Journalist Yadav P Prince

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1968 की बॉलीवुड कॉमेडी मूवी 'पड़ोसन' का गाना 'मेरे सामने वाली खिड़की में...' खूब पॉप्युलर हुआ था। आज भी यह गाना खूब सुना...
25/03/2024

1968 की बॉलीवुड कॉमेडी मूवी 'पड़ोसन' का गाना 'मेरे सामने वाली खिड़की में...' खूब पॉप्युलर हुआ था। आज भी यह गाना खूब सुना और देखा जाता है। लोग कई बार इस गाने की लाइन को पड़ोसियों पर टिप्पणी के लिए भी यूज करते हैं, लेकिन रियल लाइफ में इस तरह का मामला तनाव में बदल गया है। घटना दक्षिण बेंगलुरु के गिरिनगर के अवलहल्ली की है, जहां एक महिला ने अपने पड़ोसी कपल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि उसके पड़ोसी दंपती खिड़की खोलकर सेक्स करते हैं। मामला मारपीट तक पहुंचा और अब पुलिस इसमें हस्तक्षेप कर रही है।

महिला का आरोप है कि नवविवाहित पड़ोसी कपल अपने बेडरूम की खिड़की खुली रखते हैं। वह यौन संबंध बनाने के दौरान भी खिड़की बंद नहीं रखते हैं। महिला ने पुलिस से कहा कि पड़ोसी कपल के खिलाफ कार्रवाई करें।
शिकायत जैसे ही सार्वजनिक हुई, दोनों पक्ष गिरिनगर पुलिस स्टेशन पहुंचे और कहा कि वे मामले को शांत करना चाहते हैं। पुलिस ने उन्हें बताया कि दोनों शिकायतों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, इसलिए शिकायतकर्ताओं को अब अदालत का दरवाजा खटखटाना होगा |

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शूटिंग के लिए सऊदी अरब से लाए गए 20 ऊंट और 250 भेड़ें, बनने में लगे 16 साल, 40 करोड़ के बजट में बनी है सच्ची कहानी पर फि...
25/03/2024

