सनातन धर्म

सनातन धर्म चुप रहना मेरी ताक़त है,कमज़ोरी नहीं।
अकेले रहना मेरी आदत है,मज़बूरी नहीं ।।

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 02-09-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
02/09/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 02-09-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत जी को केंद्र सरकार (मोदी सरकार) ने ASL लेवल की सुरक्षा प्रदान की है। RSS...
28/08/2024

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत जी को केंद्र सरकार (मोदी सरकार) ने ASL लेवल की सुरक्षा प्रदान की है। RSS प्रमुख मोहन भागवत जी को अबतक Z+ की सुरक्षा मिल रही थी, जिसे एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) में अपग्रेड कर दिया गया है।

✨ श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं ❤️जय श्री कृष्णा🙏
26/08/2024

✨ श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं ❤️

जय श्री कृष्णा🙏

हर हर महादेव🙏Today's Best photo❤❤❤❤❤❤
21/08/2024

हर हर महादेव🙏
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🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 21-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
21/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 21-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

पाप हमारी सोच से होता है शरीर से नहींऔर तीर्थों का जल हमारे शरीर को साफ करता है हमारी सोच को नहीं..जय श्री गणेश🙏
21/08/2024

पाप हमारी सोच से होता है शरीर से नहीं
और तीर्थों का जल हमारे शरीर को साफ
करता है हमारी सोच को नहीं..

जय श्री गणेश🙏

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 20-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
20/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 20-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

श्री सोमनाथ महादेव मंदिर,प्रथम ज्योतिर्लिंग - गुजरात (सौराष्ट्र)दिनांकः 18 अगस्त 2024, श्रावण शुक्ल चतुर्दशी - रविवार,प्...
18/08/2024

श्री सोमनाथ महादेव मंदिर,
प्रथम ज्योतिर्लिंग - गुजरात (सौराष्ट्र)
दिनांकः 18 अगस्त 2024, श्रावण शुक्ल चतुर्दशी - रविवार,प्रातः श्रृंगार दर्शन...

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 18-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
18/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 18-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 17-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
17/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 17-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 15-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
16/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 15-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

15/08/2024

The Evolution of the Indian National Flag...

Happy 78th Independence Day 🇮🇳 🧡🤍💚

दो झंडे हे मेरे भारत देश की शान🤗पहला तिरंगा🇮🇳दूसरा  भगवा 🚩
15/08/2024

दो झंडे हे मेरे भारत देश की शान🤗
पहला तिरंगा🇮🇳
दूसरा भगवा 🚩

ॐ श्री महाकालेश्वराय नमः  दिनांक 10 अगस्त 2024 को ज्योतिर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर जी का प्रातः कालीन भस्म आरती श्रृं...
09/08/2024

ॐ श्री महाकालेश्वराय नमः
दिनांक 10 अगस्त 2024 को ज्योतिर्लिंग भगवान श्री महाकालेश्वर जी का प्रातः कालीन भस्म आरती श्रृंगार दर्शन

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 08-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
09/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 08-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

1 से 21 मुखी रुद्राक्ष की संपूर्ण जानकारी....👉👉रुद्राक्ष अर्थात – भगवान शंकर के अक्ष (अश्रु) , पुराणों के अनुसार एक बार ...
06/08/2024

1 से 21 मुखी रुद्राक्ष की संपूर्ण जानकारी....

👉👉रुद्राक्ष अर्थात – भगवान शंकर के अक्ष (अश्रु) , पुराणों के अनुसार एक बार भगवान शंकर वर्षों तक समाधी में लीन रहें और जब उन्होंने नेत्र खोला तो उनके नेत्रों से जल की कुछ बूँद निकलीं और धरती पर फ़ैल गईं और पहले बीज रूप में फिर विशाल वृक्ष के रूप विकसित हुईं।

भारतीय संस्कृति के अनुसार रुद्राक्ष को पवित्र माना जाता है और विज्ञान के अनुसार रुद्राक्ष में से कुछ विशेष कंपन्न उत्पन्न होते हैं जो हमारे आसपास रहे हुए नकारात्मक विकिरणों का नाश करतें है।

रुद्राक्ष के कई प्रकार होते हैं और साथ ही कुछ गूढ़ पहचान छिपाए होते हैं जिससे इनके गुणवत्ता की परख की जाती है। असली रुद्राक्ष सामान्य से थोड़ा महंगा होता है और बाज़ार में नकली रुद्राक्षों की भरमार है इसलिए रुद्राक्ष की सटीक जानकारी होना और भी जरूरी हो जाता है। तो दोस्तों आइये जानते हैं रुद्राक्ष के प्रकार साथ ही रुद्राक्ष के फायदे।

👉👉रुद्राक्ष के कितने प्रकार होते हैं?

