हों तो उसका आदर कीजिये।
उसका सम्मान कीजिये।
फैक्ट्री के बाहर खड़ा गार्ड......होटल में रोटी परोसता वेटर.....सेठ की गालियां खाता मुनीम....... वास्तव में कंक .......बल्लभ और बृह्नला हैं।

क्योंकि कोई भी अपनी मर्ज़ी से संघर्ष या पीड़ा नही चुनता। वे सब यहाँ कर्म करते हैं
।वे अज्ञातवास जी रहे हैं......!

परंतु वह अपमान के भागी नहीं हैं। वह प्रशंसा के पात्र हैं। यह उनकी हिम्मत है.....उनकी ताकत है ......उनका समर्पण है के विपरीत परिस्थितियों में भी वह डटे हुये हैं।

वह कमजोर नहीं हैं ......उनके हालात कमज़ोर हैं.....उनका वक्त कमज़ोर है।

याद रहे......

अज्ञातवास के बाद बृह्नला जब पुनः अर्जुन के रूप में आये तो कौरवों के नाश कर दिया। पुनः अपना यश, अपनी कीर्ति सारे विश्व में फैला दी।वक्त बदलते वक्त नहीं लगता इसलिये जिसका वक्त खराब चल रहा हो,उसका उपहास और अनादर ना करें।

उसका सम्मान करें, उसका साथ दें।

क्योंकि एक दिन #संघर्षशील #कर्मठ #ईमानदारी से प्रयास करने वालो का अज्ञातवास अवश्य समाप्त होगा।
समय का चक्र घूमेगा और बृह्नला का छद्म रूप त्याग कर धनुर्धर अर्जुन इतिहास में ऐसे अमर हो जायेंगे.. कि पीढ़ियों तक बच्चों के नाम उनके नाम पर रखे जायेंगे। इतिहास बृह्नला को भूल जायेगा। इतिहास अर्जुन को याद रखेगा।

हर सँघर्षशील लग्नशील कर्मठ व्यक्ति में बृह्नला को मत देखिये। कंक को मत देखिये। बल्लभ को मत देखिये। हर सँघर्षशील व्यक्ति में धनुर्धर अर्जुन को देखिये। धर्मराज युधिष्ठिर और महाबली भीम को देखिये।
उसका भरपूर सहयोग करिए उसके ईमानदार प्रयासों को सराहे ! क्योंकि याद रखना एक दिन हर संघर्षशील व्यक्ति का अज्ञातवास खत्म होगा।

यही नियति है।
यही समय का चक्र है।
यही महाभारत की भी सीख है!
जय श्री राधेकृष्णा जय श्री राम, हर हर महादेव 🙏 🙏

Will Live AgainWill Love againYou made us proud
20/11/2023

Will Live Again
Will Love again

You made us proud

You +Me = We
18/11/2023

You +Me = We

13/11/2023

जखल की बाढ़ पर सबका ध्यान है, लेकिन टोहाना के चार गांव में भी बाढ़ ने खूब तबाही मचाई है । लोगों के घरों के बाहर 3 फ़ीट पानी है, मवेशियों को घरों से दूर रेलवे स्टेशन पर बांधना पड़ रहा है । आज की विशेष रिपोर्ट

#फतेहाबाद

20/10/2023

पति-पत्नी रात में बिस्तर पर खामोशी से लेटे हुए...
आपस में कोई बात नहीं...
पत्नी के मन की चिंताएं...
१. ये मुझसे बात क्यों नहीं कर रहे ??
२. क्या अब मैं पहले जैसी खूबसूरत नहीं रही ??
३. कहीं मेरा वजन तो नही बढ़ गया ??
४. कहीं मेरे चेहरे की झुर्रियों पर इनका ध्यान ना गया हो ??
५. कहीं इनके जीवन में कोई और तो नहीं आ गई ??
६. कहीं ये मेरी रोज की कच-कच से तंग तो नहीं आ गये??
पति के मन की चिंता....
१. ये रोहित शर्मा ने शार्दूल ठाकुर को क्यों खिलाया हुआ है :->

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