शूटिंग के लिए सऊदी अरब से लाए गए 20 ऊंट और 250 भेड़ें, बनने में लगे 16 साल, 40 करोड़ के बजट में बनी है सच्ची कहानी पर फिल्म 👇
सच्ची कहानी पर आधारित है साउथ की फिल्म आडुजीवितम. इस फिल्म को बनने में 16 साल लगे और 40 करोड़ रुपये का बजट है. लेकिन जानते हैं इस फिल्म की शूटिंग को किस तरह अंजाम दिया गया. 👇
👉सच्ची कहानी पर आधारित मलयालम सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन की सर्वाइवल एडवेंचर फिल्म 'द गोट लाइफ: आडुजीवितम' 28 मार्च को दुनिया भर के सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है. ब्लेसी ने मलयालम साहित्य की दुनिया में सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा बिकने वाले उपन्यास 'आडुजीवितम' की कहानी को परदे पर उतारा है. आडुजीवितम में पृथ्वीराज सुकुमारन, अमला पॉल जैसे सितार नजर आएंगे. म्यूजिक एआर रहमान का है. फिल्म को पांच भाषाओं हिंदी, मलयालम, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में रिलीज किया जाएगा. बताया जा रहा है कि फिल्म की शूटिंग के लिए 20 ऊंट और 250 भेड़ों का इंतजाम सऊदी अरब से किया गया था.फिल्म की शूटिंग को अल्जीरिया और जॉर्डन में अंजाम दिया गया था.
'आडुजीवितम' के नजीब पृथ्वीराज ने कहा, 'यह फिल्म लगभग 16 वर्षों की यात्रा है. निर्देशक ब्लेसी 2008 में मेरे पास आए और कहा, 'आपको नजीब की भूमिका निभानी चाहिए.' यह तथ्य कि उन्होंने एक फिल्म पर 16 साल बिताए, उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. 2009 में इस फिल्म को करने का निर्णय लेने के बाद इसकी शूटिंग शुरू होने में दस साल लग गए क्योंकि तब मलयालम सिनेमा में ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं. कहानी तीन या चार साल से रेगिस्तान में फंसे एक आदमी के जीवन के बारे में है. फिल्म की शुरुआत में मेरा वजन बहुत बढ़ गया. केरल में शूटिंग पूरी करने के बाद, उन्होंने सात या आठ महीने के लिए शूटिंग बंद कर दी. प्लेसी ने मुझे वजन कम करने का समय दिया. फिर हम 2020 में जॉर्डन गए और शूटिंग शुरू की. लेकिन शूटिंग के कुछ ही दिन बाद पूरी टीम वहीं फंस गई और कोरोना के कारण तीन महीने तक शूटिंग नहीं कर पाई. उसके बाद हमें नहीं पता कि शूटिंग दोबारा शुरू होगी या नहीं. दो साल बाद हमें परमिशन मिली और हम सभी एक साथ मिलकर शूटिंग के लिए अल्जीरिया, सहारा रेगिस्तान गए. फिर हम जॉर्डन गए. फिर हम केरल आए. 2022 से फिल्म के पोस्ट-प्रोडक्शन काम में डेढ़ साल लग गए. 2008 में जब मैंने इस फिल्म के लिए ओके कहा था तब मेरी शादी नहीं हुई थी और उस समय मेरे पास निर्माता या वितरक के रूप में कोई चेहरा नहीं था. अब सिनेमा खासकर मलयालम सिनेमा के लिए स्थिति अच्छी है.'
निर्देशक ब्लेसी ने कहा, 'मैंने पिछले 20, 25 साल में रहमान सर जैसा आदमी नहीं देखा। क्योंकि जब मैंने यह कहानी शुरू की, तो मेरे पास कोई नहीं था. बड़ी प्रोडक्शन कंपनी या कुछ भी. पृथ्वीराज अब मेरे छोटे भाई जैसे हैं. जैसा कि उन्होंने कहा, इन 16 साल में उन्होंने शादी, बच्चा, प्रोड्यूसर जैसी कई चीजें देखी हैं. लेकिन वह अब भी उतने ही जुड़े हुए हैं जितने तब थे जब फिल्म शुरू हुई थी. हमारे दक्षिण भारत में कई लोग सऊदी और कुवैत जैसी कई जगहों पर गए हैं और कष्ट सहे हैं. उपलब्धियों और समझ ने पैसा कमाया है. ये फिल्म ऐसे तमाम लोगों से जुड़ी होगी. कहानी यह है कि हम अपने जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाई और तनाव का सामना करें, अगर हमारे अंदर थोड़ा विश्वास है, तो हम निश्चित रूप से अपने जीवन में सफलता देख सकते हैं.'

20/02/2024

मोदी-योगी की ऐसी धुलाई नहीं देखी होगी, गुस्से में लाल हो गए UP वाले

Passenger photographs strange figures in the sky.
12/11/2023

Passenger photographs strange figures in the sky.

अरे भाई मैने बाबर आजम को हल्के में ले लिया ए तो किंग कोहली से भी अच्छा हैं 😂🤣अब और कोई पंगा न लेना भाई 😂🤣😂
12/11/2023

अरे भाई मैने बाबर आजम को हल्के में ले लिया ए तो
किंग कोहली से भी अच्छा हैं 😂🤣
अब और कोई पंगा न लेना भाई 😂🤣😂

12/11/2023

असत्य पर सत्य, अत्याचार पर सदाचार, अंधकार पर प्रकाश की विजय के महापर्व दीपावली की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!

