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basti_forum_samacher_seva औषधि निर्माता से आज तक का सफलतम सफर ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर औषधि निर्माता से पत्रकारिता मुद्रक प्रकाशक

23/03/2024
09/03/2024

बस्ती फोरम समाचार सेवा ®️➕ अपकौशली भण्डारण

📢चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दिया राष्ट्रपति ने मंजूरी भी दिया ✍️

दिल्ली ➡️लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने में अब कुछ दिन ही बाकी रह गए हैं लेकिन उससे पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कानून मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में इस बात की जानकारी दी गई कि राष्ट्रपति ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है, यह 9 मार्च से प्रभावी हो गया है।

👉🏽2027 तक था कार्यकाल 👇
जानकारी के मुताबिक उनका कार्यकाल 2027 तक था। चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा दो चुनाव आयुक्त होते हैं। एक चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे पिछले महीने रिटायर हो गए थे। उनके पद पर अभी नई नियुक्ति हो भी नहीं पाई थी कि अब अरुण गोयल ने पद से इस्तीफा दे दिया है। अरुण गोयल के इस्तीफे से केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं।
९ मार्च २०२४ बस्ती फोरम समाचार ®️२२:४८ बजे
चुनावी तैयारियों के लिए कई राज्यों के दौरे पर अरुण गोयल मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ थे। लेकिन अब अचानक उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे की फिलहाल कोई वजह नहीं बताई है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से लिया था वी.आर.एस.
अरुण गोयल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से वी.आर.एस. लिया था। वे पंजाब कैडर के 1985-बैच के आई.ए.एस. अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे। वी.आर.एस.लेने से पहले वे केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात थे। मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर उनकी नियुक्ति को लेकर विवाद भी हुआ था। उनकी नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।

06/03/2024
05/03/2024

उत्तरप्रदेश 👉🏽 मण्डल 👉 ऐ 👉🏽 जनपद 👉 बस्ती

📢क्या यह जनपद बस्ती का दुर्लभ दुर्घटना जैसा नहीं है पूछता है जनपद का प्रत्येक मतदाता?✍️

🆙बस्ती ➡️जनपद के लिए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रत्याशी को यथावत रखते हुए जनपद बस्ती के लिए घोर ही नहीं अति घोर अन्याय किया है बस्ती की जनता जनार्दन एक दशक से विकास कार्यों की प्रतीक्षा के बांट जोह रही है विकास कार्यों के नाम पर ग्राम पंचायतों से ठगी घूस खोरी कमीशनखोरी का जो सिलसिला चला वह चलता एवं कमीशनखोरी प्रतिशत बढ़ता ही गया चाहे वह ग्राम प्रधान स्तर का हो अथवा विभागीय स्तर का हो सिर्फ एक ही नाम चर्चा गोपनीयता में रहा सभी विभागों के अधिकारी कमीशनखोरी से तंग एवं परेशान रहे सिर्फ दबाव बनाया जाता रहा विकास के नाम में धांधली निर्माण कार्य की कार्य योजनाएं तीन गुना धनराशि की बनाई जाती रही सिर्फ कमीशन खोरी के लिए शहर मुख्यालय अथवा लोकसभा क्षेत्र की कोई भी सड़क गली कूचा आवागमन के योग्य नहीं सरकारी खजाने का सिर्फ तकनीकी तौर पर बंदर बांट जिलाधिकारी समेत सभी विभागों के अधिकारियों को घुड़की धमकी मनमानी कार्य एवं कमीशनखोरी के लिए सफलतम दबाव बनाया जाता रहा प्रदेश मुख्यालय तक तोड़ मरोड़कर मिथक तथ्य बताया जाता रहा है ओछी राजनीतिक मानसिकता के तहत स्व स्वार्थ सिद्धि के क्रियान्वयन के लिए निर्बल को भी सताया गया सिर्फ सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का बढ़चढ़ कर प्रदर्शन किया जाता रहा जनपद के आंतरिक विकास की दुर्दशा ऐसी कि औंधे मुंह गिरती रही बड़ी परियोजनाओं के क्रियान्वयन की पैरवी किया गया जिससे व्यक्तिगत कमीशनखोरी का लाभ बड़े पैमाने पर लिया जा सके। एक दशक तक गोपनीय इशारों में ही अधिकारियों का स्थानांतरण एवं शोषण का प्रबंध किया गया जिसकी पुष्टि जोखिम भरा होने से साक्ष्य विहीन ही रहे भाजपा के जनपद के छुटभैय्ए तक का मनोबल बढ़ा रहा जनपद में कहावतें चरितार्थ रही चोर से कहो चोरी करो शाह से कहो जागते रहो जैसा हेराफेरी प्रणाली कायम किया गया जिसका परिणाम विधानसभा चुनाव में खासा देखा गया दूसरी पारी में नगर पंचायत चुनाव में भी रूझान सामने आया। क्या यह बस्ती का दुर्लभ दुर्घटना जैसा नहीं है पूछता है जनपद का प्रत्येक मतदाता? बस्ती का मतदाता अब जागरूक हो गया है भाजपा हाईकमान को बस्ती जनपद का पुनर मूल्यांकन कर मतदाताओं के अनुरूप प्रत्याशी खड़ा करना चाहिए जिससे भितररोष समाप्त हो तथा मतदाता भी भाजपा के उत्कृष्ट कार्य पर वोट के रूप में आभार दे सकें ।

उत्तरप्रदेश 👉 मण्डल 👉 ऐ 👉🏽 जनपद 👉 बस्ती 📢कचरे से खाद बनाने की योजना धराशाई खाली जमीन में कूड़ा डंपिंग के बाद सुधि विहीन ...
14/02/2024

उत्तरप्रदेश 👉 मण्डल 👉 ऐ 👉🏽 जनपद 👉 बस्ती

📢कचरे से खाद बनाने की योजना धराशाई खाली जमीन में कूड़ा डंपिंग के बाद सुधि विहीन जिम्मेदार ✍️

👉🏽कूड़ा प्रबंधन केंद्र स्थापित करने के लिए ग्राम कोईलपुरा में चिह्नित हुई थी दो एकड़ जमीन 👇

