31/10/2023
# सारण # छपरा राज्य सरकार द्वारा जातीय जनगणना में साजिश के तहत वैश्य समाज के सभी 56 उप जातीयों की संख्या को घटाकर प्रकाशित किए जाने के विरूद्ध पॉंच सूत्री मॉंगों को लेकर अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन बिहार प्रदेश के आह्वान पर राज्य के सभी प्रमंडलों में अलग-अलग तिथि को एक दिवसीय धरना देने का कार्यक्रम पूर्व से निर्धारित है।
इसी कड़ी में आज सारण प्रमंडल स्तरीय एक दिवसीय धरना का आयोजन अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के सारण प्रमंडल प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार साह की अध्यक्षता में नगर पालिका चौक छपरा में आयोजित किया गया। जिसमे निम्न पॉंच सूत्री माँगो का ज्ञापन आयुक्त सारण प्रमंडल को देते हुए राज्य सरकार को भेजा गया ।
प्रमुख मॉंगे:-
1. बिहार सरकार द्वारा प्रकाशित जातीय जनगणना में वैश्य समाज के सभी 56 उपजातियों कि संख्या को
साजिश के तहत घटाकर किए गए त्रृटिपूर्ण प्रकाशन को सुधार करने ।
2. वैश्य समाज के सभी 56 उप जातीयों के जातीय जनगणना का एकीकृत प्रकाशन करने ।
3. राज्य में जातीय जनगणना में वैश्य समाज की आबादी को साजिश के तहत घटाने के दोषी पदाधिकारी
एवं साजिश में शामिल नेताओं के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने।
4. राज्य में जातीय जनगणना से वंचित परिवारों के लिए प्रखंडवार टॉंल फ्री नं० जारी कर वंचित परिवारों
का जातीय जनगणना करने।
5. राज्य में जातिय जनगणना का प्रकाशन पंचायत/वार्ड स्तर पर जारी करने।
धरना को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक पवन जायसवाल ने कहा कि आज जिस तरह से बिहार में जातीय जनगणना रिपोर्ट जारी होने के बाद अधिकांश जातीयों द्वारा अपनी संख्या को लेकर सवाल खड़ा किया जा है जो स्पष्ट यह दर्शाता है की राज्य सरकार महागठबंधन समर्थित कुछ जातीयों की संख्या में वृद्धि तथा राज्य सरकार के विरोधी मानसिकता वाली जातीयों की संख्या में अप्रत्याशित कमी कर सैकड़ो घोटालों में कीर्तिमान स्थापित करने वाली महागठबंधन सरकार ने जातीय जनगणरा में घोटाला कर भ्रष्टाचार एवं देषपूर्ण कार्य पद्धति में एक नया इतिहास बनाया है।
श्री जायसवाल ने कहा की अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन बिहार का 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल शीघ्र महामहिम राज्यपाल से मिल कर राज्य सरकार द्वारा जातीय जनगणना में साजिश के तहत वैश्य समाज के सभी 56 उप जातियों की संख्या को घटाकर प्रकाशित किए जाने के विरुद्ध अपनी पाँच सूत्री माँगो का ज्ञापन सौंपने का कार्य करेगा।
श्री जायसवाल ने कहा महागठबंधन की सरकार ने बिहार वैश्य समाज के सभी 56 उप जातियों की राजनीतिक/सामाजिक भागीदारी को साजिश के तहत घटाने के उदेश्य से वर्ष 2011 की जनगणना में 22% आवादी वाली वैश्य समाज को 2023 में मात्र 18% पर ला दिया गया है जबकि अनुमानित 27% होना चाहिए।
वही छपरा विधायक सी एन गुप्ता ने कहा की राज्य सरकार वैश्य समाज को मजबूर समझ अपनी राजनीतिक फायदा के उद्देश्य से जातीय जनगणना को प्रकाशित किया गया है अगर सरकार ने मॉंगो को पूरा नही किया तो वैश्य समाज 2024 एवं 2025 में अपना वजूद दिखा देगा। उन्होने कहा की आज हजारों लोग यह कह रहे है की उनके घर आज तक कोई उनकी जातीय जनगणना करने नही पहुंचा फिर किस आधार पर यह रिपोर्ट तैयार किया गया यह न्यायिक जांच का विषय है।
धरना की अध्यक्षता सारण प्रमंडल प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार साह, तथा संचालन गोपालगंज जिलाध्यक्ष जगत नारायण साह, द्वारा किया गया सभा को प्रदेश कार्यालय सह मीडिया प्रभारी अर्जुन गुप्ता, कंचन देवी, अमृत लाल साह, सुप्रिया कुमारी,जय हिन्द साह,पूर्व जिला पार्षद राजू गुप्ता,अजय प्रसाद, वीरेन्द्र साह मुखिया,छठी लाल गुप्ता,प्रो0 इंद्र कांत बबलू विकाश कुमार गुप्ता,विजय गुप्ता,लालन प्रसाद गुप्ता,अनिता साहू ,सुनील व्याहुत,कंचन देवी , सियाशरण प्रसाद , वैधनाथ प्रसाद , कृष्णा कुमार वैष्णवी, प्रमोद गुप्ता पवन गुप्ता,राजेश नाथ प्रसाद आदि ने सम्बोधित किया।