प्रभु श्री राम व माता जानकी की कृपा से यह पावन पर्व आप सभी के जीवन को सुख, समृद्धि, सौभाग्य एवं आरोग्यता के धवल प्रकाश से दीप्त करे।

New Zealand have one foot in the   semi-finals 🚌🇮🇳🇿🇦🇦🇺🇳🇿They leave Pakistan & Afghanistan with an impossible task 🧐
11/11/2023

New Zealand have one foot in the semi-finals 🚌🇮🇳🇿🇦🇦🇺🇳🇿

They leave Pakistan & Afghanistan with an impossible task 🧐

"पूरी दुनियाँ गलत सारा के पीछे है." शुभमन गिल के साथ रिश्ते पर सारा अली खान ने तोड़ी चुप्पी, दिया ऐसा बड़ा बयानShubman G...
09/11/2023

"पूरी दुनियाँ गलत सारा के पीछे है." शुभमन गिल के साथ रिश्ते पर सारा अली खान ने तोड़ी चुप्पी, दिया ऐसा बड़ा बयान

Shubman GIll : वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) में टीम इंडिया (Team India) शानदार प्रदर्शन कर रही है,लगभग सभी खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे है। स्तर बल्लेबाज शुभमन गिल इस टूर्नामेंट में 2 अर्धशतकीय पारी खेल चुके है,जिसमे से एक 92 रनों की पारी भी शामिल है।

इसी बीच शुभमन गिल और सर के रिश्ते की भी खूब चर्चा की जा रही है,इसी बीच सर ने शुभमन गिल के साथ अपने रिश्ते की लेकर अपनी चूपपी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है। आगे हम इस खबर पर विस्तार से चर्चा करने वाले है।

सारा ने Shubman GIll के साथ रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी

टीम इंडिया (Team India) के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) और बॉलीवुड अभिनेत्री सारा अली खान (Sara Ali Khan) के डेटिंग को लेकर बातें की जा रही थी। सारा अली खान और शुभमन गिल को एक बार एक साथ दिनार करते हुए देखा गया था,उसके बाद से दोनों के डेटिंग की खबरे चलने लगी। हालांकि शुभमन गिल और सर अली खान दोनों में से किसी ने भी इस बात पर कोई बयान नहीं दिया था। अब कारण जौहर के मशहूर शो काफी विद करण के 8 वें सीजन में एक एपिसोड के दौरान सारा अली खान शुभमन गिल से रिश्ते के सवाल पर जवाब देते हुए कहती है की,"आपने गलत सारा समझ लिया है. पूरी की पूरी दुनिया गलत सारा के पीछे पड़ी है"

शुभमन गिल ने दिया था ऐसा उत्तर

शुभमन गिल ने दिया था ऐसा उत्तर

टीम इंडिया (Team India) के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) और सारा अली खान (Sara Ali Khan) के डेटिंग का प्रश्न सारा से पहले भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल से भी पूछा जा चुका है। शुभमन से एक पंजाबी टॉक शो के दौरान होस्ट ने उनसे पुचः था की,क्या वह सर को डेट कर रहे है? तब शुभमन गिल ने जवाब देते हुए 'शायद" कहा था।

दोनों के बयानों से यह समझ नहीं आ रहा है की आखिर किस सारा की बात की जा रही है,क्योंकि शुभमन गिल का नाम क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर के साथ भी जोड़ा जाता है। अभी तक शुभमन गिल और सारा तेंदुलकर के तरफ से भी इस बात की कोई प्रातक्रिया देखने को नहीं मिली है। फैंस अक्सर शुभमन गिल को सारा का नाम लेकर चिढ़ाते है।

कुल्हड़ पिज़्ज़ा के बाद अब यूट्यूबर प्रीत रंधावा का M'M'S हुआ लीक! जानिए कौन हैं प्रीत रंधावा, पूरी खबर:-  https://latest.q...
09/11/2023

कुल्हड़ पिज़्ज़ा के बाद अब यूट्यूबर प्रीत रंधावा का M'M'S हुआ लीक! जानिए कौन हैं प्रीत रंधावा, पूरी खबर:- https://latest.quizke.com/909-2/

