Aasha ki jeet

Aasha ki jeet हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती ?

09/04/2024

*चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा हिन्दू नववर्ष संवत्सर २०८१ एवं नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।*
*नूतन वर्ष में माता रानी आपके जीवन में आरोग्य,सुख समृद्धि और यश, वैभव प्रदान करें।*
🙏 *जय माता दी* 🙏
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शरद शर्मा, बिजनौर

बिजनौर एब्रेकिंग न्यूज: भीम आर्मी के मुखिया और आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर को केंद्र सरकार ने Y+ सिक्योरिटी स...
29/03/2024

बिजनौर एब्रेकिंग न्यूज: भीम आर्मी के मुखिया और आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर को केंद्र सरकार ने Y+ सिक्योरिटी सुरक्षा दी गई है। चंद्रशेखर के साथ सीआरपीएफ के कमांडो, PSO और सुरक्षा दस्ता 24 घंटे उनकी सुरक्षा में तैनात रहेगा। वो नगीना से अपनी पार्टी से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। ये पोस्टर चंद्रशेखर के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर जारी किया है

29/03/2024

देवर ने नहीं बैठने दिया स्टेज पे बिना नेग लिए

भीम आर्मी चीफ़ व नगीना लोकसभा से प्रत्याशी चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ़ रावण को केंद्र सरकार ने Y+ श्रेणी की सुरक्षा दी
29/03/2024

भीम आर्मी चीफ़ व नगीना लोकसभा से प्रत्याशी चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ़ रावण को केंद्र सरकार ने Y+ श्रेणी की सुरक्षा दी

27/03/2024

कौन है वो वायरल लड़की जिसे बॉलीवुड से आने लगे ऑफर, सड़क किनारे रहने वाली लड़की ने बड़े बड़े डांसर को पछाड़ा!

बिजनौर दूसरे समुदाय के लोगों के ऊपर जबरन रंग डालने वाले धामपुर प्रकरण में पुलिस ने की गिरफ्तारी।थाना धामपुर पुलिस ने मु0...
24/03/2024

बिजनौर दूसरे समुदाय के लोगों के ऊपर जबरन रंग डालने वाले धामपुर प्रकरण में पुलिस ने की गिरफ्तारी।
थाना धामपुर पुलिस ने मु0अ0सं0 132/2024 धारा 147/341/323/504/509/354 भादवि से सम्बन्धित एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया तथा 03 साथी बाल अपचारियों को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया।

19/02/2024

UP पुलिस भर्ती परीक्षा
का प्रचा हुआ लीक
परीक्षा बाद मे होती है प्रचे का शीघ्र पतन पहले हो जाता है wow

03/10/2023

भूकंप के झटके कहां कहां महसूस हुए है

03/09/2023
भारी बारिश के बीच ऋषिकेश में घरों के फ़र्श से निकल रहा है पानी, लोगों में दहशतउत्तराखंड में भारी बारिश के बीच ऋषिकेष के ...
22/08/2023

भारी बारिश के बीच ऋषिकेश में घरों के फ़र्श से निकल रहा है पानी, लोगों में दहशत

उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच ऋषिकेष के गंगानगर इलाके में कुछ घरों के फ़र्श से पानी बाहर रिसने लगा. इसने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं.

समाचार एजेंसी 'पीटीआई' को इस इलाके के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया, "ये इलाका गंगा नदी के तट के नजदीक बसा हुआ है और ड्रेनेज सिस्टम की उचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से यहां बरसात के मौसम में पानी जमा होने की दिक्कतें होती हैं. लेकिन इस बार लगातार बारिश ने इसे और भी बदतर बना दिया और अब लोगों के फ़र्श से पानी निकल रहा है."
वहीं एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने अनूप मित्तल ने बताया कि भूमिगत जल का स्तर अचानक बढ़ने से ये समस्या आई है.

उन्होंने कहा कि ये गंगानगर इलाके में सिवर सिस्टम के ठीक ढंग से नहीं काम करने की वजह से हुआ है.

ऋषिकेश नगर निगम आयुक्त राहुल कुमार गोयल ने बताया कि इलाके में तत्काल पंप की मदद से पानी निकाला जा रहा है.

राज्य शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी इलाके का दौरा किया है.

