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चंग की थाप पर हुई फाग की धमाल,मस्तीभरे माहौल में छाए होली के रंग  मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के फाग महोत्सव में दिखी शेखाव...
30/03/2024

चंग की थाप पर हुई फाग की धमाल,मस्तीभरे माहौल में छाए होली के रंग

मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के फाग महोत्सव में दिखी शेखावटी संस्कृति की झलक

भीलवाड़ा में पहली बार राजलदेसर की 18 सदस्यीय गौरबंद टीम ने दी दिलकश प्रस्तुति

भीलवाड़ा,30 मार्च। राजस्थान दिवस पर विविधता में एकता का संदेश देने वाला इससे बेहतर नजारा क्या हो सकता था कि मेवाड़ी धरा पर शेखावटी की एतिहासिक सामाजिक विरासत व गौरवमय संस्कृति की झलक ने लोगों का मन जीत लिया। कोई चंग की थाप पर धमाल के साथ मस्ती भरे होली के रंग लोगों को झूमने के लिए मजबूर करते रहे। ये नजारा शनिवार रात शहर के हरणी महादेव रोड स्थित रामेश्वरम में मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के तत्वावधान में आयोजित फाग महोत्सव में दिखा। शाम 6 से रात करीब 10 बजे तक चले आयोजन में राजलदेसर की 19 सदस्यीय गौरबंद टीम ने भीलवाड़ा शहर में पहली बार चंग पर धमाल व होली के साथ वीणा कैसेट की तर्ज पर राजस्थानी गीतों पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर गौरवशाली राजस्थानी परम्परा व संस्कृति की एक झलक प्रस्तुत की। बांसुरीवादन की मनमोहक प्रस्तुति भी दिल को जीत लेने वाली रही। युवा पीढी को अपनी संस्कृति के साथ जोड़े रखने एवं राजस्थानी गौरवमय परम्पराओं से अवगम कराने के उद्ेश्य से आयोजित फाग महोत्सव में महिलाएं फाग की पोशाक तथा पुरूषा सिर पर साफे के साथ सफेद पोशाक धारण किए हुए थे। रामेश्वरम में तैयार विशाल मंच पर महोत्सव के दौरान गुलाब,गेंदा व हजारा आदि फूलों से पुष्पवर्षा हुई तो होली का मस्तीभरा माहौल बन गया। आयोजन के विशेष आकर्षण के रूप में बांसुरी,नगाड़े के साथ चंग बजाने के दिलकश अंदाज पर भक्त खुद को थिरकने से नहीं रोक पाई। धरती धोरा री, गोरबन्द नखरालो, पल्लो लटके रे, नखरालो देवरियो आदि गीतों पर शहनाई की मधुर ध्वनि एवं चंग की थाप पर कई महिला-पुरूष जमकर झूम उठे। फाग महोत्सव के दौरान राजस्थानी वेशभूषाा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें राजस्थानी पोशाक में आने वाले महिला-पुरूष शामिल हुए। इसमें श्रेष्ठ वेशभूषा के आधार पर चयनित विजेताओं को संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में शुरू में दीप प्रज्वलन मरूधरा माहेश्वरी संस्थान के अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता, श्याम चाण्डक, राधाकिशन सोमानी, कैलाश तापड़िया, राधेश्याम सोमानी,नंदकिशोर झंवर आदि ने किया। विशिष्ट अतिथि सांसद सुभाष बहेड़िया, समाजसेवी लादूलाल बांगड़, श्रीगोपाल राठी,एसएन मोदानी, पूर्व सभापति ओम नराणीवाल, राधेश्याम चेचानी, एलएन डाड, माहेश्वरी जिला सभा के अध्यक्ष अशोक बाहेती, देवेन्द्र सोमानी, अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन की संगठन मंत्री ममता मोदानी,शिखा भदादा, डॉ नरेश खंडेलवाल, राजू अग्रवाल, सुशील कंदोई, अनिल कंदोई आदि थे। अतिथियो का मरूधरा माहेश्वरी संस्थान की ओर से दुप्पट्टा ओढ़ा कर स्वागत किया गया। संस्थान के मुरारीलाल बियानी, मनोज सारड़ा,महेश हुरकट, मेघराज बाहेती, राजेन्द्र मूंदड़ा, महावीर झंवर, पुरूषोत्तम बजाज, दिनेश पेड़ीवाल, संस्थान की महिला शाखा अध्यक्ष शीतल चाण्डक, सचिव संगीता बाहेती, युवा संगठन अध्यक्ष महादेव बाहेती, सचिव हर्ष राठी सहित आदि ने पूरे उत्साह के साथ आयोजन में सहभागिता निभाई। आयोजन को सफल बनाने एवं व्यवस्था संभालने में संस्थान के महेश जाजू, कुंजबिहारी चाण्डक, राजेश बिहानी, राजेश बाहेती, मनोज चाण्डक, मधुसूदन डागा, भवानी कोठियारी आदि ने समर्पित भाव से कार्य करते हुए सक्रिय भूमिका निभाई। आयोजन सफल बनाने पर अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता ने आभार जताया। इस आयोजन में माहेश्वरी समाज की नगर व जिला सभा के साथ ही क्षेत्रीय सभाओं के पदाधिकारियों ने भी शिरकत की।

*हास्य,व्यंग्य के साथ फाग व राजस्थानी गीतों पर मनभावन प्रस्तुतियों ने जीता दिल*

चुरू जिले के राजलदेसर कस्बे के तुलसीराम पांडे के नेतृत्व में 19 सदस्यीय दल ने करीब 4 घंटे तक खुशनुमा माहौल में हास्य,व्यंग्य,फाग व राजस्थानी गीतों पर चंग व बांसुरी के साथ मनभावन प्रस्तुतियां देकर लोगों का दिल तो जीता ही साथ ही उन्हें अपने साथ थिरकने के लिए भी मजबूर कर दिया। बच्चें हो या बुर्जुग, महिलाएं हो या युवतियां सभी फाग महोत्सव में मस्तीभरे आनंद रस से सराबोर दिखे। राजस्थानी वेशभूषा में मेहरी के रूप में तीन नृत्कों की नृत्य प्रस्तुति ने भी दर्शकों को आनंदित कर दिया। गीतों को स्वर तुलसीराम पांडे,जगदीश पांडे, विष्णु पांडे ने प्रदान किया। महोत्सव में 9 कलाकार शेखावटी की पारम्परिक पोशाक में चंग बजा रहे थे। एक-एक कलाकार बांसुरी,नगाड़ा,पेड़, पियानो व ढोलक बजा रहे थे। दो कलाकार धमाल,फाग, मारवाड़ी व राजस्थानी गीतों की प्रस्तुति दे रहे थे तो तीन कलाकार इन प्रस्तुतियों पर नृत्य कर रहे थे।