L'eak'ed वीडियो वायरल होने बाद इन्फ्लुएंसर गुनगुन गुप्ता ने किया सु'सा'इड? जानिए सच्चाई?, पढ़ें पूरी खबर:- https://tinyur...
09/11/2023

L'eak'ed वीडियो वायरल होने बाद इन्फ्लुएंसर गुनगुन गुप्ता ने किया सु'सा'इड? जानिए सच्चाई?, पढ़ें पूरी खबर:- https://tinyurl.com/yc6rzw25

202 रन की अटूट साझेदारी में पैट कमिंस के बल्ले से सिर्फ 1 चौका आया। 292 चेज करते हुए ऑस्ट्रेलिया 18.3 ओवर में 91 पर 7 वि...
09/11/2023

202 रन की अटूट साझेदारी में पैट कमिंस के बल्ले से सिर्फ 1 चौका आया। 292 चेज करते हुए ऑस्ट्रेलिया 18.3 ओवर में 91 पर 7 विकेट खो चुका था। यहां से जीत के लिए 189 गेंद पर 201 रन की दरकार थी। सपने में भी जीत संभव नजर नहीं आ रही थी। कंगारू कप्तान पैट कमिंस 68 गेंद पर 12 रन बनाकर नाबाद रहे। ग्लेन मैक्सवेल ने 128 गेंद पर 157.03 की स्ट्राइक रेट के साथ 21 चौकों और 10 छक्कों की बदौलत 201* रन जड़ दिए। ऑस्ट्रेलिया ने 19 गेंद बाकी रहते 3 विकेट से मैच जीत लिया। पैट कमिंस दौड़ते हुए गए और ग्लेन मैक्सवेल को गले से लगा लिया। दरअसल मैक्सवेल पीठ के दर्द से परेशान थे। उनका एक पैर भी काम नहीं कर रहा था। ग्लेन मैक्सवेल ने सिर्फ एक पैर पर खड़े होकर वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पारी खेल दी। यह पारी सदियों तक याद की जाएगी। सबसे बड़े योद्धा के तौर पर ग्लेन मैक्सवेल के नाम की मिसाल दी जाएगी। द मैन, द मिथ, द लीजेंड। 💪

ग्लेन मैक्सवेल ने कहा, मेरे दोनों पैर में क्रैम्प हो गया था। मैं ठीक से खड़ा नहीं हो पा रहा था। इस बीच जब आराम पाने के ल...
09/11/2023

ग्लेन मैक्सवेल ने कहा, मेरे दोनों पैर में क्रैम्प हो गया था। मैं ठीक से खड़ा नहीं हो पा रहा था। इस बीच जब आराम पाने के लिए जमीन पर लेट गया, तब मेरी पीठ अकड़ गई। मेरी टीम के फिजियो ने मुझसे कहा कि वापस चले जाओ। इस हाल में नहीं खेल पाओगे। पर मुझे ऑस्ट्रेलिया के लिए मैच फिनिश करना था। इसके बगैर मैं वापस नहीं जाने वाला था।

ग्लेन मैक्सवेल ने बगैर फीट मूवमेंट के लगातार बड़े शॉट खेले। उन्होंने 92 पर 7 विकेट खोकर 292 चेज कर रही टीम को मंजिल तक पहुंचा दिया। 128 गेंद पर 21 चौकों और 10 छक्कों की मदद से 201* की ग्लेन मैक्सवेल की ऐतिहासिक पारी हमेशा याद रहेगी। कोई भी क्रिकेट प्रेमी मरते दम तक इसे भूल नहीं पाएगा। Lekhanbaji के साथ दर्द से तड़प कर भी टीम को मंजिल तक पहुंचाने वाले ग्लेन मैक्सवेल को सलाम करें। ❤️

जिस वक्त शाकिब अल हसन ने एंजलो मैथ्यूज को टाइम आउट किया था, मैथ्यूज की आंखों में आंसू आ गए थे। मैथ्यूज ने कई बार शाकिब स...
07/11/2023

