प्रशांत किशोर ने लालू यादव पर किया बड़ा हमला, कहा- लालू यादव ने पिछड़ों को शिक्षा इसलिए नहीं दी ताकि उनकी पार्टी का झंडा और नारा लगाने वाले लोग शिक्षित न हो जाएं।
पटना। जन सुराज सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं का राजनीतिक मॉडल एक जैसा है। दोनों नेताओं का उद्देश्य समाज को बांटकर और सबको गरीब, अनपढ़ और मजदूर बनाकर अपनी राजनीति करते रहना है। सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाकर उनसे वोट लिया जा रहा है।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू जी से किसी ने सवाल नहीं किया कि वो दावा करते हैं कि उन्होंने अपने शासन काल में गरीबों, वंचितों और पिछड़ों को आवाज दी। लेकिन लालू जी ने जिन वर्गों को आवाज दी, उन्हें शिक्षा, जमीन या रोजगार क्
प्रशांत किशोर का जातिवादी राजनीति पर करारा प्रहार, बोले – हर राज्य में जातिवाद मौजूद है, बिहार में नेताओं ने लोगों के मन में डर बैठ दिया हैं कि अगर आपकी जाति का कोई नेता नहीं है, तो आपको वोट नहीं मिलेगा।
पटना : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार की जातिवादी राजनीति पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यह धारणा पूरी तरह गलत है कि जातिवाद केवल बिहार तक ही सीमित है। गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, हरियाणा—हर जगह जातिवाद मौजूद है। लेकिन जब बिहार की बात होती है, तो हर कोई इसे केवल बिहार का मुद्दा बताता है।
प्रशांत किशोर ने आगे बताया कि बीते 30-40 वर्षों में नेताओं ने समाज में डर और अविश्वास का माहौल बना दिया है। नेताओं ने आपको यह यकीन दिला दिया है कि अगर तुम्हारे जाती का नहीं हैं कोई तुमको वोट ही नहीं देगा। अगर आपके पास बाहुबल और पैसा नहीं है, तो आप चुनाव
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर बोला हमला, बोले - बिहार की ताकत से चल रही है दिल्ली में सरकार, लेकिन पीएम के बगल में बैठे नीतीश कुमार बिहार के लिए किसी उद्योग की मांग नहीं कर रहे, इन्हें बस अपनी कुर्सी की चिंता।
पटना। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने एक बयान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला है। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता से हटने को तैयार नहीं हैं और भाजपा भी उन्हें हटाने में असमर्थ है।
प्रशांत किशोर ने अपने बयान में कहा, नीतीश कुमार को कुर्सी पर बनाए रखना भाजपा की मजबूरी है। अगर भाजपा दिल्ली में अपनी सरकार बचाना चाहती है, तो उसे नीतीश कुमार को कुर्सी पर बैठाए रखना होगा और नीतीश कुमार को कुर्सी पर बनाए रखना हैं तो बिहार छूट जाना हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता उनके क
प्रशांत किशोर का तेजस्वी यादव पर पलटवार, बोले - जन सुराज बिहार की जनता की B टीम है, बिहार में भाजपा का कोई वजूद ही नहीं है।
पटना। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने उन सभी लोगों को करारा जवाब दिया जो जन सुराज या उन्हें किसी न किसी दल का बी टीम कहते हैं। उन्होंने कहा कि राजद के लोग हमें भाजपा की बी टीम कहते हैं, जबकि भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में मात्र 19 प्रतिशत वोट ही मिले हैं। बिहार में भाजपा का अपना कोई वजूद नहीं हैं, तभी तो उन्होंने केवल 42 सीटें जीतने वाले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना रखा है जबकि हाल ही के दिनों में भाजपा दूसरे राज्यों में दलों को तोड़ कर अपनी सरकार बनाने के लिए जानी जाती है। बी टीम उसका बना जाता है जो मज़बूत होती है और बिहार में तो भाजपा खुद ही कमज़ोर है। भाजपा का यहाँ पर न तो कोई नेता है और न ही उनकी बिहार के लिए कोई नीति है। जबकि भाजपा के नेता हम
*'One Nation - One Election' पर प्रशांत किशोर का बड़ा बयान बोले, - यह देश हित में है लेकिन इसकी सफलता सरकार की मंशा पर भी निर्भर करती है*