रुद्राक्ष के मामले में “मुखी” का प्रयोग इसके प्रकार को और फायदों को विभाजित करने के लिए किया जाता है। हम अक्सर सुनते हैं की पंडित जी ने उन्हें इतना मुखी रुद्राक्ष पहनने के लिए कहा है।

रुद्राक्ष के 21 प्रकार होते हैं यानी रुद्राक्ष 1 से लेकर 21 मुखी तक का होता है और सभी के अपने स्वतंत्र गुण धर्म और फायदे हैं।

1. एक मुखी रुद्राक्ष

एकमुखी रुद्राक्ष ॐ के आकार का होता है और इसमें साक्षात भगवान शंकर का वास होता है। ऐसा माना जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष (Eka Mukhi Rudraksha) धारण करने से शंकर भगवान की शक्तियाँ हमें नकारात्मक उर्जाओं से बचाती हैं ।

एक मुखी रुद्राक्ष अधिक देखने को नही मिलता। यह कीमत में थोड़ा महँगा होता हैं और बाज़ार में सामान्य रुद्राक्ष को एक मुखी का आकार देकर बेच दिया जाता है इसलिए इसे चुनते समय सावधानी रखनी चाहिए।

♦️एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) एकमुखी रुद्राक्ष सिंह राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ होता है।

(b) ऐसा माना जाता है एक मुखी रुद्राक्ष की पूजा जहाँ होती है वहाँ से लक्ष्मी दूर नहीं होती।

(c) एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से शरीर में उच्च रक्तचाप धीरे-धीरे नियंत्रित होने लगता है।

2. दो मुखी रुद्राक्ष

दो मुखी रुद्राक्ष में भगवान शंकर की सौम्य और शांत मुद्रा को स्थित माना जाता है दो मुखी रुद्राक्ष अर्द्धनारेश्वर यानी शिव और शक्ति दोनों का प्रतिनिधित्व करता है। शिव और शक्ति दोनों की शक्तियाँ इस दो मुखी रुद्राक्ष में समाहित होती है।

👉दो मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) कर्क राशि के जातकों के लिए दो मुखी रुद्राक्ष लाभकारी है।

(b)दिमागी बैचेनी और राहु के दुष्प्रभाव को रोकने के लिये इस का प्रयोग किया जाता है।

(c)जिन लोगों को रात को नींद नही आती है साथ ही जिनका मन अशांत है उन्हें इसकी सलाह दी जाती है।

(d) दो मुखी रुद्राक्ष दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए लाभकारी होता है।

3. तीन मुखी रुद्राक्ष

तीन मुखी रुद्राक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों की शक्तियाँ विद्यमान रहतीं हैं। तीन मुखी रुद्राक्ष इन्हीं त्रिशक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है। तीन मुखी रुद्राक्ष सदा साक्षात फल प्रदान करता है।

👉तीन मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) मेष राशि के जातकों के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष (Teen Mukhi Rudraksha) शुभ माना जाता है।

(b) तीन मुखी रुद्राक्ष को पहनने से व्यक्ति हीन भावनाओं से मुक्त होता है साथ ही व्यक्ति का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

(c) तीन मुखी रुद्राक्ष को पहनने से पापों से छुटकारा मिलता है औरे बुद्धि कुमार्गों से दूर रहती है।

(d) विद्यार्थियों को तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने की अक्सर सलाह दी जाती है।

4. चार मुखी रुद्राक्ष

चार मुखी रुद्राक्ष में ब्रह्मा तथा देवी सरस्वती का वास होता है इसलिए इस रुद्राक्ष को ब्रम्हा और सरस्वती का प्रतिनिधि माना गया है।

