Jay Maa Uchaith bhagawati

Jay Maa Uchaith bhagawati �Aap sabhi ko�

�Jay mata di�

श्री श्री 1008 कोटि पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं हवनस्थान - उच्चैठ, दुर्गास्थान (बेनीपट्टी)दिनांक - 02.12.2023के लेल गांव सब...
01/12/2023

श्री श्री 1008 कोटि पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं हवन
स्थान - उच्चैठ, दुर्गास्थान (बेनीपट्टी)
दिनांक - 02.12.2023

के लेल गांव सबके आवंटित आश्रम आ नंबर केर सूची एही तरहक अहि.

23/11/2023

#ॐनमोभगवतेवासुदेवायनमः 🪴🪴🪴
दिनांक 23.11.2023 दिन गुरुवार तदनुसार संवत् २०८० कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है🪴🪴🪴👏👏👏

♥️ "देवउत्थान/प्रबोधिनी एकादशी"♥️

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी देवउत्थान/ प्रबोधिनी एकादशी कहलाती हैं। इस एकादशी को देवोतथान या देवौठनी एकादशी भी कहते है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन को श्री विष्णु अपना चार मास के विश्राम के पश्चात जागते हैं।

"देवउत्थान एकादशी व्रत महात्म्य"

‘प्रबोधिनी’ का महात्म्य पाप का नाश, पुण्य की वृद्धि तथा उत्तम बुद्धिवाले पुरुषों को मोक्ष प्रदान करनेवाला है। एकादशी को एक ही उपवास कर लेने से मनुष्य हजार अश्वमेघ तथा सौ राजसूय यज्ञ का फल पा लेता है। जो दुर्लभ है, जिसकी प्राप्ति असम्भव है तथा जिसे त्रिलोकी में किसी ने भी नहीं देखा है, ऐसी वस्तु के लिये भी याचना करने पर ‘प्रबोधिनी’ एकादशी उसे दे देती है। भक्तिपूर्वक उपवास करने पर मनुष्यों को ‘हरिबोधिनी’ एकादशी ऐश्वर्य, सम्पति, उत्तम बुद्धि, राज्य तथा सुख प्रदान करती है। मेरूपर्वत के समान जो बड़े-बड़े पाप है , उन सबको यह पापनाशिनी ‘प्रबोधिनी’ एक ही उपवास में भस्म कर देती है। जो लोग ‘प्रबोधिनी’ एकादशीका मन से ध्यान करते तथा जो इसके व्रत का अनुष्ठान करते हैं, उनके पितर नरक के दु:खों से छुटकारा पाकर भगवान विष्णु के परम धाम को चले जाते हैं। जो ‘ प्रबोधिनी’ एकादशी के दिन श्रीविष्णु की कथा श्रवण करता है, उसे सातों द्वीपों से युक्त पृथ्वी दान करने का फल प्राप्त होता है। इस एकादशी के दिन तुलसी विवाहोत्सव भी मनाया जाता है।

"पूजन सामग्री"

श्री विष्णु जी की मूर्ति, वस्त्र, पुष्प, पुष्पमाला, नारियल, सुपारी, अन्य ऋतुफल, धूप, दीप, घी, पंचामृत (कच्चा दूध,दही,घी,शहद और शक्कर का मिश्रण), अक्षत, तुलसी दल, चंदन, मिष्ठान।

"विधि"

दशमी तिथि को सात्विक भोजन ग्रहण करें। ब्रह्मचर्य का पालन करें। एकादशी के दिन प्रात:काल उठकर नित्य क्रम कर स्नान कर लें। स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा गृह को शुद्ध कर लें। आसन पर बैठ जाये। एकादशी को देवदेवेश्वर भगवान विष्णु का पूजन करें। देवउत्थान/ प्रबोधिनी एकादशी व्रत की कथा सुने अथवा सुनाये। आरती करें। उपस्थित लोगों में प्रसाद वितरित करें। रात्रि जागरण करें। द्वादशी के दिन प्रात:काल उठकर स्नान करें। श्रीविष्णु भगवान की पूजा करें। ब्राह्मणों को भोजन करायें। उसके उपरांत स्वयं भोजन ग्रहण करें।

♥️♥️♥️♥️
जय माता दी

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12/11/2023

दीपावली के पावन पर्व पर, माँ लक्ष्मी आपकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करें तथा आपके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशियाँ आएं और आप हमेशा स्वस्थ और प्रसन्न रहें।
🪔 🪔 शुभ दीपावली🪔 🪔

🌙सभी माताओं एवं बहनों को करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं।🌹जय माता दी 🌹👏👏👏
01/11/2023

🌙सभी माताओं एवं बहनों को करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं।
🌹जय माता दी 🌹👏👏👏

18/10/2023

नवरात्री कि हार्दिक शुभकामनाएं
माता रानी आपके पूरे परिवार को खुश रखे
Akhilesh Pathak

23/12/2022

बड़े-बड़े लोग है साहब
LiKE कर के निकल जाते है
जय माता दी बोलने का भी ..!!समय नही मिल पाता है कुछ लोगो के पास

05/11/2022
🏰जय माता दी ❤
04/06/2022

🏰जय माता दी ❤

जय माता दी 👏
29/05/2022

जय माता दी 👏

जय माता दी ❤
15/05/2022

जय माता दी ❤

💜👏💃💃
09/05/2022

💜👏💃💃

08/04/2022
❤माँ ❤                                                              ❤जय माता दी ❤
06/03/2022

❤माँ ❤

❤जय माता दी ❤

जय माता दी 👏
17/02/2022

जय माता दी 👏

11/02/2022
11/02/2022
11/02/2022
Jay mata di👏
11/02/2022

Jay mata di👏

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