🆙बस्ती➡️शहरी क्षेत्र के कूड़ा प्रबंधन केंद्र स्थापित करने के लिए वर्ष 2018 में ही पहल हुई थी। शहर से दस किमी दूर गोटवा क्षेत्र के ग्राम कोईलपुरा गांव में दो एकड़ जमीन भी चिह्नित की गई। पांच करोड़ रुपये की लागत से यहां कचरे से खाद बनाने की योजना तैयार हुई। इसके बाद कवायद ठप्प पड़ गई। यहां दो साल तक शहरी क्षेत्र का कूड़ा इकट्ठा कराया गया। इसके बाद जिम्मेदार सुधि विहीन हो गये अब नए कूड़ा इकट्ठा स्थल के लिए पेशकश शुरू हुई है। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है।
कूड़ा प्रबंधन के लिए नगर पालिका परिषद की ओर से पांच साल पहले ग्राम कोईलपुरा में जमीन अधिग्रहित कराई गई। यहां पांच करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा निस्तारण परियोजना तैयार होनी थी। तत्कालीन जिलाधिकारी ने इस स्थल का निरीक्षण भी किया था। योजना थी कि कचरे से खाद बनाएंगे। मगर, इसके बाद कवायद ठप्प हो गई। लगभग दो साल तक यहां कूड़ा इकट्ठा किया गया। कूड़े का निस्तारण न होने से दुर्गंध उठने लगी। आसपास के ग्रामीणों ने विरोध किया। तब शहरी क्षेत्र का कूड़ा गिरना यहां बंद हुआ। इसके बाद हाई-वे, अमहट एवं बरगदवा के तलहटी क्षेत्रों में कूड़ा एकत्रित का कार्य किया जा रहा है।
👉🏽अमहट के पास जलाकर छोड़ दिया कूड़ा👇
अमहट के पास सड़क के किनारे कूड़े का ढेर लगा है। इसे कम करने के लिए आग लगा दी गई है। यह लगभग एक पखवाड़े से लगातार जल रहा है। हाई-वे और अमहट के आसपास कूड़े की आग से उठने वाला धुआं छाया हुआ है। इधर से गुजरने पर लोगों के श्वास में विषैला धुआं पहुंच रहा है। सुबह लोग यहां चहल कदमी बंद कर चुके हैं।

👉🏽33 लाख से बनेगा नया कूड़ा एकत्रण स्थल👇
शहर की गंदगी के निस्तारण के लिए नया बजट आया है। 33 लाख रुपये खर्च कर नया कूड़ा एकत्रण स्थल बनाया जाएगा। तर्क है कि पुराने एकत्रण स्थल कोइलपुरा की दूरी अधिक है। इसलिए कूड़ा भेजने में खर्च अधिक आ रहा है। कम दूरी पर यह केंद्र होने से ईंधन की खपत एवं अन्य खर्चे कम हो जाएंगे।

👉🏽पर्याप्त भूमि मिलने पर एम.आर.एफ.
केंद्र का होगा निर्माण 👇
बजट आवंटित होने के बाद शहर में एम.आर.एफ. केंद्र के स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए नगर पालिका ने भूमि के लिए राजस्व विभाग से भी संपर्क साधा है। शहर में नजूल की खाली भूमि का चिह्नांकन किया जा रहा है। भूमि मिलने के बाद निर्माण को गति मिलेगी।

👉🏽रोजाना निकल रहा 70 टन कूड़ा👇
नगर पालिका बस्ती के 25 वार्डों से रोजाना 70 टन कूड़ा निकल रहा है। इसका निस्तारण हाई-वे के किनारे इधर-उधर किया जा रहा है। सड़कों के किनारे कूड़ों का ढेर लगा हुआ है। कुछ जलाशय कब्जा होने में भी यह कूड़े पाटने के काम मेंं लाए गए।
सत्येंद्र सिंह प्रभारी अधिशाषी अधिकारी/उपजिलाधिकारी ने बताया कि कोईलपुरा में कूड़ा प्रबंधन का कार्य चालू हैं। कुछ मशीनें लगवाई गई हैं। नए एकत्रण स्थल की स्थापना से कूड़ा निस्तारण में और सहूलियत मिलेगी। इसके लिए जमीन तलाशी जा रही है।

Facebook पर मेरी मौजूदगी के 1 साल का जश्न मनाया जा रहा है. सपोर्ट करने के लिए आपका धन्यवाद. आपके सपोर्ट के बिना मेरे लिए...
24/01/2024

Facebook पर मेरी मौजूदगी के 1 साल का जश्न मनाया जा रहा है. सपोर्ट करने के लिए आपका धन्यवाद. आपके सपोर्ट के बिना मेरे लिए यह कर पाना संभव नहीं था. 🙏🤗🎉

उत्तरप्रदेश 👉🏽 मण्डल 👉🏽 ऐ 👉🏽 जनपद 👉🏽 बस्ती 📢नदी और तटबंध के बीच बसे पांच गांवों की कम नहीं हुईं समस्यायें✍️जलस्तर कम होन...
18/08/2023

उत्तरप्रदेश 👉🏽 मण्डल 👉🏽 ऐ 👉🏽 जनपद 👉🏽 बस्ती

📢नदी और तटबंध के बीच बसे पांच गांवों की कम नहीं हुईं समस्यायें✍️

जलस्तर कम होने से कटान की आशंका बढ़ी, नागरिकों में दहशत

🆙बस्ती➡️ सरयू नदी का जलस्तर फिर घटने लगा है। चौबीस घंटे में नदी 20 सेंटीमीटर नीचे आ गई है। फिर भी नदी लाल निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नदी और तटबंध के बीच बसे पांच गांवों की समस्या अभी कम नहीं हुई हैं। आसपास रहने वालों का रहना व खाना समस्या से ग्रस्त है। सुविका बाबू और विशुनदासपुर की अनुसूचित बस्ती का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है। लोगों की जिंदगी नाव के सहारे होकर रह गई है।
केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार बृहस्पतिवार को नदी लाल निशान 92.730 मीटर से 29 सेंटीमीटर ऊपर होकर 93.02 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। जबकि बुधवार को नदी का जलस्तर लाल निशान से 49 सेंटीमीटर ऊपर था। जलस्तर घटने से बाढ़ प्रभावित गांवों में कटान की आंशका बढ़ गई है। जलमग्न गांव विशुनदासपुर की अनुसूचित बस्ती, आंशिक टेढ़वा, सुविका बाबू तथा नदी उस पार स्थित देवारागंगबरार के बस्ती व कुर्मिआना सहित पांच गांव के लोगों की दिनचर्या नाव पर निर्भर होकर रह गई है। विशुनदासपुर अनुसूचित बस्ती के लोग घुटने भर पानी में होकर तटबंध तक आ- जा रहे हैं। वहीं सुविका बाबू गांव के लोग नाव से ही अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति या बच्चों का स्कूल आना-जाना नाव से ही संभव हो पा रहा है।
१८ अगस्त२०२३ बस्ती फोरम समाचार सेवा ०६:५६ बजे
👉🏽 उपजिलाधिकारी कर रहे लगातार कैंप 👇
उपजिलाधिकारी हर्रैया गुलाब चंद्र लगातार बाढ़ प्रभावित गांव सुविका बाबू, विशुनदासपुर अनुसूचित बस्ती में जाकर जलस्तर बढ़ने के कारण लोगों से सजग रहने की अपील कर रहे हैं। वह खुद तटबंध पर ही टीम के साथ लगातार कैंप भी कर रहे हैं।