शांतिभवन में सर्वसिद्धीदायक कष्टनिवारक नवकार महामंत्र की गूंज श्री महावीर युवक मण्डल सेवा संस्थान के तत्वावधान में हर मा...
30/03/2024

शांतिभवन में सर्वसिद्धीदायक कष्टनिवारक नवकार महामंत्र की गूंज

श्री महावीर युवक मण्डल सेवा संस्थान के तत्वावधान में हर माह के अंतिम शनिवार को होगा आयोजन

भीलवाड़ा,30 मार्च। शहर के भूपालगंज स्थित शांतिभवन में अब हर माह के अंतिम शनिवार को श्री महावीर युवक मण्डल सेवा संस्थान के तत्वावधान में सर्वसिद्धीदायक, कष्टनिवारक नवकार महामंत्र की गूंज होगी। इसका आगाज शनिवार को भक्तिपूर्ण माहौल में हो गया। बड़ी संख्या में मण्डल के सदस्य एवं समाज के विभिन्न वर्गो से श्रावक-श्राविकाएं नवकार महामंत्र जाप में सहभागी बनने के लिए पहुंचे। सुबह 8 से 9 बजे तक हुए आयोजन के माध्यम से सर्व सुख,शांति व कल्याण की कामना भी की गई। मण्डल के मंत्री नितिन बापना ने इस आयोजन की रूपरेखा के बारे में बताया। नवकार मंत्र जाप में संस्थान के सभी पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, शांतिभवन श्रीसंघ के पदाधिकारी, शांति जैन महिला मण्डल के पदाधिकारी भी शामिल हुए। सभी ने प्रत्येक माह नवकार महामंत्र की आराधना के लिए संस्थान की इस पहल की सराहना करते हुए साधुवाद ज्ञापित किया।

महासाध्वी डॉ. दर्शनलताजी का चातुर्मास भीलवाड़ा शांतिभवन के लिए घोषित पाली में होली चातुर्मास के दौरान हुई घोषणा भीलवाड़ा,3...
30/03/2024

महासाध्वी डॉ. दर्शनलताजी का चातुर्मास भीलवाड़ा शांतिभवन के लिए घोषित

पाली में होली चातुर्मास के दौरान हुई घोषणा

भीलवाड़ा,30 मार्च। राजस्थान केसरी पूज्य प्रवर्तक श्री पन्नालालजी म.सा.,स्वाध्याय शिरोमणी आचार्य श्री सोहनलालजी म.सा. एवं महाश्रमणी प्रवर्तनी डॉ. ज्ञानलताजी म.सा.की सुशिष्या प्रवचन प्रभाविका प्रवर्तिनी महासाध्वी डॉ.दर्शनलताजी म.सा.,साध्वी डॉ.चरित्रलताजी म.सा.,साध्वी कीर्तिलताजी,साध्वी कल्पलताजी,साध्वी ऋजुलताजी,साध्वी प्राज्ञलताजी म.सा. आदि ठाणा का आगामी चातुर्मास भीलवाड़ा के भूपालगंज स्थित शांतिभवन में होगा। चातुर्मास की घोषणा पाली स्थानक में होली चातुर्मास के अवसर पर प्रवर्तिनी डॉ.साध्वी दर्शनलताजी म.सा. के मुखारबिंद से हुई तो वहां मौजूद श्रावक-श्राविकाओं ने हर्ष-हर्ष, जय-जय का उद्घोष कर अपनी प्रसन्नता का इजहार किया। चातुर्मास की विनती प्रस्तुत करने के लिए वहां इस दौरान भीलवाड़ा से पहुंचे श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ शांतिभवन के संरक्षक कंवरलाल सूरिया, अध्यक्ष महेन्द्र छाजेड़, मंत्री सुशील चपलोत, उपाध्यक्ष ललित बाबेल, कोषाध्यक्ष रविन्द्र सिंघवी, सह मंत्री गोपाल लोढ़ा, श्री महावीर युवक मण्डल सेवा संस्थान के संरक्षक मनोहरलाल सूरिया, अध्यक्ष पुखराज चौधरी, मंत्री नितिन बापना, शांतिभवन महिला मण्डल की अध्यक्ष जूली सूरिया, मंत्री राखी खमेसरा आदि पदाधिकारियों के साथ बाबूलाल सूरिया, कुशल बुलिया, रणजीत बुलिया, सुंदर बाफना,कानसिंह चौधरी,महावीरप्रसाद आंचलिया, विमल चौधरी, प्रकाश बाबेल, पंकज डांगी, घेवरचंद आंचलिया सहित कई श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे। शांतिभवन श्रीसंघ के मंत्री सुशील चपलोत ने बताया कि चातुर्मास की घोषणा होते ही श्रावक-श्राविकाओं में खुशी का माहौल बन गया। श्रीसंघ ने चातुर्मास को जप,तप,भक्ति व स्वाध्याय की दृष्टि से सफल बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।

भीलवाड़ा पुराना शहर माहेश्वरी सभा की स्मारिका विमोचन एवं स्नेह मिलन समारोह का आयोजनभीलवाड़ा।पुराना शहर माहेश्वरी सभा के त...
29/03/2024

भीलवाड़ा पुराना शहर माहेश्वरी सभा की स्मारिका विमोचन एवं स्नेह मिलन समारोह का आयोजन

भीलवाड़ा।पुराना शहर माहेश्वरी सभा के तत्वाधान स्मारिका प्रकाशन 2024 एवं स्नेह मिलन समारोह का आयोजन रामस्नेही वाटिका में भगवान महेश के द्वीप प्रज्वलन कर किया गया। मीडिया प्रमुख महावीर समदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि 44 पृष्ठ की बहूरंगीय स्मारिका में श्री पुराना शहर क्षेत्रीय माहेश्वरी सभा के 3 वर्ष में किए गए सेवा कार्यों की जानकारी एवं पुराना शहर में निवासरत 392 माहेश्वरी परिवारों का विस्तृत विवरण सम्मिलित किया गया है। स्मारिका विमोचन में अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के पूर्व सभापति रामपाल सोनी, प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम चेचानी, राधेश्याम सोमानी, कैलाश कोठारी,अशोक बाहेती, रमेश राठी, जगदीश कोगटा, कैलाश बाहेती, सत्यनारायण तोतला, अनिल बांगड़, केदार गगरानी ,महावीर समदानी , विकास समदानी ,केदार जागेटिया, देवेंद्र सोमानी स्मारिका का विधिवत विमोचन किया। स्नेह मिलन कार्यक्रम में पुराना शहर माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष कैलाश बाहेती, मंत्री सत्यनारायण तोतला,रमेश बाहेती, शिवकुमार बिरला, मनोज कचोलिया, जयप्रकाश मुंन्दडा,प्रमोद डाड ,सचिन काबरा, मोनु तोषनीवाल, मनीष भदादा, शांतिलाल भदादा, विनोद राठी, श्याम जागेटिया, शिव तोषनीवाल, शिवकुमार लाहोटी, मधुसूदन बहेडिया, संपत माहेश्वरी आदि उपस्थित थे।

