23/07/2021
🙏जय श्री महाकाल 🙏
🌹🌹🌹
*जिन्दगी की तपिश को*
*सहन किजिये*
*अक्सर*
*वो पौधे मुरझा जाते हैं*
*जिनकी परवरिश*
*छाया में होती है !!*
*"धर्म-अधर्म" सिर्फ..*
*सुखों के समय में..*
*दिखता है ..*
*मुसीबत में तो सिर्फ..*
*"इंसानियत" का धर्म..*
*काम आता है..*
*आँखे बंद करने से..*
*मुसीबत नहीं टलती .!*
*और*
*मुसीबत आए बिना ..*
*आँखे नहीं खुलती...*
*सुप्रभात*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