12/08/2024
क्या आपको मंजरी जोशी याद है…
अविनाश कौर सरीन,
सरला माहेश्वरी,
सलमा सुल्तान
और शोभना जगदीश याद हैं ?
उस युग के नौजवान और इस युग के प्रौढ़ या बुजुर्ग इन्हें कैसे भूल सकते हैं। हाँ, यादों के किवाड़ आधे-पौने बंद अवश्य हो गए होंगे, उन किवाड़ों में धूल की एक परत भी जम गई होगी, उन्हें खोल देता हूँ, झाड़ देता हूँ। मुझे यक़ीन है कि आपको यह सब याद करके अच्छा नहीं, बल्कि बहुत अच्छा लगेगा। ठीक उसी तरह जिस तरह रात भर सुंदर स्वप्न देखने के बाद सुबह नींद खुलने पर बहुत अच्छा लगता है।
जो नहीं जानते, उन्हें भी बता दूं कि ये पांचों 'अप्सराएं' कभी भारतीय टेलीविजन की स्टार हुआ करती थीं। वह भारतीय टेलीविजन का सुनहरा युग था। देश भर में एकमात्र चैनल दूरदर्शन उपलब्ध था।
इस एकमात्र चैनल के प्रति लोगों में गज़ब दीवानगी थी। स्थिति ऐसी कि सुबह 9 बजे जब दूरदर्शन पर रामानंद सागर का 'रामायण' चलता तो सड़कें सुनसान हो जाया करती थीं।
यह उस दौर की कहानी है जब दूरदर्शन के समाचार वाचक (न्यूज़ एंकर) असली स्टार हुआ करते थे। आज लोग न्यूज़ एंकरों से कुढ़ने लगे हैं, चिढ़ने भी लगे हैं, लेकिन उन दिनों प्रेम करते थे। दूरदर्शन के ज्यादातर न्यूज़ एंकर विवाहित थे, बावजूद वे स्वीकार्य हुए और लोगों में उनके प्रति जबरदस्त क्रेज़ रहा। इन्होंने 1980 से 1990 के मध्य दूरदर्शन पर शासन किया।
लोगों ने न केवल स्वीकार किया, बल्कि उनका अनुसरण भी किया। जी हाँ…मंजरी जोशी, अविनाश कौर सरीन, सरला माहेश्वरी, सलमा सुल्तान और शोभना जगदीश दूरदर्शन की वही न्यूज़ एंकर रहीं, जिन्होंने दिलों पर राज किया। वे खबरें पढ़ती थीं। केवल पढ़ती थीं, चिल्लाती नहीं थीं। उस वक्त कोई एंकर न थानेदार हुआ करता था न वकील और न ही जज।
ऐसे न्यूज़ एंकर अब कहां दिखते हैं, जिनकी आवाज़ कानों में रस घोलती हो। ऐसी आवाज़ जो मन को सहज ही भा जाती हो और जिन्हें देखने सुनने की चाहत दीवानगी में बदल जाती हो। मुझे मंजरी जोशी और अविनाश कौर की जोड़ी बहुत पसन्द थी। अब भी याद करके अच्छा लगता है
#कैलाश्