👉चार मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) चार मुखी रुद्राक्ष मिथुन राशि के जातकों के लिए सर्वोत्तम होता है।

(b) जो अन्दर से कमज़ोर होते हैं और अत्यंत शर्मीले और डरपोक किस्म के होते हैं उन्हें चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है।

(c) जिन्हें संतान की चाह होती है उन्हें भी इस रुद्राक्ष का सुझाव दिया जाता है।

5. पंचमुखी (पाँच मुखी) रुद्राक्ष

पाँच मुखी रुद्राक्ष में भगवान शिव की सभी शक्तियाँ निहित होती हैं और साथ ही इस रुद्राक्ष को धारण करने से पाँच तत्वों से शक्ति मिलती है।

पाँच मुखी रुद्राक्ष पूरी दुनिया में सबसे अधिक पैदा होते है। इसलिए ये बहुत ही सामान्य रूप से प्राप्त हो जाते है। अन्य रुद्राक्षों की अपेक्षा ये नकली या बनावटी बहुत ही कम मिलते है।

👉पंचमुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) पंचमुखी रुद्राक्ष धनु और मीन राशि वालों’ के लिए शुभ होता है।

(b) पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से यश और धन की प्राप्ति होती है।

(c) पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने से हर प्रकार के मानसिक विकार, मधुमेह व रक्तचाप से मुक्ति मिलती है।

6. छः मुखी रुद्राक्ष

छः मुखी रुद्राक्ष साधना और वैराग्‍य के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। यह भगवान शंकर का भगवान कार्तिकेय के प्रति प्रेम माना जाता है।

छह मुखी रुद्राक्ष को ज्‍योतिष विज्ञान में शुक्र ग्रह से संबंधित माना जाता है। छह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भगवान शिव, कार्तिकेय की शक्तियों से नकारात्मक भावों का नाश होता है।

👉छः मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) वृषभ और तुला राशि वालों को यह रुद्राक्ष धारण करने का आग्रह विशेष तौर पर होता है।

(b) दाम्पत्य जीवन में सफलता और प्रेम की वृद्धि के लिए छः मुखी रुद्राक्ष उत्तम माना जाता है।

(c) छः मुखी रुद्राक्ष कलात्मक भावनाओं का विकास करता है इसलिए इसे संगीतकार या किसी भी कालाकार को धारण करने के लिए आग्रह किया जाता है।

7. सात मुखी रुद्राक्ष

सात मुखी रुद्राक्ष शनि देव की शक्तियों का विशेष अनुदान प्रदान करता है जिससे तमाम नकारात्मक उर्जाओ का नाश हो जाता है।

👉सात मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) सात मुखी रुद्राक्ष मकर और कुंभ राशि के जातकों के सर्वोत्तम बताया जाता है।

(b) जो कोर्ट कचहरी के दिक्कतों से जूझ रहे हों उन्हें इस रुद्राक्ष को धारण करने की सलाह की जाती है।

(c) यह रुद्राक्ष भी पंचमुखी की तरह ही आसानी से उपलब्ध हो जाता है लेकिन अगर इसका ख्याल ठीक तरह से रखा जाए तो यह सालों तक वैसे ही बरकरार रहता है।

8. आठ मुखी रुद्राक्ष

आठ मुखी रुद्राक्ष भी नजदीक रहे सारे नकारात्मक उर्जाओं का नाश कर देता है और पहनने वाले को विशेष अनुभूतियाँ भी प्रदान करता है अष्टमुखी रुद्राक्ष अष्ट देवियों का स्वरुप माना जाता है। इसे धारण करने से आठ देवियों की विशेष कृपा बनी रहती है।

👉आठ मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) जिनकी कुंडली में राहु की दशा की वजह से परेशानियों हो रही हों उन्हें इसे धारण करना चाहिए।

(b) आठमुखी रुद्राक्ष को उन लोगों को अवश्य पहनना चाहिए जो शारीरिक व मानसिक रुप से कमजोर हैं।

(c) जिन्हें कमर या रीढ़ की हड्डी से सम्बन्धित कोई समस्या होती है उन्हें इसकी सलाह दी जाती है।

