10/09/2024
हिंदी कहानियां पोस्ट 1st
*आप यकीन नहीं करेंगे, कल रात क्या हुआ।*
मैं बस यूं ही अपने फोन पर स्क्रॉल कर रहा था, जब अचानक... लाइट्स झपकने लगीं।
*मुझे लगा कि ये बस बिजली का कोई मसला होगा,* लेकिन फिर बाहर से एक तेज़ धमाका हुआ। मेरा दिल जोर से धड़कने लगा, और मैं धीरे-धीरे खिड़की की तरफ बढ़ा।
*जैसे ही मैंने बाहर झांका, कुछ अजीब देखा।* वहां एक साया था, जो इंसान जैसा तो नहीं लग रहा था। मेरा दिल और तेज़ धड़कने लगा, और मैं पीछे हट गया, सोच में पड़ गया कि मैंने आखिर देखा क्या था।
*फिर अचानक मेरा फोन वाइब्रेट हुआ।* मैंने स्क्रीन की तरफ देखा, एक अनजान नंबर से मैसेज आया था। उसमें लिखा था, “बाहर मत देखो। वहीं रुके रहो।”
*मैं सन्न रह गया।* ये कौन हो सकता है? उसे कैसे पता चला कि मैं अभी-अभी बाहर झांक कर देख रहा था?
*इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाता,* एक और तेज़ आवाज़ आई, इस बार नजदीक से। यह किसी के भारी कदमों की आवाज़ थी, जैसे कोई या कुछ मेरे दरवाजे की ओर आ रहा हो।
*मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं।* क्या मुझे छुप जाना चाहिए? क्या मैं मदद के लिए किसी को फोन करूं? लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ कर पाता, दरवाजे पर दस्तक हुई।
*मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा।* मैं डर के मारे जड़ हो गया था। फिर से दस्तक हुई, इस बार और ज़्यादा तेज़। लेकिन उसके साथ कुछ और भी था—एक धीमी सी आवाज़, जैसे कोई बोल रहा हो, पर इंसान जैसी नहीं थी।
*मेरी सारी समझदारी को ताक पर रखते हुए, मैं दरवाजे के पास गया।* मैंने अपना कान दरवाजे से सटाया, ये सुनने की कोशिश कर रहा था कि बाहर कौन हो सकता है।
*अचानक सब कुछ खामोश हो गया।* न कोई दस्तक, न कोई आवाज़। बस पूरी तरह से डरावना सन्नाटा।
*मैंने धीरे-धीरे ताले को घुमाया,* मेरे हाथ कांप रहे थे, और मैंने दरवाजा थोड़ा सा खोला। जो मैंने बाहर देखा, उसने मुझे पूरी तरह से हिला कर रख दिया।
लेकिन तभी सबकुछ बदल गया।
*आगे क्या हुआ... ये कहानी फिर कभी।*
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Jai hind🇮🇳