जिस वक्त शाकिब अल हसन ने एंजलो मैथ्यूज को टाइम आउट किया था, मैथ्यूज की आंखों में आंसू आ गए थे। मैथ्यूज ने कई बार शाकिब से अपील वापस लेने के लिए गुजारिश की, लेकिन शाकिब ने ना में हाथ हिला दिया। गेंदबाजी के दौरान शाकिब को पवेलियन भेज कर एंजलो मैथ्यूज ने हिसाब बराबर कर लिया। किसी ने सही कहा है, जिंदगी अगर दूसरा मौका देती है तो उसका भरपूर फायदा उठाना चाहिए। एंजलो मैथ्यूज इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में टाइम आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे। बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन की जिद की वजह से एंजलो मैथ्यूज बगैर क्रीज पर पहुंचे ही आउट होकर पवेलियन लौट गए। अरुण जेटली स्टेडियम, नई दिल्ली में बांग्लादेश बनाम श्रीलंका मैच खेला जा रहा था। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। शाकिब अल हसन के 25वें ओवर की दूसरी गेंद पर समरविक्रमा मिडविकेट को कैच दे बैठे। क्रिकेट का नियम कहता है कि नए बल्लेबाज को 2 मिनट के भीतर क्रीज पर पहुंच जाना चाहिए। एंजलो मैथ्यूज को एहसास हुआ कि हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया है।

ऐसे में मैथ्यूज ने बगैर पूरी तरह क्रीज पर पहुंचे ही पवेलियन की तरफ हेलमेट का रिप्लेसमेंट भेजने का इशारा किया। इसी वक्त मौका देखकर शाकिब अल हसन ने टाइम आउट की अपील कर दी। अंपायर मराइस इरासमस ने क्रिकेट के नियम के तहत एंजलो मैथ्यूज को आउट करार दे दिया। अब तक शाकिब क्रीज पर आ चुके थे। एंजलो मैथ्यूज ने अंपायर और शाकिब दोनों से गुहार लगाई। शाकिब अल हसन ने अपनी अपील वापस लेने से साफ इनकार कर दिया। एंजलो मैथ्यूज गुस्से से लाल-पीले होकर वापस पवेलियन लौट गए। बांग्लादेश के सामने 280 का टारगेट था। एंजलो मैथ्यूज के 32वें ओवर की पहली ऑफ कटर पर शाकिब के बल्ले का लीडिंग एज एक्स्ट्रा कवर फील्डर के हाथ चला गया। शाकिब ने 65 गेंद पर 12 चौकों और 2 छक्कों के साथ 82 रन बनाए। जैसे ही शाकिब आउट हुए, एंजलो मैथ्यूज ने घड़ी देखी। मानो कहना चाह रहे हों कि तुम्हारा वक्त खत्म हुआ। 280 के टारगेट को बांग्लादेश ने 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया। मेंशन कर बताए एंजलो मैथ्यूज ने शाकिब का विकेट चटकाने के बाद जो इशारा किया, वह सही था या गलत? ❤️

15 साल के सचिन की नाक से बाउंसर लगने के बाद खून बह रहा था, फिर भी उन्होंने इमरान खान का डटकर सामना किया। भारतीय टीम 1989...
06/11/2023

15 साल के सचिन की नाक से बाउंसर लगने के बाद खून बह रहा था, फिर भी उन्होंने इमरान खान का डटकर सामना किया। भारतीय टीम 1989-90 में पाकिस्तान के दौरे पर गई थी। वहां टीम इंडिया को 4 टेस्ट मैच और 4 वनडे मैच की सीरीज खेलनी थी। इसी दौरे पर सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए डेब्यू किया था। जब भारतीय टीम टेस्ट मैच खेलने सियालकोट पहुंची, तब विकेट पर एक से डेढ़ इंच घास छोड़ी गई थी। पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान ने साफ कह दिया था कि अगर पिच की घास कटी तो गर्दन काट दी जाएगी। हमें हिंदुस्तानियों को किसी भी हाल में हराना है। इमरान खान एक अच्छे खिलाड़ी तो जरूर थे, लेकिन बड़बोले भी थे। वह अक्सर भारत के खिलाफ बयानबाजी करते थे।