पूज्य महासाध्वी कंचनकंवरजी म.सा. आदि ठाणा का आगामी चातुर्मास भीलवाड़ा के लिए घोषित  भीमगढ़ में पूज्य उप प्रवर्तक कोमलमुनिज...
29/03/2024

पूज्य महासाध्वी कंचनकंवरजी म.सा. आदि ठाणा का आगामी चातुर्मास भीलवाड़ा के लिए घोषित

भीमगढ़ में पूज्य उप प्रवर्तक कोमलमुनिजी म.सा. ने बापूनगर श्रीसंघ की मौजूदगी में की घोषणा

भीलवाड़ा। श्रमण संघ के प्रथम युवाचार्य पूज्य श्री मिश्रीमलजी म.सा.‘मधुकर’ के प्रधान सुशिष्य उप प्रवर्तक पूज्य विनयमुनिजी म.सा.‘भीम’ की आज्ञानुवर्तिनी शासन प्रभाविका पूज्य महासाध्वी कंचनकुंवरजी म.सा., प्रखर वक्ता साध्वी डॉ.सुलोचनाश्री म.सा., मधुर व्याख्यानी डॉ. सुलक्षणाश्री म.सा. आदि ठाणा का आगामी चातुर्मास भीलवाड़ा के बापूनगर स्थित महावीर भवन में होगा। इसकी घोषणा भीमगढ़ में आयोजित होली चातुर्मास समारोह में पूज्य उप प्रवर्तक कोमलमुनिजी म.सा. के मुखारबिंद से की गई। इस दौरान भीलवाड़ा के बापूनगर श्रीसंघ के कई पदाधिकारी एवं श्रावक-श्राविकाएं वहां मौजूद थे। घोषणा होते ही पांडाल में हर्ष-हर्ष, जय-जय की ध्वनि गूंजायमान हो उठी ओर चातुर्मास मिलने पर भीलवाड़ा से पहुंचे श्रावकों ने हर्ष जताया। पूज्य साध्वी मण्डल का पिछला चातुर्मास कांकरोली में था ओर उनका चातुर्मास पाने के लिए बापूनगर श्रीसंघ निरन्तर विनती प्रस्तुत कर रहा था। बापूनगर श्रीसंघ के मंत्री अनिल विश्लोत ने बताया कि संघ के प्रमुख पदाधिकारियों के सानिध्य में क्षेत्र के श्रावक-श्राविकाएं चातुर्मास की विनती करने के लिए भीमगढ़ पहुंचे थे। चातुर्मास घोषित होने से क्षेत्र में हर्ष का माहौल बन गया ओर आगामी चातुर्मास को सफल बनाने के लिए श्रीसंघ ने तैयारियां शुरू कर दी है। चातुर्मास की घोषणा के समय भीमगढ़ में संघ के संरक्षक लादूलाल बोहरा, अध्यक्ष कमलेश मुणोत, उपाध्यक्ष प्रकाश नाहर, महामंत्री दलपत सेठ, मंत्री अनिल विश्लोत, कोषाध्यक्ष सुशील सियाल, महिला मण्डल संरक्षक लीला बाफना, स्नेहलता चौधरी, अध्यक्ष आशा चौधरी, उपाध्यक्ष नीता मेहता, मंत्री रेखा नाहर, कोषाध्यक्ष सपना खमेसरा, संपतसिंह लोढ़ा, चन्द्रसिंह ढाबरिया, राजेश तातेड़, प्रेमचंद कोठारी, सुरेन्द्र गोखरू, सुभाष बाफना,दिलीप चौधरी, गौतम चौधरी, विमला मुणोत, आशा तातेड़,हेमलता,नीतू सोनी, रेणु गुगलिया, सरिता गुगलिया,संतोष पामेचा आदि पदाधिकारी व श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।

भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के लिए विभिन्न समितियों का गठन, संयोजक व सह संयोजक नियुक्त  शांतिभवन में भगवान महावीर ...
29/03/2024

भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के लिए विभिन्न समितियों का गठन, संयोजक व सह संयोजक नियुक्त

शांतिभवन में भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति की बैठक में तैयारियों पर चर्चा

भीलवाड़ा। शहर के सकल श्वेताम्बर जैन समाज की ओर से गठित श्री भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति की बैठक गुरूवार रात शांतिभवन में हुई। इसमें विभिन्न समितियों का गठन कर संयोजक व सह संयोजक भी नियुक्त किए गए। महोत्सव समिति के संयोजक सुशील चपलोत की अध्यक्षता में हुई बैैठक में समिति के संरक्षक महेन्द्र छाजेड़, आनंद पीपाड़ा, सह संयोजक योगेश चण्डालिया, ज्ञानचन्द सुराणा, गोपाल लोढ़ा, पारसमल कूकड़ा के मार्गदर्शन में समितियों का गठन हुआ। बैठक में महोत्सव के तहत 20 एवं 21 अप्रेल को आयोजित किए जाने वाले दो दिवसीय विभिन्न कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। बैठक में महोत्सव समिति का कोषाध्यक्ष मुकेशकुमार डांगी को मनोनीत किया गया। बैठक में भोजन निर्माण समिति में सुमित चौरड़िया, भोजन वितरण समिति में प्रदीप भण्डारी, पांडाल लाइट माइक समिति में दिनेश गोखरू, निष्पादन समिति में गोपाल लोढ़ा, चिकित्सा समिति में अनिल बुलिया, भजन संध्या समिति में अनिल बुरड़, सफाई व्यवस्था समिति में नरेन्द्र भण्डारी को संयोजक नियुक्त किया गया। इसी तरह शोभायात्रा समिति में अनिल गुगलिया संयोजक व प्रकाश पीपाड़ा सह संयोजक, कूपन वितरण कमेटी में पुखराज चौधरी संयोजक व नितिन बापना सह संयोजक, प्रशासनिक समिति में मंजू पोखरना संयोजक व विनोद गोखरू सह संयोजक, ध्वजारोहण समिति में मुकनराज बोहरा संयोजक व शिवजी पगारिया सह संयोजक, मीडिया समिति में निलेश कांठेड़ संयोजक व धर्मेन्द्र कोठारी सह संयोजक, प्रचार-प्रसार समिति में अनुराग नाहर संयोजक व सिद्धार्थ कांवड़िया सह संयोजक, नवकार मंत्र जाप समिति में सुनील पीपाड़ा संयोजक व प्रकाशचन्द्र बाबेल सह संयोजक, अभिषेक समिति में अभिषेक नाहर संयोजक व राजेश सेठिया सह संयोजक तथा प्रश्नमंच समिति में जुली सूरिया अध्यक्ष एवं राखी खमेसरा सह संयोजक नियुक्त किए गए। बैठक में 21 अप्रेल को महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव पर रक्तदान शिविर आयोजन का दायित्व श्री महावीर युवक मण्डल सेवा संस्थान को सौंपा गया। इसी तरह मुख्य समारोह में सामूहिक भोज में छाछ वितरण का दायित्व बापूनगर श्रीसंघ एवं जल वितरण का दायित्व न्यू आजादनगर श्रीसंघ को सौंपा गया। बैठक मूें प्रवीण कोठारी, राजेश बापना, सुरेश चौरड़िया, सुमित नाहर, मुकुल सूरिया, जयप्रकाश आंचलिया, सुनील हिंगड़ आदि भी मौजूद थे।