9. नौ मुखी रुद्राक्ष

नौ मुखी रुद्राक्ष को महाशक्ति भवानी के नौ रूपों और शक्तियों का प्रतिबिम्ब माना जाता है यह रुद्राक्ष राहू और केतु के दुष्प्रभावों को दूर करता है।

👉नौ मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) जिन जातकों को राहू-केतु दोष प्रभावित करता है उन्हें यह रुद्राक्ष जरुर धारण करना चाहिए।

(b) नौ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से धन-सम्पत्ति और सम्मान की वृद्धि होती है।

(c) महिलाओं को खासकर यह रुद्राक्ष तमाम बुरी नज़रों से बचाता है क्योंकि भवानी दुर्गा स्वयं शक्ति स्वरुप हैं।

10. दस मुखी रुद्राक्ष

दस मुखी रुद्राक्ष दशों दिशाओं और नारायण के आठो अवतारों का प्रतिनिधित्व करता है। दस मुखी रुद्राक्ष धारण करने से तंत्र आदि के प्रयोग से पहनने वाले को बचाता है। दस मुखी रुद्राक्ष मिलना बेहद कठिन हैं।

👉दस मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) दस मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला अकाल मृत्यु, भय नाश और सभी बाधाओं से सुरक्षित रहता है।

(b) कोर्ट कचहरी के मामलों में फसे व्यक्तियों को दस मुखी रुद्राक्ष जीत और सुरक्षा प्रदान करता है।

(c) दस मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भगवान विष्णु और लक्ष्मी साथ ही शीतलता की प्रतिक माँ गंगा की कृपा मिलती है।

11. ग्यारह मुखी रुद्राक्ष

जिस रुद्राक्ष पर ग्यारह लाइन होती है उन्हें ग्यारह मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से हनुमान जी के जैसे गुण प्राप्त होते हैं।

👉ग्यारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) ग्यारह मुखी रुद्राक्ष घर के क्लेश, उलझन व समस्याओं को दूर कर पराक्रम, साहस और आत्मशक्ति को बढ़ाता है।

(b) जिनके घर या शरीर पर किसी नकारात्मक उर्जा जैसे भुत प्रेत का साया हो उन्हें ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की सलाह दी जाती है।

12. बारह मुखी रुद्राक्ष

बारह मुखी रुद्राक्ष श्री हरी का प्रतिक माना जाता है। इसके देवता सूर्य हैं। सूर्य व्यक्ति को शक्तिशाली तथा तेजस्वी बनाता है। बारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सूर्य का ओज एवं तेज प्राप्त होता है।

👉बारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) जिन जातकों का सूर्य कमज़ोर होता है जिसके कारण वे बहुत बीमार पड़ते हैं उन्हें बारह मुखी रुद्राक्ष को पहनने की सलाह दी जाती है।

(b) आर्थिक स्थिति को कमज़ोर बनाने वाली नकारात्मक विचारों और हिन भावनाओं से बारह मुखी रुद्राक्ष बचाता है।

13. तेरह मुखी रुद्राक्ष

तेरह मुखी रुद्राक्ष भगवान इंद्र का प्रतिनिधित्व करता है। कामदेव का आशीर्वाद प्राप्त होने के कारण से इसके धारण करने से सभी प्रकार की कामनाएँ पूर्ण होती हैं।

👉तेरह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले लोगों को इंद्र और कामदेव के गुणों की प्राप्ति होती है।

(b) तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से दरिद्रता का नाश होता है और सभी प्रकार के भोगों की प्राप्ति होती है।

14. चौदह मुखी रुद्राक्ष

चौदह मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव और श्री हनुमान का प्रतिक माना जाता है। इससे जीवन की सभी परेशानियाँ दूर होती हैं और आत्‍मविश्‍वास बढ़ता है। इस रुद्राक्ष पर शनि देव की विशेष कृपा भी होती है।

👉चौदह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) जो जातक शनि के दोषों से प्रभावित हैं उन्हें चौदह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की सलाह दी जाती है।

(b) हनुमान जी से संबंधित होने के कारण 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्‍यक्‍ति को हुनमान जी की भी विशेष कृपा मिलती है।

15. पंद्रह मुखी रुद्राक्ष

पंद्रह मुखी रुद्राक्ष पशुपतिनाथ का प्रतिबिम्ब माना जाता है यह रुद्राक्ष स्वास्थ्य, धन, शक्ति, ऊर्जा, समृद्धि, आत्मा के उन्नयन और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि करता है।