ब्रेकिंग न्यूज़ बिजनौरअफजलगढ क्षेत्र गांव जटपुरा के गन्ना के खेत से मिले सीवेट (बिज्जू प्रजाति के पांच शावक)ग्रामीण गुलद...
07/08/2023

ब्रेकिंग न्यूज़ बिजनौर
अफजलगढ क्षेत्र गांव जटपुरा के गन्ना के खेत से मिले सीवेट (बिज्जू प्रजाति के पांच शावक)ग्रामीण गुलदार के बच्चे समझकर हुए भयभीत

गुलदार के आतंक से परेशान किसानों के साथ अब भगवान जी भी अदृश्य रूप में साथ आये.. अज्ञात वहान की टक्कर से गुलदार की मौके प...
01/08/2023

गुलदार के आतंक से परेशान किसानों के साथ अब भगवान जी भी अदृश्य रूप में साथ आये.. अज्ञात वहान की टक्कर से गुलदार की मौके पर मौत यह अज्ञात वाहन चालक सम्मानित योग्य है

ये हैं "सनातन धर्म" के रक्षक 'जगतगुरु स्वामी  रामभद्राचार्य महाराज' जी!"एक बालक जिसने 3 साल की उम्र में अपनी पहली कविता ...
30/07/2023

ये हैं "सनातन धर्म" के रक्षक 'जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज' जी!

"एक बालक जिसने 3 साल की उम्र में अपनी पहली कविता लिख दी। एक बालक जिसने 5 साल की उम्र में पूरी श्रीमदभगवत गीता के 700 श्लोक विद चैप्टर और श्लोक नंबर के साथ याद कर लिए।"

एक बालक जिसने 7 साल की उम्र में सिर्फ 60 दिन के अंदर श्रीरामचरितमानस की 10 हजार 900 चौपाइयां और छंद याद कर लिए। वही बालक गिरिधर आज पूरी दुनिया में जगदगुरु श्री रामभद्राचार्य जी के नाम से जाने जाते हैं।

मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी 1950 को चित्रकूट में उनका जन्म हुआ था। 2 महीने की उम्र में ही वो नेत्रहीन हो गए लेकिन वो 22 भाषाओं में बोल सकते हैं इसके अलावा 100 से ज्यादा पुस्तकें और 50 से ज्यादा रिसर्च पेपर बोलकर लिखवा चुके हैं।
एक नेत्रहीन बालक इतना बड़ा विद्वान बन गया कि जब #रामजन्मभूमि केस में मुस्लिम पक्ष ने ये सवाल खड़ा किया कि अगर बाबर ने राममंदिर तोड़ा तो तुलसी दास ने जिक्र क्यों नहीं किया ?

ये सवाल इतना भारी था कि हिंदू पक्ष के लिए संकट खड़ा हो गया... लेकिन तब संकट मोचन बने #श्रीरामभद्राचार्य जिन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट (हाईकोर्ट का नाम अब भी वही है) में गवाही दी और तुलसी दास के दोहाशतक में लिखा वो दोहा जज साहब को सुनाया जिसमें बाबर के सेनापति मीर बाकी द्वारा राम मंदिर को तोड़ने का जिक्र है।

रामजन्म मंदिर महिं मंदिरहि तोरि मसीत बनाय ।
जबहि बहु हिंदुन हते, तुलसी कीन्ही हाय ।।
दल्यो मीर बाकी अवध, मंदिर राम समाज ।
तुलसी रोवत हृदय अति, त्राहि त्राहि रघुराज ।।

चारो ओर जय जय कार हो गई, रामभद्राचार्य जी महाराज की उनके प्रोफाइल पर गौर कीजिए, आध्यात्मिक नेता, शिक्षक, संस्कृत के विद्वान, कवि, विद्वान, दार्शनिक, गीतकार, गायक, साहित्यकार और कथाकार। 24 जून 1988 को काशी विद्वत परिषद ने उनको जगदगुरु रामभद्राचार्य की उपाधि दी। उनका बचपन का नाम था गिरिधर।

#प्रयागराज में कुंभ मेले में 3 फरवरी 1989 में सभी संत समाज द्वारा स्वामी गिरिधर को श्री रामभद्राचार्य की उपाधि दे दी गई।

श्री रामभद्राचार्य तुलसी पीठ के संस्थापक हैं और जगदगुरु रामभद्राचार्य हैंडिकैप्ड यूनिवर्सिटी के आजीवन कुलपति भी हैं विश्व हिंदू परिषद के रूप में भी वो हिंदुओं को प्रेरणा दे रहे हैं।

हृदय तब गद-गद हो गया जब जगद्गुरु स्वामी #रामभद्राचार्य महाराज जी ने चैनल पर एंकर से कहा- ‘मैं जन्म से दृष्टिहीन हूँ, फिर भी सभी वेद कंठाग्र हैं मुझे। डेढ़ लाख से अधिक पन्ने कंठस्थ हैं"

अब और कौन सा चमत्कार देखना चाहती हो बेटी... ??