👉🏽घुटने भर पानी में घुस गईं जिलाधिकारी, पैदल पहुंची बाढ़ पीड़ितों के बीच ✍️
दुबौलिया में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन बृहस्पतिवार दोपहर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंची। वह विशुनदासपुर अनुसूचित बस्ती में पहुंचने के लिए घुटने भर पानी में घुस गईं। वह पानी में पैदल चलते हुए वह लोगों के बीच पहुंचीं। उनके साथ अन्य अधिकारियों को भी पानी में घुसकर पैदल चलना पड़ा। जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ितों का हालमुकाम जाना। ग्रामीणों को सुझाया कि जलस्तर बढ़ने के कारण सभी लोग सचेत रहे। कहा कि आप लोग यहां नए मकान मत बनाइएगा। बाढ़खण्ड के अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार को गांव के पास नई परियोजना स्वीकृत कराने का निर्देश दिया। इसके बाद जिलाधिकारी कटरिया- चाॅदपुर तटबंध पर पहुंची। उन्होंने तटबंध पर ही सुविका बाबू गांव के लोगों की समस्याओं को सुना। एक भाजपा नेता ने जिलाधिकारी को बताया की पिछले वर्ष आई बाढ़ में सुविका बाबू गांव के कुछ किसानों को फसल की क्षतिपूर्ति नहीं मिली है। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को समस्या के निस्तारण का निर्देश दिया। इसके बाद जिलाधिकारी विशुनदासपुर अनुसूचित बस्ती के लोगों के लिए चयनित विस्थापित स्थल का भी निरीक्षण किया। कहा कि इसका मानचित्र खाका तैयार कराकर माॅडल कालोनी बनाई जाए। इस स्थल तक जिला पंचायत से सड़क का निर्माण कराया जाए। इस मौके पर उपजिलाधिकारी गुलाबचंद चंद्र, अधिशासी अभियंता बाढ़खण्ड दिनेश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी विनोद सिंह, डाॅ. अजय गौड़, भगवान बक्स सिंह, राजस्व निरीक्षक अजीत सिंह आदि मौजूद रहे।

17/08/2023

उ.प्र.👉🏽 मण्डल 👉🏽 मुरादाबाद 👉🏽 जनपद 👉🏽 संभल

📢विपक्षी गठबंधन में जितने भी भ्रष्टाचारी दलों का समूह है सब शामिल ➡️केशव प्रसाद मौर्य ✍️

📢उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार की शाम जिला मुख्यालय बहजोई के कलक्ट्रेट सभागार में कहा कि विपक्ष इस समय मोदी फोबिया से ग्रसित है। इसीलिए सबने आई.एन.डी.आई.ए. के रूप में नए यू.पी.ए.को बना लिया। मैं तो यू.पी.ए. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ही बोलूंगा।

विपक्षी गठबंधन में जितने भी भ्रष्टाचारी दलों का समूह है सब शामिल हैं। कर कुछ नहीं पाएंगे। 2024 में नरेन्द्र मोदी तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतत्व में सभी 80 सीटें उनकी झोली में डालने का काम जनता कर देगी। कांग्रेस मुक्त भारत का सपना इसी चुनाव में दिख जाएगा तो समाजवादी पार्टी समाप्तवादी पार्टी बनेंगी।

👉🏽डिप्टी सी.एम. बोले- कुछ दिन रूक जाइए 👇
विभिन्न आयोजनों में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल पृथ्वीराज चौहान का क्षेत्र है, यूं ही इसे मिनी वृंदावन नहीं कहा जाता है। ऐतिहासिक नगरी का गौरव भाजपा ही दिलाएगी। मंडल में भाजपा कमजोर...के सवाल पर बोले कुछ दिन रूक जाइए आप ही बोलेंगे मंडल में भाजपा मजबूत हो गई है। अयोध्या पर बोले भव्य राम मंदिर निर्माण दिख रहा है जो जन सहयोग है।

👉🏽बोले- 2027 में खत्म हो जाएगी पार्टी👇
सपा से जुड़े सवाल पर बोले कि 2017 में वह सिमट गए, 2022 में इज्जत बचानी मुश्किल थी और अब 2027 में तो सपा पूरी तरह से खत्म होने वाली पार्टी, समाप्तवादी पार्टी बन जाएगी। राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि आप ही बताइए वह प्रधानमंत्री बने तो क्या भारत का गौरव विश्व पटल पर दिखेगा, क्या किसान सम्मान निधि देंगे, क्या उज्जवला योजना लाएंगे, नहीं कर पाएंगे। उन्होंने देश को गरीब बनाया।
१७ अगस्त २०२३बस्ती फोरम समाचार सेवा २१:११ बजे

भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ साल के कार्यकाल में लाखों को गरीबी रेखा से ऊपर ला दिया। गठबंधन बनाकर केंद्र सरकार को लक्ष्य बनाया जा रहा है। सभी भ्रष्टाचारी दल मोदी फोबिया से ग्रसित हैं। बोले- दो कार्यकाल में तो कई के यहां छापे पड़ रहे हैं तीसरे कार्यकाल में पूरा हिसाब लिया जाएगा। कश्मीर से जुड़े सवाल पर बोले कि देखिएगा वहां भी भाजपा की सरकार बननी तय है। वर्षों बाद स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा लहराते हुए पूरे देश ने देखा।

👉🏽उज्जवला योजना में मुफ्त सिलिंडर 👇
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत संभल में ही एक लाख से ज्यादा परिवारों को रसोई गैस सिलिंडर दिए गए। अब प्रदेश की भाजपा सरकार ने होली व दिवाली पर उज्जवला कनेक्शन धारकों को एक-एक मुफ्त भरा सिलिंडर देने का निर्णय ले लिया है। इससे त्याेहार पर गृहणियों को सहूलियत होगी जनता के लिए भी त्योहारों की खुशी मिलेगी।