👉पंद्रह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) यह त्वचा के रोग को दूर करने में सहायक होता है।

(b) पन्द्रह मुखी रुद्राक्ष भूमि के काम करने वालों के लिए और भूमि खरीदने में भी लाभकारी हो सकता है।

16. सोलह मुखी रुद्राक्ष

सोलह मुखी रुद्राक्ष सोलह कलाओं एवं सिद्धियों का प्रतिनिधित्व करता है। सोलह मुखी रुद्राक्ष विष्णु और शिव का संयुक्त रूप है।

👉सोलह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) सोलह मुखी रुद्राक्ष को भगवान नारायण और भगवान शंकर का रुप माना जाता है।

(b) सोलह मुखी रुद्राक्ष अध्यात्मिक शांति प्रदान करता है तथा केतु के बुरे प्रभावों से बचाता है।

17. सत्रह मुखी रुद्राक्ष

सत्रह मुखी रुद्राक्ष भगवान विश्वकर्मा का प्रतिनिधित्व करता हैं। यह रुद्राक्ष धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्रदान करता है। देवी कात्यायनी के रूप में देवी दुर्गा का प्रतिनिधित्व करता है।

👉सत्रह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) जिन्हें अत्यधिक क्रोध आता है ऐसे लोगों को सत्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है।

(b) 17 मुखी रुद्राक्ष शारीरिक ऊर्जा की कमी से पीड़ित लोगों के लिए बहुत उपयोगी है।

18. अठारह मुखी रुद्राक्ष

अठारह मुखी रुद्राक्ष माँ पृथ्वी और शिव के भैरव रूप का प्रतिनिधित्व करता है। अठारह मुखी रुद्राक्ष एक दुर्लभ रुद्राक्ष है।

👉अठारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) 18 मुखी रुद्राक्ष गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत लाभदायक होता है इसे धारण करने से गर्भ में पल रहे शिशु कि बुरी उर्जाओं से रक्षा होती है साथ ही शाररिक क्षमता एवं उर्जा का विकास होता है।

(b) इस रुद्राक्ष में यह 18 शक्तियों का निवास है जो बुराइयों और समस्याओं का नाश करने में सहायक होती है।

19. उन्नीस मुखी रुद्राक्ष

उन्नीस मुखी रुद्राक्ष भगवान शंकर-पार्वती, श्री गणेश तथा प्रभु नारायण का प्रतिनिधित्व करता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से सांसारिक सुखों में कमी नहीं रहती।

👉उन्नीस मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) इस रुद्राक्ष को धारण करने से भगवान हरि और माता लक्ष्मी का आशीष मिलता है जिससे सांसारिक व्याधियाँ और आर्थिक कठिनाईयाँ दोनों दूर हो जाती है।

20. बीस मुखी रुद्राक्ष

बीस मुखी रुद्राक्ष के प्रथम आरूढ़ देव श्री ब्रम्हा को माना जाता है और साथ ही ब्रम्हा विष्णु और महेश के शक्तियों का सम्मिश्रण भी होता है बीस मुखी रुद्राक्ष बड़ी मुश्किल से प्राप्त होता है।

👉बीस मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) 20 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भूत-पिशाच और अन्य नकारात्मक उर्जाओं के परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

(b) 20 मुखी रुद्राक्ष नेत्र दृष्टि समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए बहुत उपयोगी होता है।

21. इक्कीस मुखी रुद्राक्ष

इक्कीस मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव के साथ भगवान कुबेर का प्रतिनिधित्व करता है इसके अलावा यह रुद्राक्ष भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश और अन्य सभी देवताओं का प्रतिक भी माना जाता है इक्कीस मुखी रुद्राक्ष का मिलना थोड़ा कठिन है।

👉इक्कीस मुखी रुद्राक्ष के फायदे

(a) 21 मुखी रुद्राक्ष धन धान्य की कमी को दूर करता है।

(b) इससे रुके हुए काम या काम के बिच आ रही नकारात्मक उर्जाओं की व्याधियाँ दूर हो जाती है।

👉असली रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें?