*भजन संध्या में चयनित स्थानीय प्रतिभाएं देंगी प्रस्तुति*

श्रीमहावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति के संयोजक सुशील चपलोत ने बताया कि बैठक में तय हुआ कि इस बार जन्म कल्याणक महोत्सव की पूर्व संध्या 20 अप्रेल को होने वाली भजन संध्या में स्थानीय प्रतिभाओं को अवसर देते हुए मंच प्रदान किया जाएगा। जो भी प्रतिभाएं इस कार्यक्रम में भजन प्रस्तुति देना चाहती है वह अपना नाम शांतिभवन स्थित महोत्सव समिति कार्यालय में लिखवा दे। प्रतिभा चयन 7 अप्रेल को शांतिभवन में निर्णायकों द्वारा किया जाएगा। चयनित प्रतिभाएं भी भजन संध्या में मंच पर प्रस्तुति दे पाएगी।

*निलेश कांठेड़*
मीडिया संयोजक
श्री भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति,भीलवाड़ा

दुःख एवं कठिनाईयों से बचना है तो मत करों गुरू आज्ञा की लक्ष्मणरेखा पार- समकितमुनिजी *गुरू के अनुशासन को सहन कर उद्ेश्य प...
28/03/2024

दुःख एवं कठिनाईयों से बचना है तो मत करों गुरू आज्ञा की लक्ष्मणरेखा पार- समकितमुनिजी

*गुरू के अनुशासन को सहन कर उद्ेश्य परिपूर्ण करने वाला शिष्य होता शीर्ष पर विराजमान*

*धर्म आराधना के साथ मनाया आचार्य आंनदऋषिजी म.सा. का स्मृति दिवस एवं प्रवर्तक आशीष मुनिजी म.सा. का जन्मदिवस*

नेकनूर(महाराष्ट्र)। जीवन में यदि दुःख एवं कठिनाईयों से बचने की भावना मन में है तो कभी भी गुरू आज्ञा की लक्ष्मणरेखा पार नहीं करे अन्यथा इनसे नहीं बच पाएंगे। बिना आज्ञा के कोई भी कार्य चाहे वह अच्छा हो या बुरा नहीं करना चाहिए। जो पत्थर हथोड़े और छैनी की चोट सहन कर लेता है वही मंदिर में मूर्ति के रूप में प्रतिष्ठित होकर पूजा जाता है उसी प्रकार जो शिष्य गुरू के अनुशासन को सहन कर दिए गए उद्ेश्य में परिपूर्णता प्राप्त कर लेता है वहीं शिष्य शीर्ष पर विराजमान होता है। ये विचार महाराष्ट्र के नेकनूर शहर की पावन धरा पर पहुंचे समकित के संग समकित की यात्रा के प्रणेता श्रमण संघीय वरिष्ठ सलाहकार राजर्षि पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. के ़सुशिष्य आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि डॉ.समकितमुनिजी म.सा. ने 28 मार्च गुरूवार को आचार्य आंनदऋषिजी म.सा. के 32वें स्मृति दिवस एवं उत्तर भारतीय प्रवर्तक आशीष मुनिजी म.सा. के 72वें जन्मदिवस पर स्थानीय श्रीसंघ के तत्वावधान में आयोजित गुणानुवाद सभा में उनके जीवन के विभिन्न प्रेरणादायी प्रसंगों की चर्चा करते हुए व्यक्त किए। पूना के आदिनाथ भवन में पिछला एतिहासिक चातुर्मास सम्पन्न करने के बाद आगामी हैदराबाद चातुर्मास के लिए विहार यात्रा के तहत पूज्य समकितमुनिजी म.सा.,प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी एवं गायनकुशल जयवंतमुनिजी म.सा. नेकनूर पहुंचे थे। धर्मसभा में समकितमुनिजी ने कहा कि उत्तराध्ययन सूत्र के प्रथम पाठ में विनय एवं अनुशासन का मूल मंत्र दिया गया है। इन मंत्र को अपने जीवन में अंगीकार करने वाले श्रावक-श्राविकाओं की हर मुश्किल का समाधान हो जाता है। उन्होंने सेवा का महत्व बताते हुए कहा कि सुनने का जिसमें सामर्थय होता है वहीं सेवा कर सकता है। सेवा समपर्ण के भाव से करना ही सच्ची सेवा है। धर्मसभा में प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी एवं गायनकुशल जयवंतमुनिजी म.सा. ने भी धर्म संदेश प्रदान किया।

*जैन धर्म नहीं सिखाता कभी नफरत करना*

प्रज्ञामहर्षि डॉ.समकितमुनिजी म.सा. ने कहा कि जैन धर्म कभी नफरत करना नहीं सिखाता है। जो नफरत करता है वह कभी जैनी नहीं हो सकता है। जिन गुरू भगवंतों ने हमे धर्म से जोड़ा तथा हमारे पूर्वज जिन गुरूओं की सेवा समपर्ण भाव से करते आए है उनके प्रति हमारा दायित्व बनता है कि जीवन के अंतिम समय तक उनके प्रति श्रद्धाभाव के साथ वंदनीय पूजनीय रहने का भाव रखावे। जो अपने धर्म व गुरू के प्रति आस्थावान व श्रद्धामय नहीं होता है वह कभी धर्म का लाभ प्राप्त नहीं कर सकता है। आचार्य आनंदऋषिजी के स्मृति दिवस एवं पूज्य प्रवर्तक आशीषमुनिजी के जन्मदिवस पर सुश्रावक डॉ. पोपटलालजी, पन्नालालजी,डॉ. प्रशान्तजी,डॉ. प्रफुल्लजी, प्रवीणजी लुणावत परिवार द्वारा समवहरण का सुंदर आयोजन कर धर्म आराधना एवं गुणानुवाद का लाभ प्राप्त किया गया। धर्मसभा में सुश्रावक प्रदीपचंद, प्रतीक श्रीश्रीमाल, डॉ. विलास कोठारी, योगेश कोठारी, मनोज कोटेचा, जैेन श्रीसंघ बीड़, कलम, लातुर, नांदूर, चौसाला, जामखेड़, अमबाजुगाई, पारागांव, उदयपुर आदि श्रीसंघों, महिला मण्डल समवसरण आदि भी उपस्थित रहे। समकित की यात्रा में विहार सेवा का लाभ उदयपुर के सुश्रावक मांगीलाल वीरवाल भी प्राप्त कर रहे है।