✍️✍️ ✍️हिंदी पत्रकारिता पर विशेषालेख ✍️✍️✍️📢 हिन्दी पत्रकारिता समय के साथ समाज की दिग्दर्शिका और नियामिका है➡️ हिमांशु व...
30/05/2023

✍️✍️ ✍️हिंदी पत्रकारिता पर विशेषालेख ✍️✍️✍️

📢 हिन्दी पत्रकारिता समय के साथ समाज की दिग्दर्शिका और नियामिका है➡️ हिमांशु वैश्य ✍️

👉🏽पत्रकार में मनोवैज्ञानिक, वकील, कुशल लेखक, वक्ता और गुप्तचरी गुणों का समावेश होना चाहिए ✍️

📢ज्ञान और विचारों को समीक्षात्मक टिप्पणियों के साथ शब्द, ध्वनि तथा चित्रों के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाना ही पत्रकारिता है। यह वह विद्या है जिसमें सभी प्रकार के पत्रकारों के कार्यो, कर्तव्यों और लक्ष्यों का विवेचन होता है। पत्रकारिता समय के साथ समाज की दिग्दर्शिका और नियामिका भी है।
पत्रकारों में मनोवैज्ञानिक, वकील, कुशल लेखक, वक्ता और गुप्तचर के गुणों का समावेश होना चाहिए। तभी वह एक घटना में समाचार का बोध कर उसे जनता के समक्ष ला पाता है। इसके अतिरिक्त उसे दूरदर्शी भी होना चाहिए, तभी वह यह समझ पाएगा कि किस खबर का लोगों, समाज और देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

बताते चलें हिन्दी पत्रकारिता की शुरुआत बंगाल से हुई और इसका श्रेय राजा राममोहन राय को दिया जाता है। राजा राममोहन राय ने ही सबसे पहले प्रेस को सामाजिक उद्देश्य से जोड़ा। भारतीयों के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक हितों का समर्थन किया।

✍️हिंदी पत्रकारिता दिवस हर साल ३० मई को मनाया जाता है। दरअसल इसे मनाने की वजह यह है कि इसी दिन साल १८२६ में हिंदी भाषा का पहला अखबार 'उदन्त मार्तण्ड' प्रकाशित होना शुरू हुआ था। इसका प्रकाशन तत्कालीन कलकत्ता शहर से किया जाता था
पं.जुगल किशोर ने इसकी शुरुआत किया था।

👉🏽पत्रकारिता का स्वरूप और विशेषताएँ👇
मेरा मानना है सामाजिक सरोकारों तथा सार्वजनिक हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुँचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाआें को समाज के अन्तिम व्यक्ति तक ले जाने के दायित्व का निर्वाह ही सार्थक पत्रकारिता है।

इनमें संसदीय पत्रकारिता, न्यायालय पत्रकारिता, आर्थिक पत्रकारिता, खेल पत्रकारिता, विज्ञान और विकास पत्रकारिता, अपराध पत्रकारिता तथा कला एवं चित्रशाला की पत्रकारिता शामिल हैं। इन क्षेत्रों के समाचार और उनकी व्याख्या उन विषयों में विशेषता हासिल किए बिना देना कठिन होता है। और कहीं भी कोई गड़बड़ी हो तो उसका पर्दाफ़ाश करना है।

तथ्यों का सम्मान और जनता के सत्य के अधिकार के लिए पत्रकार का पहला कर्तव्य है। इस कर्तव्य के पालन में, पत्रकार हर समय समाचारों के ईमानदार संग्रह और प्रकाशन में स्वतंत्रता के सिद्धांतों और निष्पक्ष टिप्पणी और आलोचना के अधिकारी भी हैं।

पत्रकारिता समाचार और सूचना एकत्र करने, मूल्यांकन करने, बनाने और प्रस्तुत करने की गतिविधि है। यह इन गतिविधियों का उत्पाद भी है। कुछ पहचान योग्य विशेषताओं और प्रथाओं द्वारा पत्रकारिता को अन्य गतिविधियों और उत्पादों से अलग किया जा सकता हैं जबकि भारत मे पत्रकारिका का उदय बहुत सामान्य रूप मे हुआ। नारद मुनि को पत्रकारों का पूर्वज माना जाता है। महर्षि नारद अपने समय मे विश्व के सभी स्थानों का भ्रमण करके सामाचार संचय और प्रचार-प्रसार का कार्य करते थे, जिससे संबंधित व्यक्ति तद्नुसार अपना कार्य-सम्पादक कर सके। नारद के कार्य मे जनहित की भावना ही रहती थी। वास्तविक पत्रकारिता मे उस बात को अभिव्यक्त मिलनी चाहिए, जिसे जनता सोचती है। इसी कारण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जनता का मूल अधिकार माना गया है। प्रेस वास्तव मे ही जन-विचारधार का प्रतिनिधित्व करता है। समाचार-पत्र का एक उद्देश्य जनता की इच्छाओं-विचारों को समझना और उन्हें व्यक्त करना है, दूसरा उद्देश्य जनता में वांछनीय भावनाओं को जाग्रत करना और तीसरा उद्देश्य सार्वजनिक दोषों को निर्भयतापूर्वक प्रकट करना है।

वास्तव में समाचार-पत्र वर्तमान इतिहास का मुख्य प्रवक्ता होता है और इतिहास हर उस कार्य से बनता है जो जनता के हित मे है, जिसकी ओर जनता का ध्यान आकर्षित होता है एवं जिससे जनता की रूचि परिष्कृत होती है। कथन है कि पत्रकारिता के क्षेत्र मे कार्य करने वाले लोग शिकायतखोर, टीकाकार, सलाहकार, बादशाहों के प्रतिनिधि और राष्ट्र के शिक्षक होते है। चार विरोधी अखबार हजार संगीनों से अधिक खतरनाक माने गये है। पत्रकारिता के पुरोधाओं ने कहा है कि खींचो न कमानों को न तलवार निकालों, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालों।
👉🏽पत्रकारिता का अर्थ 👇
हिन्दी मे भी पत्रकारिता का अर्थ लगभग यही है। 'पत्र' से 'पत्रकार' और फिर 'पत्रकारिता' से इसे समझा जा सकता है। 'पत्रकार' का अर्थ समाचार-पत्र का संपादक या लेखक और 'पत्रकारिता' का अर्थ पत्रकार का काम या पेशा, समाचार के संपादन, समाचार इकट्ठे करने आदि का विवेचन करने वाली विद्या। लगभग सभी समाचार माध्यमों से संदेश या सूचना का प्रसार एक तरफा होता है। पत्रकारिता एक ऐसा कलात्मक सेवा कार्य है जिसमें सम -सामयिक घटनाओं को शब्द एवं चित्र के माध्यम से जन-जन तक आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया हो और जो व्यक्ति से लेकर समूह तक और देश से लेकर विश्व तक के विचार, अर्थ, राजनीति और यहाँ तक कि संस्कृति को भी प्रभावित करने में सक्षम हो। इसलिए समाचार शीघ्रता में लिखा गया इतिहास होता है। समय के साथ पत्रकारिता का मूल्य बदलता गया है। आज इंटरनेट और सूचना अधिकार ने पत्रकारिता को बहु आयामी और अनंत बना दिया है।