पटना। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने केंद्र सरकार द्वारा "वन नेशन वन इलेक्शन" को मंजूरी दिए जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "एक देश एक चुनाव" देश के लिए फायदेमंद है। उनका मानना है अगर इसे सही नीयत से लागू किया जाए तो देश के लिए काफी फायदेमंद होगा। उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर कहा कि हर साल देश की करीब एक चौथाई जनता मतदान करती है। इस वजह से सरकार चलाने वाले लोग ज्यादातर समय चुनाव के चक्र में फंसे रहते हैं। इसलिए अगर इसे एक या दो बार किया जाए तो सरकार भी हमेशा चुनाव मोड में नहीं रहेगी। साथ ही सरकार और जनता दोनों का समय और खर्च बचेगा।
इसके साथ ही उन्होंने सरकार को सलाह दी कि देश में पिछले 50 सालों से चली आ रही चुनाव प्रक्रिया क
बिहार की स्थिति पर PK ने कहा - राजनीति में केवल चुनाव जीतने-हारने से समाज में परिवर्तन नहीं लाया जा सकता, 1990 में लालू जी मुख्यमंत्री बने, तब भी बिहार देश का सबसे गरीब राज्य था, और 2004 से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं, तब भी कमोबेश स्थिति वही है।
पटना : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार की जनता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने बिहारवासियों से स्पष्ट कहा कि राजनीति में केवल चुनाव जीतने और हारने से समाज में परिवर्तन नहीं लाया जा सकता।
उन्होंने कहा, चुनाव चाहे कोई भी जीते या हारे, जब तक समाज के स्तर पर बदलाव नहीं होगा, तब तक दलों की जीत-हार से आमूलचूल परिवर्तन की अपेक्षा करना व्यर्थ है। जब कांग्रेस की यूपीए सरकार दिल्ली में थी, तब भी बिहार में गरीबी, बेरोजगारी और पलायन की स्थिति जस की तस थी। आज दिल्ली में मोदी जी की सरकार है, फि
लालू नीतीश के 35 साल के राज का नतीजा है कि बिहार में स्टील, टीवी, सीमेंट कुछ भी नहीं बनता, बिहार में सिर्फ नौजवान लड़कों को मजदूर बनाया जा रहा है- प्रशांत किशोर।
पटना। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने लालू-नीतीश के 35 साल के शासन का विश्लेषण करते हुए कहा कि बिहार में स्टील, टीवी, सीमेंट आदि नहीं बनता है। बिहार में सिर्फ एक चीज बन रही है, हमारे नौजवान लड़कों को मजदूर बनाया जा रहा है। हमारे राज्य में स्टील या सीमेंट की फैक्ट्री नहीं है, इसलिए हमारे युवाओं को दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करनी पड़ती है। हमारे राज्य के युवा दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू-नीतीश ने मिलकर पूरे समाज को अनपढ़ बना दिया है। इसका नतीजा यह है कि हमारे सारे बच्चे मजदूर ही बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश के राज में ज्यादा फर्क
*नीतीश कुमार की ‘बिहार यात्रा’ से पहले प्रशांत किशोर का तीखा वार, कहा - मुख्यमंत्री को मैंने खुली चुनौती दे रखी है कि आप एक पंचायत में बिना सुरक्षा के पैदल चलकर दिखा दीजिए*
पटना : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर पिछले दो वर्षों से बिहार के गांव-गांव में पदयात्रा कर रहे हैं और जनता को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। वहीं, आगामी 15 दिसंबर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की जा रही 'बिहार यात्रा' को लेकर प्रशांत किशोर ने तीखा हमला बोला है।
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को खुली चुनौती देते हुए कहा, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं न। उनको मैंने खुली चुनौती दे रखी है कि आप एक पंचायत में बिना सुरक्षा के पैदल चलकर दिखा दें। उन्होंने आगे कहा, हम गांव में बिना किसी सुरक्षा के रहते हैं, वहीं सोते हैं, और हर जाति, हर वर्ग, हर समाज के लोगों से मिलते हैं। सभी ने हमारे प्रयास की