*निलेश कांठेड़*
मीडिया समन्वयक-समकित की यात्रा
मो.9829537627

बढ़ता जा रहा श्रद्धा का सैलाब, इस वर्ष लगेगा 3100 किलो काजूकतली का महाभोग भीलवाड़ा के श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर पर हनुमान...
28/03/2024

बढ़ता जा रहा श्रद्धा का सैलाब, इस वर्ष लगेगा 3100 किलो काजूकतली का महाभोग

भीलवाड़ा के श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर पर हनुमान जयंति की शुरू हुई तैयारियां

भीलवाड़ा। भगवान राम के अनन्य भक्त श्री हनुमानजी महाराज की जयंति पर भीलवाड़ा शहर में मुख्य डाकघर के नजदीक स्थित श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर पर होने वाले दो दिवसीय आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई है। हनुमान जयंति पर ये आयोजन 22 एवं 23 अप्रेल को मंदिर के महन्त बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य में होंगे। हनुमान जयंति पर प्रसाद पाने के लिए उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस वर्ष 3100 किलो काजू कतली का महाभोग लगाया जाएगा। पिछले वर्ष 2500 किलो काजूकतली का महाभोग लगाया गया था। राजस्थान में हनुमान जंयति के अवसर पर किसी भी मंदिर में लगाया जाने वाला यह सबसे बड़ा महाभोग माना जा रहा है।
श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर के ट्रस्टी महावीरप्रसाद अग्रवाल एवं रमेश अग्रवाल ने बताया कि आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है एवं भक्तों को अलग-अलग दायित्व सौंपे गए है। दो दिवसीय आयोजन के पहले दिन 22 अप्रेल को हनुमानजी महाराज की प्रतिमा को स्वर्ण चोला चढ़ाया जाएगा। रात 8 बजे से मंदिर के बाहरी क्षेत्र में होने वाली विशाल भव्य भजन संध्या में संकटमोचन हनुमानजी महाराज की भक्ति की अविरल धारा प्रवाहित होंगी। भजन संध्या में गुड़गांव निवासी नरेश सैनी(जूनियर लक्खा) एवं जयपुर निवासी कोमल शर्मा अपनी टीम के साथ हनुमान भक्ति से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति देंगे। देर रात तक चलने वाली इस भजन संध्या में बड़ी संख्या में भक्तों के उमड़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की जा रही है। हनुमान जयंति पर 23 अप्रेल को मंदिर का मनमोहक फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा। दोपहर 12.15 बजे महाआरती के बाद हनुमानजी महाराज को 3100 किलो काजूकतली का महाभोग लगाया जाएगा। हनुमानजी के जन्तोत्सव पर 11 किलो का केक भी काटा जाएगा। महाआरती एवं महाभोग के बाद काजूकतली का प्रसाद भक्तों में वितरित किया जाएगा। हनुमान जयंति पर रात 8 बजे से श्री बालाजी सत्संग मण्डल के एसके खण्डेलवाल एवं टीम द्वारा संगीतमय सुंदरकांड की प्रस्तुति दी जाएगी। हनुमान जयंति महोत्सव के अवसर पर मंदिर पर विशेष सजावट के साथ नगर परिषद चौराहे से लेकर गोलप्याउ चौराहे तक भी विशेष सजावट व रोशनी की जाएगी।

आदरणीय मारू सा का हमे छोड़ चले जाना जिनशासन के लिए अपूरणीय क्षति आज सुबह जैसे ही मोबाइल ऑन किया परम दिवाकर गुरू भक्त आदरण...
27/03/2024

आदरणीय मारू सा का हमे छोड़ चले जाना जिनशासन के लिए अपूरणीय क्षति

आज सुबह जैसे ही मोबाइल ऑन किया परम दिवाकर गुरू भक्त आदरणीय श्री शांतिलालजी मारू सा. के पार्थिव देह त्याग भव परिवर्तन का संदेश देखा मन व्यथित ओर गमगीन हो गया। अखिल भारतीय श्री जैन दिवाकर संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जैन कॉन्फ्रेंस राजस्थान शाखा के प्रान्तीय महामंत्री श्री शांतिलालजी मारू सा से मेरा परिचय अधिक पुराना नहीं है। वर्ष 2021 में चित्तौड़गढ़ में आगमज्ञाता पूज्य समकितमुनिजी म.सा. के चातुर्मास के दौरान आपसे प्रथम बार परिचय हुआ था। उसके बाद संत दर्शन-वंदन के अवसर पर कभी-कभी मिलना होता रहा। पिछले वर्ष ही आपने जैन दिवाकर संगठन समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मुझे प्रवक्ता का दायित्व सौंप संघ-समाज की सेवा से जुड़ने का मौका दिया। आपसे मिलने के दौरान हमेशा यहीं महसूस हुआ कि आपके मन में जैन समाज व गुरू भक्तों की प्रगति के लिए सकारात्मक सोच हमेशा रहती थी। किस तरह आपसी मतभेद दूर हो ओर हम सभी मिलकर कार्य कर सके इसी भावना से आपने खुद भी कार्य करने का प्रयास किया ओर जो आपके नजदीक आया उसे भी प्रेरित किया। आप जैसे सुश्रावक भक्त को खोकर संघ-समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। आपके मार्गदर्शन की कमी हमेशा दिवाकर परिवार व जैन कॉन्फ्रेंस जैसी संस्थाओं को महसूस होती रहेगी। दिवाकर परिवार के सदस्यों को जोड़ने के लक्ष्य से आपकी प्रेरणा से संगठन समिति की मासिक पत्रिका ‘‘एकता के अग्रदूत’’ का प्रकाशन भी शुरू हुआ। इसमें भी सम्पादक मण्डल में शामिल कर आपने गुरूदेव जैन दिवाकर का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का अवसर दिया। आपके निधन से संघ-समाज में जो रिक्तता आई उसे आसानी से नहीं भरा जा सकेगा। जिनशासन देव से यहीं प्रार्थना रहेगी कि वह आपकी दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे ओर आदरणीय मारू सा. के शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति ओर सम्बल प्रदान करें। जय महावीर
सादर

*निलेश कांठेड़,भीलवाड़ा*
मो.9829537627
🙏🙏🙏🙏🙏

आप सभी को खुशियों के पर्व होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। सादर💐🌷🙏👏
24/03/2024

आप सभी को खुशियों के पर्व होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। सादर💐🌷🙏👏

भारतीय नववर्ष पर भीलवाड़ा में 12 स्थानों से निकलेगी भव्य वाहन रैली,स्टेशन चौराहे पर होगी भारतमाता की आरती  चैत्र शुक्ला प...
23/03/2024