एक-एक दिवस का कार्य अथवा उसकी विवरणिका प्रस्तुति पत्रकारिता दैनिक जीवन की घटनाओं तथा उनके आधार पर प्रकाशित पत्रों की संवाहिका होती है। इसमें घटनाओं, तथ्यों, व्यवस्थापरकता के साथ-साथ राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक तथा कलात्मक संदर्भों की प्रस्तुति होती है।"
न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका तथा प्रेस में मैं चौथा खंभा हूं तो पत्रकार होने के नाते मेरा अधिकार तथा कर्तव्य है कि इन तीनों खंभों का मैं आत्म मंथन करूं।

समाचार-पत्र समाज के सामने समस्या के कई विकल्प प्रस्तुत करते है। इससे समाज को निर्णयानुसार अपना रास्ता चुनने में आसानी होती है। समाचार-पत्रों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे विश्व का दर्पण मनुष्य के हाथों में सौंप देता है। संप्रेषण के माध्यमों के विकास ने पत्रकारिता को इतना व्यापक बना दिया है कि आज हम घटनाओं को देखते हुए देख व सुन सकते है। दूरदर्शन अर्थात् 'टेलीविजन' हम हजारों सैकड़ो किलोमीटर की दूरी की चीजों को आमने-सामने देख सकते है। इसी के माध्यम से हम बच्चे, युवा, बूढ़े, पढ़े-अनपढ़, सभी को घर बैठे-बैठे ही तरह-तरह की शिक्षाप्रद जानकारी दे सकते है।
ज्ञान और विज्ञान दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कुछ सफल हो सकता है?
३० मई २०२३ बस्ती फोरम समाचार सेवा ०७:०९ बजे
👉🏽 समाज का आइना 👇
पत्रकारिता समाज का आइना है। समाज में कब, कहां, क्यों, कैसे, क्या हो रहा है? इन प्रश्नों का उत्तर पत्रकारिता है। "पत्रकारिता वह माध्यम है, जिसके द्वारा हम अपने मस्तिष्क में उस दुनिया के बारे में समस्त सूचनाएं संकलित करते है, जिसे हम स्वतः कभी नही जान सकते। पत्रकारिता सामाजिक जीवन की सत्-असत्, दृश्य-अदृश्य तथा शुभ-अशुभ छवियों का दर्पण है। समाज में फैली कुरीतियों, अंधविश्वासों रूढ़ियों आदि के प्रति भी पत्रकारिता संघर्ष छेड़ती है तथा समाज से इन बुराइयों को मिटाने का प्रयत्न करती है।

👉🏽 सूक्ष्म शक्ति 👇
पत्रकारिता के माध्यम से परिवेश का सर्वांगीण निरूपण होता है। आज हमारा जीवन पर्याप्त जटिल तथा संकुल हो गया है। प्रतिपल घटने वाली करूणाजनक, भयावह तथा कंपा देने वाली घटनाओं से मनुष्य आश्चर्यचकित हो जाता है। मानवीय संबंधों मे आज परिवर्तन हो रहा है। उन संबंधो का सूक्ष्म निरूपण तथा प्रस्तुतीकरण अनेक बार हमें उपकरणों एवं समाचार-पत्रों से मिलती है। पत्रकार समाज के सजग प्रहरी के रूप में समाज में घटित घटनाओं को गहराई से समझता है। बदलते हुये परिवेश और मानव संबंधों की जटिलता के कारणों, प्रतिक्रियाओं तथा परिणामों का विश्लेषण करता है। पत्रकारिता परिवेश के शरीर अर्थात् स्थूल घटनाचक्र के साथ-साथ मन अर्थात् सूक्ष्म संबंधों तक को उजागर करती है।

👉🏽 सर्जनात्मकता 👇
स्वस्थ पत्रकारिता का लक्षण नीर-क्षीरवत् विवेचन एवं निर्णय का काम होता है। जो पत्रकारिता गहराई तक अपनी पहुंच रखती है, उसे मात्र निषेधात्मक मानना औचित्यपूर्ण है, क्योंकि एक 'पत्रकार भविष्यदृष्टा भी होता है। वह समस्त राष्ट्र की जनता की लगभग सभी प्रवृत्तियों, अनुभूतियों और आत्मा का साक्षात्कार करता है। पत्रकार किसी को ब्रह्राज्ञानी नही बना सकता, परन्तु मनुष्य की भांति जीते रहने की प्रेरणा देता है। जहां उसे अन्याय, अज्ञान, उत्पीड़न, प्रवंचना, भ्रष्टाचार, कदाचार दिखाई देता है, वह उनका ताल ठोककर विरोध करता है तथा आशातीत आत्मविश्वास एवं दृढ़ता से प्राणी-प्राणी में शांति एवं सद् भाव की स्थापना करता है। सच्चा पत्रकार निर्माण क्रांति की लपटों से, समाज की बुराइयों को भस्म करने का आयोजन करता है।"

👉🏽 सामाजिक मूल्यों की विधायिका 👇
पत्रकारिता स्वस्थ्य सामाजिक मूल्यों की नियामिका है। देश व समाज मे व्याप्त असंतोष, भले ही वह देश, जाति, धर्म के रूप में क्यों न हो, पत्रकारिता उसका सही विश्लेषण करती है। उदाहरणार्थ, आपातकाल के दौरान देश मे परिवार नियोजन के प्रति लोगों में आक्रोश पैदा हुआ और उसकी जो भी प्रतिक्रिया हुई उसका विस्तार ब्यौरा प्रकाशित करके मनुष्य को उसके प्रति अच्छी तथा बुरी बातें बताकर उसने उसका मार्ग प्रशस्त किया। यह राष्ट्र में घटने वाली सभी महत्वपूर्ण घटनाओं के बारें में चिंतन की प्रक्रिया को जन्म देकर उसे सही दिशा में अग्रसर होने में सहायता करती है। वास्तविक पत्रकारिता तो एक मार्गदर्शिका, जीवन-निर्मात्री तथा सामाजिक मूल्यों की विधायिका है।

