30/03/2024
चंग की थाप पर हुई फाग की धमाल,मस्तीभरे माहौल में छाए होली के रंग
मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के फाग महोत्सव में दिखी शेखावटी संस्कृति की झलक
भीलवाड़ा में पहली बार राजलदेसर की 18 सदस्यीय गौरबंद टीम ने दी दिलकश प्रस्तुति
भीलवाड़ा,30 मार्च। राजस्थान दिवस पर विविधता में एकता का संदेश देने वाला इससे बेहतर नजारा क्या हो सकता था कि मेवाड़ी धरा पर शेखावटी की एतिहासिक सामाजिक विरासत व गौरवमय संस्कृति की झलक ने लोगों का मन जीत लिया। कोई चंग की थाप पर धमाल के साथ मस्ती भरे होली के रंग लोगों को झूमने के लिए मजबूर करते रहे। ये नजारा शनिवार रात शहर के हरणी महादेव रोड स्थित रामेश्वरम में मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के तत्वावधान में आयोजित फाग महोत्सव में दिखा। शाम 6 से रात करीब 10 बजे तक चले आयोजन में राजलदेसर की 19 सदस्यीय गौरबंद टीम ने भीलवाड़ा शहर में पहली बार चंग पर धमाल व होली के साथ वीणा कैसेट की तर्ज पर राजस्थानी गीतों पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर गौरवशाली राजस्थानी परम्परा व संस्कृति की एक झलक प्रस्तुत की। बांसुरीवादन की मनमोहक प्रस्तुति भी दिल को जीत लेने वाली रही। युवा पीढी को अपनी संस्कृति के साथ जोड़े रखने एवं राजस्थानी गौरवमय परम्पराओं से अवगम कराने के उद्ेश्य से आयोजित फाग महोत्सव में महिलाएं फाग की पोशाक तथा पुरूषा सिर पर साफे के साथ सफेद पोशाक धारण किए हुए थे। रामेश्वरम में तैयार विशाल मंच पर महोत्सव के दौरान गुलाब,गेंदा व हजारा आदि फूलों से पुष्पवर्षा हुई तो होली का मस्तीभरा माहौल बन गया। आयोजन के विशेष आकर्षण के रूप में बांसुरी,नगाड़े के साथ चंग बजाने के दिलकश अंदाज पर भक्त खुद को थिरकने से नहीं रोक पाई। धरती धोरा री, गोरबन्द नखरालो, पल्लो लटके रे, नखरालो देवरियो आदि गीतों पर शहनाई की मधुर ध्वनि एवं चंग की थाप पर कई महिला-पुरूष जमकर झूम उठे। फाग महोत्सव के दौरान राजस्थानी वेशभूषाा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें राजस्थानी पोशाक में आने वाले महिला-पुरूष शामिल हुए। इसमें श्रेष्ठ वेशभूषा के आधार पर चयनित विजेताओं को संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में शुरू में दीप प्रज्वलन मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता, श्याम चाण्डक, राधाकिशन सोमानी, कैलाश तापड़िया, राधेश्याम सोमानी,नंदकिशोर झंवर आदि ने किया। विशिष्ट अतिथि सांसद सुभाष बहेड़िया, समाजसेवी लादूलाल बांगड़, श्रीगोपाल राठी,एसएन मोदानी, पूर्व सभापति ओम नराणीवाल, राधेश्याम चेचानी, एलएन डाड, माहेश्वरी जिला सभा के अध्यक्ष अशोक बाहेती, देवेन्द्र सोमानी, अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन की संगठन मंत्री ममता मोदानी,शिखा भदादा, डॉ नरेश खंडेलवाल, राजू अग्रवाल, सुशील कंदोई, अनिल कंदोई आदि थे। अतिथियो का मरूधरा माहेश्वरी संस्थान की ओर से दुप्पट्टा ओढ़ा कर स्वागत किया गया। संस्थान के मुरारीलाल बियानी, मनोज सारड़ा,महेश हुरकट, मेघराज बाहेती, राजेन्द्र मूंदड़ा, महावीर झंवर, पुरूषोत्तम बजाज, दिनेश पेड़ीवाल, संस्थान की महिला शाखा अध्यक्ष शीतल चाण्डक, सचिव संगीता बाहेती, युवा संगठन अध्यक्ष महादेव बाहेती, सचिव हर्ष राठी सहित आदि ने पूरे उत्साह के साथ आयोजन में सहभागिता निभाई। आयोजन को सफल बनाने एवं व्यवस्था संभालने में संस्थान के महेश जाजू, कुंजबिहारी चाण्डक, राजेश बिहानी, राजेश बाहेती, मनोज चाण्डक, मधुसूदन डागा, भवानी कोठियारी आदि ने समर्पित भाव से कार्य करते हुए सक्रिय भूमिका निभाई। आयोजन सफल बनाने पर अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता ने आभार जताया। इस आयोजन में माहेश्वरी समाज की नगर व जिला सभा के साथ ही क्षेत्रीय सभाओं के पदाधिकारियों ने भी शिरकत की।
*हास्य,व्यंग्य के साथ फाग व राजस्थानी गीतों पर मनभावन प्रस्तुतियों ने जीता दिल*
चुरू जिले के राजलदेसर कस्बे के तुलसीराम पांडे के नेतृत्व में 19 सदस्यीय दल ने करीब 4 घंटे तक खुशनुमा माहौल में हास्य,व्यंग्य,फाग व राजस्थानी गीतों पर चंग व बांसुरी के साथ मनभावन प्रस्तुतियां देकर लोगों का दिल तो जीता ही साथ ही उन्हें अपने साथ थिरकने के लिए भी मजबूर कर दिया। बच्चें हो या बुर्जुग, महिलाएं हो या युवतियां सभी फाग महोत्सव में मस्तीभरे आनंद रस से सराबोर दिखे। राजस्थानी वेशभूषा में मेहरी के रूप में तीन नृत्कों की नृत्य प्रस्तुति ने भी दर्शकों को आनंदित कर दिया। गीतों को स्वर तुलसीराम पांडे,जगदीश पांडे, विष्णु पांडे ने प्रदान किया। महोत्सव में 9 कलाकार शेखावटी की पारम्परिक पोशाक में चंग बजा रहे थे। एक-एक कलाकार बांसुरी,नगाड़ा,पेड़, पियानो व ढोलक बजा रहे थे। दो कलाकार धमाल,फाग, मारवाड़ी व राजस्थानी गीतों की प्रस्तुति दे रहे थे तो तीन कलाकार इन प्रस्तुतियों पर नृत्य कर रहे थे।