भारतीय नववर्ष पर भीलवाड़ा में 12 स्थानों से निकलेगी भव्य वाहन रैली,स्टेशन चौराहे पर होगी भारतमाता की आरती

चैत्र शुक्ला प्रतिप्रदा पर विभिन्न चौराहों पर तिलक लगा होगा प्रसाद वितरित

भारतीय नववर्ष महोत्सव समिति ने शुरू की तैयारियां

भीलवाड़ा, 23 मार्च। भारतीय नववर्ष महोत्सव समिति भीलवाड़ा के तत्वावधान में भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ला प्रतिपदा 9 अप्रेल को विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के साथ उत्साह व उल्लास के माहौल में मनाया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों के साथ भव्य विशाल वाहन रैली भी निकाली जाएगी। आयोजन के बारे में मीडियाकर्मियों को भी शनिवार दोपहर पत्रकार वार्ता में जानकारी दी गई। नववर्ष महोत्सव समिति के संयोजक श्री अजय अग्रवाल ने चैत्र शुक्ला प्रतिपदा पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा से अवगत कराया। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए भारतीय नववर्ष महोत्सव समिति द्वारा शनिवार रात्रि में सभी समाजों के प्रबुद्धजनों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की गई। इसमें भारतीय नववर्ष पर होने वाले कार्यक्रमों को सफल बनाने एवं अधिकाधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने पर चर्चा हुई और सुझाव प्राप्त किए।चर्चा के उपरांत बैठक में तय हुआ कि नववर्ष पर हर वर्ष की भांति प्रातःकाल भीलवाड़ा शहर के प्रमुख चौराहो एवं बस्तियों में तिलक लगा प्रसाद वितरित किया जाएगा। इसी के साथ शहर में 12 स्थानों से विशाल वाहन रैली के रूप में प्रारंभ होकर रेलवे स्टेशन चौराहे पर एकत्रित होंगे। यहां नववर्ष के शुभ अवसर पर भारत माता की भव्य आरती होकर कार्यक्रम का समापन होगा। आमजन की सुविधा के लिए इस आयोूेूजन के लिए गोल प्याउ चौराहा, सूचना केन्द्र चौराहा एवं महाराणा टॉकिज के समीप विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी एवं सोशल मीडिया यू ट्यूब पर लाइव प्रसारण भी होगा। वाहन रैली में प्रेरणादायी विभिन्न महापुरूषों की झांकिया भी शामिल रहेगी। भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में शहर के प्रमुख चौराहो पर विशेष सजावट की जाएगी। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए नववर्ष महोत्सव समिति के मार्गदर्शक मण्डल में हरिशेवाधाम के महामण्डेलश्वर श्री हंसारामजी महाराज, पूज्य रामायणीजी महाराज, महंत बनवारीशरण काठियाबाबा, महंत मोहनशरण शास्त्री, महंत बाबूगिरीजी, पूज्य जोगेश्वरजी महाराज, बलरामदासजी महाराज, लालबाबा महाराज, पूज्य टेकरीवाले बाबा आदि को शामिल किया गया। समिति के संरक्षक मण्डल में गजानंद बजाज, रमेश खोईवाल, जयकिशन जांगिड़, त्रिलोकचंद छाबड़ा, सुभाष बाहेती शामिल किए गए है। नववर्ष महोत्सव के सफल आयोजन के लिए समिति संयोजक अजय अग्रवाल, सह संयोजक मनीष बहेड़िया, गोपाल विजयवर्गीय, सुशील सुवालका, मधुबाला यादव, तुलसी भाटी, सरोज दाधीच, अबू हिम्मतरामका, एडवोकेट हेमेन्द्र शर्मा, एडवोकेट कुणाल ओझा और रमा पचीसिया आदि को दायित्व सौंपे गए है।

वर्षीतप आराधकों के सम्मान में चौबीसी का आयोजन तपस्वी रूचिकाजी म.सा. को श्रीसंघ ने समर्पित की आदर की चादर श्री जैन दिवाकर...
23/03/2024

वर्षीतप आराधकों के सम्मान में चौबीसी का आयोजन

तपस्वी रूचिकाजी म.सा. को श्रीसंघ ने समर्पित की आदर की चादर

श्री जैन दिवाकर महिला परिषद द्वारा खातरमहल में आयोजन

चित्तौड़गढ़,23 मार्च। धर्मनगरी चित्तौड़गढ़ में पूज्य प्रवर्तक विजयमुनिजी म.सा., महासाध्वी मधुकंवरजी म.सा., महासाध्वी मणिप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान खातरमहल के तत्वावधान में आयोजित होली चातुर्मास के तहत शनिवार दोपहर श्री जैन दिवाकर महिला परिषद द्वारा वर्षीतप आराधकों की तप अनुमोदना में चौबीसी का आयोजन किया गया। इसके माध्यम से वर्षीतप आराधक तरूण तपस्वी साध्वी रूचिकाजी म.सा. एवं वर्षीतप कर रहे श्रावक-श्राविकाओं के तप की अनुमोदना की गई। परिषद की अध्यक्ष श्रीमती अंगूरबाला भड़कत्या के अनुसार चौबीसी कार्यक्रम के दौरान साध्वी मणिप्रभाजी म.सा., साध्वी सुमनप्रभाजी म.सा.,साध्वी चिंतनश्रीजी म.सा. आदि ने तीर्थंकर स्तुति भजन सुनाए। जिन तपस्वियों का महिला परिषद द्वारा बहुमान किया गया उनमें सुश्राविका सुशीला छाजेड़, रंजना बोहरा, रंजना रामपुरिया, शशिकला कच्छारा, अंजना पोखरना, आदि शामिल थे। कार्यक्रम में मौजूद श्राविका पुष्पा मेहता, पुष्पा नाहर, मनोहरदेवी मोदी, ललिता चौपड़ा आदि ने छोटे-छोटे तप त्याग के प्रत्याख्यान लेकर श्री जैन दिवाकर महिला परिषद की ओर से तपस्वियों का बहुमान किया। श्रीसंघ द्वारा तपस्वी रूचिकाजी म.सा. को आदर की चादर समर्पित की गई। आदर की चादर श्रीसंघ के अध्यक्ष अशोक मेहता, मंत्री सुनील बोहरा, संरक्षक हस्तीमल चौरड़िया आदि पदाधिकारियों ने समर्पित की। इस चादर को महिला परिषद की पदाधिकारियों ने पूज्य साध्वीजी को ओढ़ाकर उनकी तप साधना की अनुमोदना की। यशवेणी संस्थान के छोटूलाल सुराणा, उर्मिला सुराणा, माया सेठिया, संगीता सेठिया आदि पदाधिकारियों ने भी तपस्वियों का सम्मान किया। महिला परिषद की स्मिता तरावत एवं नीलम तरावत ने तप का महत्व बताने वाली लघुनाटिका की प्रस्तुति दी। सुश्रावक मदनलाल मेहता एवं सागरमल सुराणा ने भी तीर्थंकर स्तुति पर भजन सुनाए। संचालन परिषद की महामंत्री नगीना मेहता ने किया। आभार परिषद की अध्यक्ष अंगूरबाला भड़कत्या ने जताया। इस मौके पर महिला परिषद की संरक्षक सोहनदेवी चीपड़, आशा चीपड़,ललिता चीपड़, चंदनबाला महिला मण्डल की अध्यक्ष सुमित्रा पामेचा शेती महिला मंडल से दिलखुश खै रोडियाआदि मौजूद थे। आयोजन को सफल बनाने में महिला परिषद की कोषाध्यक्ष सीमा सिपानी, नीमा मेहता, खुश्बू बोहरा, सुरेखा मेहता, स्वाति छाजेड़, पदमा पगारिया, शशि सुराणा, संगीता चीपड़, अंजना गोखरू,अरूणा जैन, रेखा मेहता, हेमा बोहरा आदि ने भी सहयोग किया।