सनातन धर्म ही सर्वश्रेठ है!
प्रणाम है ऐसे महान संत को...🙏

#जयश्रीराम

साभार🧡🙏
सत्य सनातन धर्म
(महाराज श्री का चित्र 1983 में लिया हुआ है।🙏)

Today's Best photo ❤❤❤
30/07/2023

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झूला (१)------------मई जून की लंबी छुट्टियों के बाद जुलाई वो महीना होता है जब बस्ते दुबारा कंधो पर टंँगते हैं। सावन की र...
29/07/2023

झूला (१)
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मई जून की लंबी छुट्टियों के बाद जुलाई वो महीना होता है जब बस्ते दुबारा कंधो पर टंँगते हैं। सावन की रिमझिम फुआंँरों के बीच नई कॉपियांँ और अपने बड़े भाई बहनों से ली हुई पुरानी किताबो के साथ नई कक्षा के नाम पर उसी पुराने बरामदे में लेकिन नए टाट पर बैठा मन बस घंटी की आवाज सुनता रहता कि कितनी जल्दी आखिरी बेला लगे और फुर्र से उड़कर घर पहुंँचा जाए।

वैसे तो बरस भर स्कूल से जल्दी घर पहुंँचने के अन्य कारण होते ही थे लेकिन इस महीने में तो बस एक ही आकर्षण चुंबक बन बार बार अपनी ओर खींचता और वो था दुआरे की नीम पर सबसे ऊंँची डाल पर पड़ा झूला।

बचपन में सावन लगते ही झूला पड़ जाता तो ऐसा लगता कि जैसे अब इसके आगे सारे खेल खिलौने फीके हैं। जो आनंद इसकी पेंग बढ़ाने में था वो भला अन्य खेलों में कहांँ ? अब चाहे किसी के पास बैट हो या कैरम...लेकिन मित्रमंडली की दोपहर और शामें तो झूलने के लिए लालायित हो उसी भाग्यशाली के दुआरे कटतीं जहांँ सावनी बयार को भी अपने झोंके से ललचा रहा झूला हवा से बतिया रहा होता।

झूले पर बैठकर उन दिनों कितना आनन्द उमड़ता था।
स्कूल जाने के लिए बस्ता टांँगकर जैसे ही घर से बाहर निकलते तो आँखें जैसे ही झूले पर पड़तीं पैर अपने आप उसकी ओर बढ़ जाते। फिर तो दो घड़ी खुलकर झूल लेने के बाद ही स्कूल का रास्ता नापते।

घर से स्कूल नजदीक था, तो दोपहर में भोजन के लिए अवकाश होते ही फिर दौड़कर घर पहुंँचते और लपककर झूले पर विराज जाते। बाहर की हलचल सुन मांँ समझ जातीं कि अब पेट की भूख भी मन के मोह से पिछड़ जायेगी,, सो वो कटोरी में दाल चावल बाहर ही दे जातीं। फिर तो अपने राम झूले पर बिराज कर ही भोजन जीमते और अनमने मन से दुबारा स्कूल की राह पकड़ते।

असली उधम तो तब मचती जब छुट्टी के बाद मोहल्ले भर के लड़को में इस बात की होड़ रहती कि कौन पहले घर पहुंँचेगा। अब घर में तो मोहन भोग धरा नहीं था जिसके लिए मन ललचाता,, तो इस प्रतिस्पर्धा का कारण भी उस झूले की सवारी ही थी जिसके लिए हम गिरते पड़ते बस्ता टांगे दौड़े आते।

शाम को इस सवारी पर सवार होने को तो दल का दल जमा हो जाता। गांँव में गली गली झूले पड़ते लेकिन कोई भी झूला ऐसा न होता जिस पर बैठकर चार आंँखें चमक और चार अपनी बारी आने के इंतजार में ललचा न रही हों।

झूला एक और झूलने वाले दस, तो यह तय किया जाता कि सब बारी बारी से तय की गई संख्या भर झोंके झूलेंगे। यही नियम पेंग बढ़ाने के लिए भी रहता। क्रम से हम सब अपने पुष्पक पर विराजते और हवा में गोते लगाते।

खाने पीने की धुन बिसरा मन इस नए कौतूहल से ऐसा बंधा रहता कि अन्य काम भी बिसार दिए जाते। जब झूला उतार देने की धमकी सुनाई पड़ती तब कहीं जाकर हाथ झूले की रस्सी छोड़ कलम पकड़ते। ये तन तो उतर आता लेकिन मन उसी हवा में लहराते झूले पर झूलता रह जाता।