रुद्राक्ष की पहचान करने के लिए एक पात्र में जल लें और रुद्राक्ष को उसमे डाल दें अगर रुद्राक्ष पूर्णतः डूब जाता है तो वह असली रुद्राक्ष होता है और अगर रुद्राक्ष सतह पर तैरता हो तो बह नकली रुद्राक्ष होता है। साथ ही इसके असली होने का प्रमाण पत्र (कार्ड) की भी जांच करें।

👉👉रुद्राक्ष पहनने के नियम

रुद्राक्ष एक सात्विक तत्व है इसलिए इसे पहने हुए व्यक्तियों को सात्विकता पर ख़ास ध्यान देना पड़ता है। रुद्राक्ष को भगवान शंकर के चरण स्पर्श के बाद ही पहनना चाहिए और साथ ही भगवान शंकर के मंत्र “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का प्रातः और सायं जाप करना चाहिए। कभी भी मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए इससे रुद्राक्ष की शक्तियाँ रुष्ट हो जाती है और विपरीत प्रभाव छोड़ती हैं।

👉👉रुद्राक्ष पहनने की सावधानियाँ

अगर किसी जातक को रुद्राक्ष के विपरीत असर मिलते हों तो महामृत्यंजय मंत्र का जाप करें और गर्भवती स्त्रियाँ किसी जानकार से परामर्श लेकर ही रुद्राक्ष को धारण करें।


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ॐ ऐं भ्रीम हनुमतेश्री राम दूताय नम: 🌺🙏
06/08/2024

ॐ ऐं भ्रीम हनुमते
श्री राम दूताय नम: 🌺🙏

Hindus are under attack, Save Hindu
05/08/2024

Hindus are under attack, Save Hindu

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 03-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
03/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 03-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

8 Oldest Temples In Kolkata Where You Can Offer Prayers In Peace:1. Black Pagoda Temple     (Approx. 290 Years Old)2. Ka...
02/08/2024

8 Oldest Temples In Kolkata Where You Can Offer Prayers In Peace:

1. Black Pagoda Temple
(Approx. 290 Years Old)

2. Kalighat Kali Temple
(Approx. 200 Years Old)

3. Dakshineswar Kali Temple
(Approx. 160 Years Old)

4. Parshwanath Jain Temple
(Approx. 150 Years Old)

5. Bhukailash Shiv Temple
(Approx. 240 Years Old)

6. Thanthania Kalibari Temple
(Approx. 217 Years Old)

7. Hangseshwari Temple
(Approx 200 Years Old)

8. Belur Math (Approx. 80 Years Old)

01/08/2024
01/08/2024

मुक्ति से ऊपर भक्ति का स्थान क्यों माना जाता है?

राम से बड़ा राम का नाम जो सुमिरे भव पार हो जाए ❣️
01/08/2024

राम से बड़ा राम का नाम जो सुमिरे भव पार हो जाए ❣️

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 02-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
01/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 02-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

🙏🌹जय श्री  #महाकाल 🌹🙏श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 01-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...
01/08/2024

🙏🌹जय श्री #महाकाल 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दि० 01-08-2024 का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन...

परमात्मा कभी किसी का भाग्य नहीं लिखते हैं, जीवन के हर मोड़ पर आपके विचार, आपका व्यवहार और आपके कर्म आपका भाग्य लिखता है।...
28/07/2024

परमात्मा कभी किसी का भाग्य नहीं लिखते हैं, जीवन के हर मोड़ पर आपके विचार, आपका व्यवहार और आपके कर्म आपका भाग्य लिखता है।

!! “ जय श्री राम ” !!

Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra

सज गए मेरे महाकाल महाराज🥰Shri Mahakaleshwar Ujjain
28/07/2024

सज गए मेरे महाकाल महाराज🥰

Shri Mahakaleshwar Ujjain

24/07/2024

बाबा नीम करौली को ट्रेन से उतारा तो ट्रेन भी वही बंद हो कर रुक गई थी….. आप भी ज़रूर सुने श्री नीम करौली बाबाजी की ये सच्ची कहानी🌺

🙏❤️🚩

जग के पालनहार प्रभु  "श्री राम" ❣️
24/07/2024

जग के पालनहार प्रभु "श्री राम" ❣️

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