मंदसौर में महासाध्वी पारसकंवरजी म.सा. का देवलोकगमन अत्यंत दुःखद सूचना है कि हुक्मगच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री विजयराजजी ...
23/03/2024

मंदसौर में महासाध्वी पारसकंवरजी म.सा. का देवलोकगमन

अत्यंत दुःखद सूचना है कि हुक्मगच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री विजयराजजी म.सा. के आज्ञानुवर्तिनी महासाध्वी पारसकंवरजी म.सा. का 23 मार्च शनिवार शाम 6.15 बजे मध्यप्रदेश के मंदसौर शहर में देवलोकगमन हो गया है। उनकी पार्थिव देह की बैकुण्ठी (डोल) मंदसौर के शास्त्री कॉलोनी स्थित श्री जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन से 24 मार्च रविवार सुबह 9 बजे निकाली जाएगी। दिवंगत महासाध्वी शीघ्र अपने लक्ष्य को प्राप्त कर मोक्षगामी बने इसी कामना के साथ सभी श्रावक-श्राविकाओं से चार लोगस्स का ध्यान करे यहीं विनती है।

अभिमान के कारण सो जाता हमारा सौभाग्य,दूसरों के गले में अपनी मुसीबत डाल मनाते आनंद- समकितमुनि हमारे दिल संकुचित होने से न...
22/03/2024

अभिमान के कारण सो जाता हमारा सौभाग्य,दूसरों के गले में अपनी मुसीबत डाल मनाते आनंद- समकितमुनि

हमारे दिल संकुचित होने से नहीं ले पा रहे सुख की नींद,वृद्धजनों की सेवा का अवसर नहीं छोड़े

होली चातुर्मास के तहत पांच दिवसीय आयोजन के तीसरे दिन लोगस्स जाप से तीर्थंकर आराधना

बीड़, 22 मार्च। अभिमान कषाय के कारण हमारा सौभाग्य सो जाता है ओर हमारे जीवन में भवसागर पार कराने के अवसर का भी हम लाभ नहीं उठा पाते है। अभिमानी व्यक्ति दूसरों के गले में अपनी मुसीबत डाल उसी में आनंद मनाता है ओर वह आर्तध्यान व रोद्रध्यान करता है। जीवन में सौभाग्य से ही कभी-कभी जीवन की नैया को पार लगाने वाले प्रसंग या योग आते है। जो इनका लाभ उठा लेता उसकी जीवन नौका भवसागर पार हो जाती है ओर जो सुनहरा मौका गंवा देता है वह जन्म-मरण के चक्र में घूमता ही रहता है। ये विचार महाराष्ट्र के बीड़ शहर की पावन धरा पर होली चातुर्मास के लिए पहुंचे समकित के संग समकित की यात्रा के प्रणेता श्रमण संघीय वरिष्ठ सलाहकार राजर्षि पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. के ़सुशिष्य आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि डॉ.समकितमुनिजी म.सा. ने शुक्रवार को श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ बीड़ के तत्वावधान में आयोजित होली चातुर्मास के तहत धर्मसभा में प्रवचनमाला ‘‘कहानी द्रोपदी की,कहानी कर्म की’’के तहत विभिन्न प्रसंगों की चर्चा करते हुए व्यक्त किए। होली चातुर्मास के पांच दिवसीय विशेष आयोजन के तहत तीसरे दिन शुक्रवार को लोगस्स जाप के माध्यम से तीर्थंकर की आराधना की गई। धर्मसभा में समकितमुनिजी ने कहा कि भगवान महावीर के जीवन प्रसंग बताते है कि कान में कील ठोकने वाले ग्वाले का सौभाग्य भी सोया हुआ था ओर दुर्भाग्य के कारण ही वह इतना नजदीक होने पर भी भव पार कराने वाली नौका को नहीं पहचान पाया। भगवान की सेवा व सम्पर्क में रहना उसका सौभाग्य हो सकता था लेकिन उसने भगवान के कानों में कील ठोक निकाचित कर्म का बंध किया ओर अनंत भव तक उस कर्म का फल भोगता रहेगा। मुनिश्री ने कहा कि आगम की वाणी के अनुसार अहोभाव से माता-पिता की तन,मन,धन से सेवा करने वालों को देवलोक के आयुष्य का बंध होता है मगर अफसोस आज हमारे अधिकतर घरों में वृद्धजनों के साथ कैसा बर्ताव हो रहा है यह किसी से छुपा नहीं है। इस पर सोचे ओर चिंतन मनन करे। हमारे घर भले चौड़े हो गए हो पर दिल संकुचित हो गए है। परिग्रह बढ़ता जा रहा पर सोच सिकुड़ती जा रही है। पहले किराए के मकान में भी सुखी थे ओर आज पांच मंजिल की हवेली में भी सुख की नींद नहीं ले पा रहे है। जीवन में यदि सुख की प्राप्ति करनी है तो अपनी सोच को व्यापक बनाना होगा ओर अपनी मुसीबत दूसरों के गले में डालकर खुश होना बंद करना होगा। धर्मसभा में गायन कुशल जयवंतमुनिजी म.सा. ने प्ररेणादायी गीत प्रस्तुत किया। धर्मसभा में पूज्य प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा.का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। धर्मसभा में बीड़ व आसपास के विभिन्न स्थानों से आए श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे। कई श्रावक-श्राविकाओं ने एकासन, आयबिंल, उपवास के प्रत्याख्यान भी लिए।