👉🏽 परिवेश से साक्षात्कार पत्रकारिता
परिवेश से रूबरू कराती है 👇
पत्रकारिता मनुष्य को उसके परिवेश से अंर्तंराष्ट्रीय घटनाचक्र से जोड़ देती है। पत्रकारिता मनुष्य को उसके चारों तरफ हो रहे घटनाचक्रों से परिचित कराती है। पत्रकारिता के माध्यम से न सिर्फ हम अपने परिवेश से परिचित होते है, बल्कि सूदूरवर्ती देशों से भी हमारा साक्षात्कार कुछ ही क्षणों मे हो जाता है। यही क्यों, कहीं कुछ घटित हुआ कि नही इसकी खबर हम न केवल पढ़ ही पाते है, अपितु कई उपकरणो द्वारा उस घटना का आंखो देखा चित्र भी देख लेते है।

👉🏽 विविधात्मकता 👇
पत्रकारिता का क्षेत्र न केवल विविधात्मक है वरन् व्यापक भी है। जीवन का कोई भी विषय या कोई भी पक्ष पत्रकारिता से अछूता नही। आज प्रत्येक विषय से संबंधित पत्र-पत्रिकाएं प्रकाशित होती है। प्रत्येक समूह का व्यक्ति अपने विषय के संबंध में नवीनतम जानकारी और ज्ञान के लिए पत्रकारिता को ही माध्यम बनाते है। पत्रकारिता का क्षेत्र अब व्यापक हो गया है। वह समाचारों या राजनीति की सीमा से परे है, बल्कि साहित्य, फिल्म, खेल-कूद, वाणिज्य, व्यवसाय, विज्ञान, धर्म, हास्य, व्यंग्य तथा ग्रामीण क्षेत्र में भी प्रवेश कर चुकी है।

👉🏽विकृति विनाशक 👇
पत्रकारिता समाज की विकृतियों का निर्ममता से पर्दाफाश करके उन्हें समूह नष्ट करने का प्रयास करती है। पत्रकार की नजर तीखी व तेज होती ही है, वरन् शिव जैसी तीसरी आंख भी होती है। यही कारण है कि पत्रकार परिवेश के शरीर में दौड़ते हुए रक्त या उसके रक्तचाप की परीक्षा करता है, उसकी धड़कनों का हिसाब रखता है। जब वह अधिक विकृत होने लगता है, तब पत्रकार कुशलतापूर्वक सामाजिक परिवेश की पारदर्शी जांच भी प्रस्तुत कर देता है।

👉🏽 संप्रेषण का सशक्त माध्यम 👇
पत्रकारिता संप्रेषण का एक सशक्त माध्यम है। रेडियों, टेलीविजन, फिल्म, समाचार-पत्र आदि ऐसे माध्यम है, जिनके द्वारा समाज मे किसी भी क्षेत्र में घटित घटनाएं हमें तुरंत ही मिल जाती है। पत्रकारिता जनता को सचेत करती है साथ ही उसे शिक्षित करती हुई उसे सुरुचिपूर्ण मनोरंजन भी प्रदान करती है। यही वह साधन है, जो हमें विश्व मे होने वाले, संपूर्ण नवीन आविष्कारों, घटनाओं और अनुसंधानों से परिचित कराकर प्रभावित करता है।

उत्तरप्रदेश 👉🏽 मण्डल 👉🏽 ऐ 👉🏽 जनपद 👉🏽 बस्ती 🆙बस्ती ➡️ जनपद के भारतीय रेलवे ने बस्ती जिला के तीनो रेलवे स्टेशनों- बस्ती, म...
30/05/2023

उत्तरप्रदेश 👉🏽 मण्डल 👉🏽 ऐ 👉🏽 जनपद 👉🏽 बस्ती

🆙बस्ती ➡️ जनपद के भारतीय रेलवे ने बस्ती जिला के तीनो रेलवे स्टेशनों- बस्ती, मुण्डेरवा एवं बभनान में कुछ रेल गाड़ियों को अगली सूचना तक रोकने का फैसला किया है. यह रेल गाड़ियां, अभी प्रयोगिक तौर पर रोकी जाएंगी.यदि आपेक्षित परिवहन टिकट विक्री परिणाम मिलेंगे तो अगली सूचना तक इनका ठहराव जारी रहेगा. यह जानकारी सी.पी.आर.ओ पंकज कुमार सिंह ने दी है.

रेलवे के अनुसार बभनान रेलवे स्टेशन पर 11123 बरौनी ग्वालियर मेल, 15653 गुवाहाटी जम्मूतवी एक्सप्रेस, 15654 जम्मूतवी गुवाहाटी एक्सप्रेस का ठहरा अगली सूचना तक जारी रहेगा।
३० मई२०२३ बस्ती फोरम समाचार सेवा०५:५९ बजे
वहीं बस्ती स्टेशन पर 22533 यशवंतपुर-गोरखपुर, 22534 गोरखपुर-यशवंतपुर का ठहराव आपेक्षित टिकट विक्री परिणाम तक अगली सूचना तक जारी रहेगा.
इसके अलावा मुंडेरवा रेलवे स्टेशन पर 15203 बरौनी-लखनऊ, लखनऊ बरौनी 15204 रोकी जाएी. यह सभी ठहराव प्रायोगिक हैं और अगली सूचना तक जारी रहेंगे।

29/05/2023

एक बार एक लड़का अपने स्कूल की फीस भरने केलिए, घर घर जा कर सामान बेचा करता था।
एक दिन उसका कोई सामान नहीं बिका और उसे भूख भी लग रही थी.
उसने तय किया कि,अब वह जिस भी दरवाजे पर जायेगा,
उससे खाना मांग लेगा...!!!

एक घर पर पहुंचा एक लड़की ने दरवाजा खोला,
जिसे देखकर वह घबरा गया,और उसने पानी मांग लिया!

लड़की ने भांप लिया था कि वह भूखा है, इसलिए वह एक बड़ा गिलास दूध का ले आई.

लड़के ने धीरे-धीरे दूध पी लिया...
कितने पैसे दूं ?
लड़के ने पूछा....
पैसे किस बात के ?
लड़की ने जवाव में कहा.
"मेरी माँ ने मुझे सिखाया है कि,जब भी किसी पर दया करो तो
उसके पैसे नहीं लेने चाहिए."

