27/07/2023
स्कूटर बिक रहा है या नारी को अपनी प्रोडक्ट में लड़कियों का अश्लील प्रयोग क्यो करवा रहा है ये सभी #इंडस्ट्रीज़ वाले.!🙄🤔 सच कहूँ तो पहली नजर में स्कूटर दिखा ही नही,, पुरुष हूँ,, क्यों सच छिपाऊं,, मैं सोच रहा हूँ ,, आखिर ये हो क्या रहा है,,नारी क्यों देख ओर समझ नही पा रही बाजार ने उसे एक वस्तु बना दिया है,, वो क्यों विरोध नही करती,,
अगरबत्ती के ऐड में महिला,, शेविंग क्रीम के ऐड में महिला,, डिओ के ऐड में महिला की अमुक डिओ लगाओगे तो,, खिंची चली आंदी ए,, पुरुषों के इनर वियर में महिला
18 ,20 साल के लड़के ,, ओर लड़कियों पर इसका क्या असर हो रहा है,, उसका समाज पर क्या असर होगा,,कुछ लड़किया कहती है कि हम क्या पहनेगे ये हम तय करेंगे....
पुरुष नहीं.....
जी बहुत अच्छी बात है.....
आप ही तय करे....
लेकिन हम पुरुष भी किस लड़की का सम्मान/मदद करेंगे ये भी हम तय करेंगे, स्त्रीया नहीं....
और हम किसी का सम्मान नहीं करेंगे इसका अर्थ ये नहीं कि हम उसका अपमान करेंगे
लड़को को संस्कारो का पाठ पढ़ाने वाला स्त्री समुदाय क्या इस बात का उत्तर देगा की क्या भारतीय परम्परा में ये बात शोभा देती है की एक लड़की अपने भाई या पिता के आगे अपने निजी अंगो का प्रदर्शन बेशर्मी से करे?
क्या ये लड़किया पुरुषो को भाई/पिता की नज़र से देखती है ?
जब ये खुद पुरुषो को भाई/पिता की नज़र से नहीं देखती तो फिर खुद किस अधिकार से ये कहती है की "हमें माँ/बहन की नज़र से देखो"
कौन सी माँ बहन अपने भाई बेटे के आगे नंगी होती है?
भारत में तो ऐसा कभी नहीं होता था....
सत्य ये है कीअश्लीलता को किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं ठहराया जा सकता। ये कम उम्र के बच्चों को यौन अपराधो की तरफ ले जाने वाली एक नशे की दूकान है।।
और इसका उत्पादन #स्त्रीसमुदाय करता है।
मष्तिष्क विज्ञान के अनुसार 4 तरह के नशो में एक नशा अश्लीलता (सेक्स) भी है।
आखिर में मुझे ,, नॉन प्रोग्रेसिव या रूढ़िवादी भी कहा जा सकता है,, हो सकता है मैं हूँ भी,,
पर मैंने जो कहा बहुत थोड़ा कहा,, बहुत कुछ कह सकता था,,
बाकी पॉइंट ये है कि संस्कार ,, इस विषय मे वेशभूषा का,, ना भुला जाए,, हम संस्कृति के इस चीरहरण कर्ण या भीष्मपिता बनकर मुख दर्शक नहीं रहेंगे हम अपने धर्म का पालन करेंगे और आप
ये भारत है बैंकॉक नही,,,