*लोगस्स जाप के माध्यम से तीर्थंकरों की आराधना*

होली चातुर्मास के पांच दिवसीय आयोजन के तहत शुक्रवार को जाप दिवस मनाते हुए तीर्थंकर आराधना स्वरूप लोगस्स का जाप तथा साधना की गई। तीर्थंकरों से सर्वकल्याण की कामना करते हुए उनकी स्तुति इस जाप के माध्यम से की गई। होली चातुर्मास के तहत 23 व 24 मार्च को सामूहिक बेला तप की आराधना होगी। बेले तप का सामूहिक पारणा 25 मार्च को जैन भवन में होगा। पूना के आदिनाथ भवन में पिछला एतिहासिक चातुर्मास सम्पन्न करने के बाद आगामी हैदराबाद चातुर्मास के लिए विहार यात्रा के तहत बीड़ पहुंचे प्रज्ञामहर्षि डॉ. समकितमुनिजी, प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी एवं गायनकुशल जयवंतमुनिजी म.सा. आदि ठाणा के प्रवचन श्रवण व मुनि दर्शन के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उमड़ रहे है।

*निलेश कांठेड़*
मीडिया समन्वयक-समकित की यात्रा
मो.9829537627

वर्तमान में जितना जी सकते जी लो,ऐसी गलती कभी मत करो जो हमें रूलाएं जन्मो-जन्म तक- समकितमुनि  बीड़ में पूज्य समकित मुनिजी ...
21/03/2024

वर्तमान में जितना जी सकते जी लो,ऐसी गलती कभी मत करो जो हमें रूलाएं जन्मो-जन्म तक- समकितमुनि

बीड़ में पूज्य समकित मुनिजी म.सा. के दर्शन व प्रवचन श्रवण के लिए उमड़ रहे श्रावक-श्राविकाएं

होली चातुर्मास के तहत पांच दिवसीय आयोजन के दूसरे दिन मनाया दया दिवस

बीड़, 21 मार्च। भविष्य में क्या होगा हम नहीं जानते, जो बीत चुका उसका भी कुछ नहीं हो सकता बस वर्तमान हमारे हाथ में है इसलिए जितना हो सके जी लो। हमेशा सर्तक रहो अन्यथा एक गलती जिंदगी भर रूला सकती है ओर कभी-कभी तो एक गलती जन्मो-जन्म तक रूलाती है। ये विचार महाराष्ट्र के बीड़ शहर की पावन धरा पर होली चातुर्मास के लिए पहुंचे समकित के संग समकित की यात्रा के प्रणेता श्रमण संघीय वरिष्ठ सलाहकार राजर्षि पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. के ़सुशिष्य आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि डॉ.समकितमुनिजी म.सा. ने गुरूवार को श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ बीड़ के तत्वावधान में आयोजित होली चातुर्मास के तहत धर्मसभा में नौ दिवसीय प्रवचनमाला ‘‘कहानी द्रोपदी की,कहानी कर्म की’’ के आठवें दिन नागश्री ब्राह्मणी के प्रसंग की चर्चा करते हुए व्यक्त किए। होली चातुर्मास के पांच दिवसीय विशेष आयोजन के तहत गुरूवार को सामायिक दिवस मनाया गया। धर्मसभा में समकितमुनिजी ने बताया कि किस तरह नागश्री ब्राह्मणी द्वारा घर गोचरी के लिए आए मासखमण के तपस्वी संत धर्मरूचि अणगार को कचरा पात्र समझ जहरीली कड़वी सब्जी बेहराने की ऐसी गलती की जाती है जो उसे जन्मो-जन्म तक रूलाती है। नागश्री की भावना शुद्ध मंगल होती तो वह कर्म निर्जरा के इस अनमोल अवसर को कभी इस तरह नहीं गंवाती। हम अपनी गलती ओर परेशानी संत के गले में डालने का प्रयास करेंगे तो उसका कई भवों यानि जन्मो-जन्म तक चुकाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी जिंदगी के दिन-रात व्यतीत होते जा रहे है। इनमें से जो समय धर्म में व्यतीत हो रहा है वह सफल है ओर जो अधर्म में व्यतीत हो रहा वह व्यर्थ चला जा रहा है। तुंग्या नगरी के श्रावकों से प्रेरणा लेनी चाहिए जो अपनी उम्र ही उतनी ही बताते थे जितना समय धर्म में व्यतीत किया हो। उत्तराध्ययन सूत्र में परमात्मा वीर प्रभु ने फरमाया भी है कि हमारा ओदारिक शरीर इतना दुर्बल है कि एक छोटा सा मच्छर भी परेशान कर जाता है। कुछ वर्ष पहले कोरोनाकाल में हम इसका प्रकोप भी देख चुके है। इसलिए शरीर से मोह छोड़ आत्मा में रमण करना सीखे तो जीवन जीने का लक्ष्य प्राप्त कर पाएंगे।

संत गोचरी के लिए आए तो चेहरे पर हो प्रसन्नता के भाव

पूज्य समकितमुनिजी ने धर्मसभा में ये भी समझाने का प्रयास किया कि कोई भी संत-साध्वी आहार-पानी (गोचरी) लेने हमारे निवास पर पधारे तो इसे अहोभाग्य मानते हुए हमारा व्यवहार, आचरण ओर भाव कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संत गोचरी के लिए घर आए तो भोजन में जैसा है वैसा ही बताए कभी झूठ नहीं बोले। घर के आंगन में संत को देख चेहरे पर खुशी के भाव होने चाहिए। संत को गोचरी बेहराते समय ओर वार्तालाप करते समय विवेक रखना चाहिए। धर्मसभा में गायन कुशल जयवंतमुनिजी म.सा. ने प्ररेणादायी गीत प्रस्तुत किया। धर्मसभा में पूज्य प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा.का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। धर्मसभा में बीड़ व आसपास के विभिन्न स्थानों से आए श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे। कई श्रावक श्राविकाओं ने एकासन, आयबिंल, उपवास के प्रत्याख्यान भी लिए।

11-11 सामायिक कर दया दिवस की आराधना

होली चातुर्मास के पांच दिवसीय आयोजन के तहत पहले दिन बुधवार को पैसाठिया छंद की आराधना की गई। इसके दूसरे दिन गुरूवार को दया दिवस मनाया गया। इसके तहत कई श्रावक-श्राविकाओं ने 11-11 सामायिक कर दया धर्म की आराधना की। दया करने वाले बच्चों का श्रीसंघ द्वारा सम्मान भी किया गया। होली चातुर्मास के तहत शुक्रवार को जाप दिवस मनाते हुए तीर्थंकर आराधना स्वरूप लोगस्स का जाप तथा साधना होगी। इसी तरह 23 व 24 मार्च को सामूहिक बेला तप की आराधना होगी। बेले तप का सामूहिक पारणा 25 मार्च को जैन भवन में होगा। पूना के आदिनाथ भवन में पिछला एतिहासिक चातुर्मास सम्पन्न करने के बाद आगामी हैदराबाद चातुर्मास के लिए विहार यात्रा के तहत बीड़ पहुंचे प्रज्ञामहर्षि डॉ. समकितमुनिजी, प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी एवं गायनकुशल जयवंतमुनिजी म.सा. आदि ठाणा के प्रवचन श्रवण व मुनि दर्शन के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उमड़ रहे है।

*निलेश कांठेड़*
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