
06/09/2024
हिंदू विरोधी गठजोड़
पिछले कुछ वर्षों में एक के बाद एक ऐसी अनेक घटनाएं हो रही हैं जिससे लग रहा है कि मोदी विरोधी लिबरल- गठजोड़ फिर पूरी शक्ति से सक्रिय हो गया है, जिसका मोदी विरोध धीरे-धीरे भारत और हिन्दू विरोध तक स्थापित होता जा रहा है।
क्या यह संयोग मात्र है कि इन वर्षों में दुनिया भर में हिन्दू
जीवन-शैली और हिंदुत्व के प्रति आदर और स्वीकार्यता बढ़ी है। लेकिन इसके साथ-साथ ही इस हिन्दू विरोधी गठजोड़
के द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं, आस्थाओं, परंपराओं के प्रति बहुआयामी आक्रमण बढ़े हैं।'
सनातन धर्म' को मच्छर की तरह समाप्त करने और मंदिर में हिन्दू देवदर्शन हेतु नहीं बल्कि लड़कियों को छेड़ने जाते हैं ।
जैसे वक्तव्य तथा हिन्दू ग्रन्थ, साहित्य आदि की अपने लाभ के लिए अनुचित व्याख्या कर कभी हिंन्दू समाज को आपस में बांटना, तो कभी संपूर्ण हिन्दू समाज को ही हिंसक बताना और वह भी संवैधानिक पदों पर बैठे महत्वपूर्ण व्यक्तियों द्वारा, उनकी अपनी कुंठा को ही प्रदर्शित करता है।
यही नेता हिंदुओ को जातिवाद मे बाटना अपना प्रथम कर्तव्य मानकर नित हिंदुओ के विखण्डनकारी षड्यंत्र रचते है ।
परंतु हिंदुओं की समस्या यह है, कि या तो उन्हें अपने अपमान की जानकारी नहीं है या फिर उन्होंने इसे याद रखना उचित नहीं समझते, यानी कि आत्म शून्यता और आत्मविस्मृति।
साभार -लेखाराम विश्नोई जी, जोधपुर