पूरे एक महीने का मेहमान हमारा यह नया कौतुक भादौं लगते ही हमसे विदा हो जाता और फिर इंतजार रहता कि दुबारा सावन आए... बादल उमड़े और हम अपने झूले को विमान समझ उसपर बैठ हवा से बातें करें।

Bharatiya Janata Party (BJP) के यशस्वी मा० राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री J.P.Nadda जी के द्वारा आप सभी को संगठन के विभिन...
29/07/2023

Bharatiya Janata Party (BJP) के यशस्वी मा० राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री J.P.Nadda जी के द्वारा आप सभी को संगठन के विभिन्न दायित्वों पर नियुक्त किये जाने पर हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल कार्यकाल की अनंत शुभकामनाएं !

 #हौसला तस्वीर में आप एक टमाटर के पौधे को देख रहे होंगे, शायद किसी यात्री ने टमाटर के बीज को ट्रेन से फेंक दिया होगा। ये...
29/07/2023

#हौसला
तस्वीर में आप एक टमाटर के पौधे को देख रहे होंगे, शायद किसी यात्री ने टमाटर के बीज को ट्रेन से फेंक दिया होगा। ये पौधा मिट्टी की छाती फाड़कर नही बल्कि पत्थरों को चीरकर बाहर आया है।
जब ये ओर भी नन्हा सा होगा, तब शताब्दी ओर राजधानी जैसे तूफान से भी तेज दौड़ती ट्रेनों के बिल्कुल पास से गुजरते हुए भी इसने सिर्फ बढ़ना सीखा ओर बढ़ते बढ़ते आखिर कार इसने एक टमाटर को जन्म दे ही दिया।

इस पौधे के न हाथ है, न पांव, न ही दिमाग है, ओर तो ओर इसको जीवित रहने के लिए कम से कम मिट्टी और पानी तो मिलना चाहिए ही था, जो इसका हक भी था।
लेकिन इस पौधे ने बिना जल, बिना मिट्टी के, बिना की सुविधा के अपने आपको बड़ा किया और फला फूला, ओर जो इस पौधे के जीवन का उद्देश्य एक ओर फल को देना था, वो उद्देश्य इसने पूरा किया।
हम इंसानों के पास तो हाथ है, पांव है, दिमाग है, उसके बाद भी यदि हम जीवन मे अपने आपको कमजोर मानकर, जीवन को सही प्रकार से, जो हमारे जीवन का उद्देश्य है, इस प्रकार से नही जीते है तो इस जीवन मे आने का कोई औचित्य बचता ही नही है।

जिन लोगो को लगता है कि जीवन मे हम तो असफल हो गए हम तो जीवन मे कुछ कर ही नही सकते, हम तो बस अब बरबाद हो ही चुके है, तो उन्हें इस टमाटर के पौधे से कुछ सीख लेनी चाहिए। असली जीवन का नाम ही लगातार संघर्षों की कहानी है

दिल्ली वाले बडे खुश नसीब हैंबिजली पानी एक साथ उपलब्ध हो रहा है
15/07/2023

दिल्ली वाले बडे खुश नसीब हैं
बिजली पानी एक साथ उपलब्ध हो रहा है

25/06/2023

बारीश🌨️ कहा कहा हो रही है मित्रों 🙏

इनके पास कोई शिकायत नही है ईश्वर से , न कोई बहाना है, की पति अंधा है, पत्नी दोनों पैर से दिव्यांग है...फिर भी शान से जी ...
11/06/2023

इनके पास कोई शिकायत नही है ईश्वर से , न कोई बहाना है, की पति अंधा है, पत्नी दोनों पैर से दिव्यांग है...

फिर भी शान से जी रहे है, दोनों एक दूसरे का सहारा बने है, कोई तलाक नही, यहाँ तो करोड़ो रूपये होकर भी लोग तलाक ले रहे है....

ये तस्वीर दो प्रेरणा दे रही है, एक जीने के लिए बहाना नही समाधन खोजो, और दूसरा आभाव में भी जीवनसाथी का साथ कभी नही छोड़ो...💐💐🙏 प्रेरणादायक 💐💐

क्या सच्चाई है 🤔🙏
03/06/2023

क्या सच्चाई है 🤔🙏

19/05/2023

मसूरी- भारत का सबसे सस्ता हिल स्टेशन ... Mussoorie Amazing Facts

15/04/2023

इधर रमजान में मोदी ने दिया मुसलमानों को बहुत बड़ा तोहफा उधर मौलानाओं में दौड़ी खुशी की लहर

06/04/2023

Delhi Metro मैं पहनावे को लेकर सनसनी मचाने वाली Girl आई सामने......

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