"तो फिर मैं आपको दिल से धन्यवाद देता हूँ."..!!
जैसे ही उस लड़के ने वह घर छोड़ा,उसे न केवल शारीरिक तौर पर शक्ति भी मिल चुकी थी,
बल्कि उसका भगवान् और
आदमी पर भरोसा और भी बढ़ गया था। और उसने अपनी पढ़ाई पूरी करी एक विदेश में एक बड़ा डॉक्टर बन गया।

सालों बाद वह लड़की गंभीर रूप से बीमार पड़ गयी.
लोकल डॉक्टर ने उसे शहर के बड़े अस्पताल में
इलाज के लिए भेज दिया...!!

विशेषज्ञ डॉक्टर होवार्ड केल्ली को मरीज देखने के लिए बुलाया गया.
जैसे ही उसने लड़की के कस्बे का नाम सुना,
उसकी आँखों में चमक आ गयी...

वह एकदम सीट से उठा और उस लड़की के कमरे में गया।उसने उस लड़की को देखा,एकदम पहचान लिया और तय कर लिया कि वह उसकी जान बचाने के लिए जमीन-आसमान एक कर देगा....!!

उसकी मेहनत और लगन रंग लायी और उस लड़की कि जान बच गयी.

डॉक्टर ने अस्पताल के ऑफिस में जा कर उस लड़की के इलाज का बिल बनाया...!!

उस बिल के कौने में एक नोट लिखा और उसे उस लड़की के पास भिजवा दिया...!!

लड़की बिल का
लिफाफा देखकर घबरा गयी...!!

उसे मालूम था कि,वह बीमारी से तो वह बच गयी है,
लेकिन बिल कि रकम जरूर उसकी जान ले लेगी...!!

फिर भी उसने धीरे से बिल खोला,
रकम को देखा और फिर अचानक उसकी नज़र बिल के
कौने में पैन से लिखे नोट पर गयी...!!

जहाँ लिखा था,एक गिलास दूध द्वारा इस बिल का भुगतान किया जा चुका है...!!

नीचे उस नेक डॉक्टर
होवार्ड केल्ली के हस्ताक्षर थे...!!

ख़ुशी और अचम्भे से उस लड़की के गालों पर आंसू टपक पड़े,उसने ऊपर की ओर दोनों हाथ उठा कर कहा--"हे भगवान..!
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद..
आपका प्यार इंसानों के दिलों और हाथों के द्वारा
न जाने कहाँ- कहाँ फैल चुका है."

अगर आप दूसरों पर अच्छाई करोगे तो,आपके साथ भी.. अच्छा ही होगा ..!!

अब आपको दो में से एक चुनाव करना है...!!
या तो आप इसे शेयर करके
इस सन्देश को हर जगह पहुंचाएँ..!! या...
अपने आप को समझा लें कि
इस कहानी ने आपका दिल नहीं छूआ..!!!
मेरा नाम कोमल भास्कर है। मो.न...9461516051
उम्र 23 साल
पढ़ाई MBBS FIRST YEAR
मैं चुरू राजस्थान मे रहती हुं।मेरे
लीवर में infection है जिसकी वजह से में सिर्फ 5
Month ही जिन्दा रहूंगी। Doctors
have
prescribed for liver
transplantation
operation जिसके लिए ३३ लाख रूपये
चाहियेें। मैं आपको नही जानती पर अगर ये पोस्ट
आप शेयर करेंगे तो मुझे प्रति शेयर 50 paise whatsap
की और से मिलेंगे।
और आप की हेल्प से में एक बार फिर से इस दुनिया में रह सकूंगी।
अगर आप सोचते है की ये सिर्फ जोक है,तो उपर दिए mobile
no. पर आप मेरे घरवालो से बात कर सकते है
अगर आपके शेयर करने के
पैसे नही लगते है तो प्लीज इस पोस्ट को
शेयर करना !
plz is msg Ko neglet mat
karna,
help me.GOD will help U
Thanks ........... _/\_

🙏Bhaiyo pls forward 🕉🙏👏✈️

नई दिल्ली 👉नई संसद उद्घाटन 👉 अपकौशली 📢दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से एडवाजरी जारी✍️📢देश की नई संसद का 28 मई को प्रधानमंत्...
26/05/2023

नई दिल्ली 👉नई संसद उद्घाटन 👉 अपकौशली

📢दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से एडवाजरी जारी✍️

📢देश की नई संसद का 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे। इस उद्घाटन समारोह में कई वीवीआईपी/वीआईपी और अन्य गणमान्य अतिथियों के शामिल होने की संभावना है। इसे लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से एडवाजरी जारी की गई है। पुलिस ने लोगों को जरूरत नहीं होने पर नई दिल्ली के इलाके में आने से बचने की सलाह दी है। वहीं, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में उत्तर भारत की सबसे बड़ी खाप पंचायत ने 28 मई को ही नए संसद भवन के सामने महापंचायत बुलाई है। इसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में है।

👉दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक एडवाइजरी-👇
नई दिल्ली जिले में केवल सार्वजनिक परिवहन, सिविल सेवा के उम्मीदवारों, दिल्ली के मूल निवासी, लेबल वाले वाहन और इमरजेंसी वाहनों को जाने की अनुमति होगी।
मदर टेरेसा सेरेसेंट रोड गोलचक्कर(आर/ए), तालकटोरा, बाबा खड़क सिंह मार्ग, आर/ए गोल डाक खाना, अशोक रोड, आर/ए पटेल चौक, अशोक रोड, आर/ए विंडसर प्लेस, जनपथ, आर/ए एमएलएनपी से घिरा क्षेत्र, अकबर रोड, आर/ए गोल मेथी, अकबर रोड, आर/ए जीकेपी, तीन मूर्ति मार्ग, आर/ए तीन मूर्ति और मदर टेरेसा सेरेसेंट रोड को विनियमित क्षेत्र माना जाएगा। इस क्षेत्र में सिर्फ सिविल सेवा के उम्मीदवारों, वास्तविक निवासियों, लेबल वाले वाहनों और इमरजेंसी वाहनों को भीतर आने-जाने की अनुमति होगी।
आम जनता और मोटर चालकों को सलाह दी गई है कि कि वे धैर्य रखें। यातायात नियमों और सड़क अनुशासन का पालन करें। सभी चौराहों पर तैनात यातायात कर्मियों के निर्देशों का पालन करें। साथ ही दिल्ली यातायात पुलिस के फेसबुक पेज, ट्विटर हैंडल, वेबसाइट और हेल्पलाइन के जरिए से अपडेट रहें।
सड़क पर निकलने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें और अपनी सुविधा के लिए सुबह 5:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक नई दिल्ली जिले में आने से बचें।
सिविल सेवा के उम्मीदवार, जिनके परीक्षा केंद्र नई दिल्ली जिले में स्थित हैं, से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा की योजना थोड़ी जल्दी बना लें और असुविधा से बचने के लिए पर्याप्त समय लेकर सेंटर पहुंचे।
संसद की तरफ जाने वाले रास्ते रहेंगे बंद

दिल्ली पुलिस के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक, नई संसद के सामने पहलवानों के पहुंचने की अनुमति नहीं दी गई है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, 28 मई को जंतर-मंतर के आस-पास के सभी रास्ते जो संसद की तरफ जाते हैं, बंद कर दिए जाएंगे। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बल के जवानों को भी तैनात किया जाएगा। महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती पहले से ज्यादा होगी।

👉वैकल्पिक जगह पर खाप पंचायत आयोजित 👇
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वैकल्पिक जगह पर खाप पंचायत आयोजित करने की बात चल रही है। किसी अन्य स्थान पर इसकी अनुमति दी जा सकती है, लेकिन नई संसद में खाप पंचायत की अनुमति नहीं दी जाएगी। दिल्ली पुलिस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली में 28 मई को 20 से अधिक पुलिस कंपनियां तैनात की जाएंगी। इसमें से 10 से अधिक महिला कंपनियां शामिल होंगी।

👉2 मेट्रो स्टेशनों को बंद करने का निर्देश 👇
सूत्रों ने बताया कि संसद के पास के मेट्रो स्टेशन 28 मई को बंद रहेंगे। दिल्ली मेट्रो को 2 मेट्रो स्टेशनों को बंद करने का निर्देश देते हुए एक पत्र भेजा गया है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसान इस मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं। करीब 3,000 लोगों के साथ लगभग 90 खाप दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं।
२६ मई२०२३ बस्ती फोरम समाचार सेवा २२:३९ बजे

👉दिल्ली की सभी सीमाओं पर बैरिकेडिंग 👇
सूत्रों ने बताया कि उच्च स्तरीय बैठक के बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की सभी सीमाओं-सिंघू बॉर्डर, दिलशाद गार्डन बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की जाएगी। पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों को भी बॉर्डर पर तैनात किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक उत्तर पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में 6 अतिरिक्त कंपनियों की मांग की गई है, जिनमें दो महिला कंपनियां भी शामिल हैं।

👉स्थानीय नेताओं के प्रवेश पर भी रोक 👇
उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी सभा की अनुमति नहीं दी जाएगी और लोगों को संगठित तरीके से यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्थानीय नेताओं के प्रवेश पर भी रोक रहेगी।

उत्तरप्रदेश 👉 मण्डल 👉 ऐ 👉 जनपद 👉 बस्ती 📢प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों ट्राली मिट्टी खेत खलिहान से खुदाई करके निक...
22/05/2023

उत्तरप्रदेश 👉 मण्डल 👉 ऐ 👉 जनपद 👉 बस्ती

📢प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों ट्राली मिट्टी खेत खलिहान से खुदाई करके निकाल कर किंचित स्थानों पर पटाई जारी ✍️

📢जनपद में मृदा खनन का कार्य जोरों पर है विश्वस्त सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों ट्राली मिट्टी खेत खलिहान से खुदाई से निकाल कर किंचित स्थानों पर पटाई का कार्य कराया जा रहा है अब तक सैकड़ों ट्राली मिट्टी खनन कर स्थानों पर गिराई जा चुकी है शाम ढलते ही ट्राला पर मिट्टी ढुलाई की जा रही है सूत्रों की मानें तो इस कार्य में पुलिस की सहभागिता रूपये के लेन देन करके की जा रही है पिपरपतिया, परसा लाल शाही,मदरहना एवं रूधौली थाना क्षेत्र में अवैध मृदा खनन कर उपजाऊ भूमि को क्षति पहुंचाई जा रही है मृदा खनन का अवैध व्यापार धड़ल्ले से किया जा रहा है बताते चलें कि खेतों से अथवा बंजर भूमि से मृदा खनन का कार्य शासनादेश के तहत प्रतिबंधित है लेकिन माफिया ऐसे कार्य को बे-रोक -टोक व्यापार को अंज़ाम तक पहुंचाने में दिनों रात एक किए हुए हैं शाम ढलते ही खण्ड विकास क्षेत्रों साऊंघाट परसा लाल शाही में अवैध ट्रैक्टर ट्राली मिटटी ढोने के लिए जमावड़ा देखा जा रहा है ट्रैक्टर चालक ने निरंकुश बिंदास बातचीत करते हुए बताया कि थाना रूधौली पर प्रतिदिन दो हजार की रकम देकर करते हैं।

जबकि उत्तर प्रदेश उपखनिज (परिहार) नियमावली, 1963 ( यथासंशोधित) के नियम - 3 के अन्तर्गत 02 मीटर की गहराई तक सामान्य मिट्टी को निकालने की क्रिया खनन संक्रियाओं के अन्तर्गत नहीं माना गया है । खनन / परिवहन हेतु अनुमति हेतु खण्ड विकास अधिकारी को आवेदन कर पंजीकरण करना अनिवार्य होता है जिसे हाशिये पर रख कर खनन का कार्य किया जा रहा है।
२२ मई२०२३ बस्ती फोरम समाचार सेवा १६:४६ बजे
निजी उपयोग के लिए मिट्टी खनन व परिवहन के लिए ऑनलाइन लाइसेंस अनुमति के लिए भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय के पोर्टल माईन मित्रा पर आवेदन आवश्यक है आवेदन करने के लिए आवेदक का नाम, पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी, साधारण मिट्टी की मात्रा, खतौनी व मानचित्र सहित, भूस्वामी की सहमति, खनन का प्रयोजन, आवेदित खनन क्षेत्र का पूर्ण विवरण जनपद, तहसील, ग्राम, गाटा संख्या कुल क्षेत्रफल, परिवहन किए जाने वाले वाहन का प्रकार व अन्य आवश्यक विवरण अभिलेख अपलोड करना अनिवार्य होगा।
एक आवेदन पर अधिकतम 100 घन मीटर लगभग 35 ट्रैक्टर-ट्रॉली मिट्टी को अधिकतम 15 दिन की अनुमति एवं हस्तचालन विधि से मिट्टी खनन करने की बाध्यता होगी। मिट्टी के खनन, परिवहन का पंजीकरण, अनुमति पोर्टल से आवेदनकर्ता स्वयं प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन नियम विरुद्ध कार्य किया जा रहा है। जिम्मेदार आंखें मूंदें हैं।

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