उस दौर में इमरान खान कहा करते थे कि कश्मीर का फैसला क्रिकेट के मैदान पर हो जाए। दरअसल उन्हें पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी पर काफी घमंड था। उन्हें लगता था कि किसी भी विकेट पर हम भारतीय बल्लेबाजी को तहस-नहस करने की क्षमता रखते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि सियालकोट टेस्ट से पहले सचिन का बल्ला नहीं चला था। पाकिस्तान में हर तरफ कहा जा रहा था कि भेड़िए के सामने बच्चे को छोड़ दिया गया है। सियालकोट टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 324 रन बनाए थे, जिसके जवाब में पाकिस्तानी टीम 250 रन ही बना सकी थी। सचिन ने भारत के लिए पहली पारी में 35 रन बनाए थे। भारत को पहली पारी के आधार पर 74 रनों की बढ़त मिली थी।

सियालकोट टेस्ट के पांचवें दिन भारतीय टीम ने सिर्फ 38 रन पर 4 विकेट खो दिए थे। एक छोर पर खड़े नवजोत सिंह सिद्धू को लग रहा था कि हम लोग यह मैच हार चुके हैं। जल्दी ही सचिन भी आउट हो जाएंगे और फिर भारत चौथी पारी में गेंदबाजी के लिए उतरेगा। नवजोत सिंह सिद्धू कहते हैं कि सचिन जब बल्लेबाजी करने आए, तब गेंदबाजी के लिए सामने वकार यूनिस थे। वकार अपने समय के सबसे बेरहम तेज गेंदबाज थे। वकार ने दूसरी ही गेंद पर सचिन को बाउंसर मारी और सचिन ने हुक कर दिया। गेंद इनसाइड एज लेकर सचिन की नाक पर जा लगी। नवजोत सिंह सिद्धू यह देखकर सिहर गए। सचिन की नाक से खून की धार गिरने लगी। डॉक्टर मैदान पर आए, नाक से खून पोछा गया। सचिन को मैदान से बाहर जाने की सलाह दी गई, लेकिन 15 साल के सचिन ने दिलेरी से कहा मैं खेलेगा। नवजोत सिंह सिद्धू कहते हैं कि यह सुनकर मुझे यकीन नहीं हुआ। सचिन के नाक में खून सनी रूई लटक रही थी और वह बल्लेबाजी के लिए तैयार थे। सिद्धू ने कहा, फिर मैंने सोचा जब 15 साल का बच्चा अपने देश के लिए लड़ने का हौसला रखता है तो फिर मैं ऐसा क्यों नहीं कर सकता हूं।

सियालकोट टेस्ट के आखिरी दिन सचिन ने वसीम अकरम, वकार युनिस और इमरान खान का सीना ठोककर सामना किया। सचिन ने टीम इंडिया के लिए दूसरी पारी में 134 गेंद में 57 रनों की बेहतरीन पारी खेली। जब दूसरी पारी में भारत का स्कोर 7 विकेट के नुकसान पर 234 रन था, तब अंपायर ने ड्रॉ के तौर पर मैच खत्म होने की घोषणा की। सिद्धू ने दूसरी इनिंग में 234 गेंद पर 97 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच चुने गए। इस पारी के बाद सचिन तेंदुलकर का नाम पूरे हिंदुस्तान में गर्व से लिया जाने लगा था। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि समझ आ गया था, यह बच्चा आगे चलकर सबका बाप बनेगा। रिवर्स स्विंग लेती गेंद से टेस्ट के पांचवें दिन की विकेट पर पाकिस्तानी इतिहास के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी आक्रमण का सामना करने के लिए कलेजा चाहिए था। सचिन ने वह कर दिखाया। Lekhanbaji को मेंशन कर नाक से खून गिरने के बावजूद पाकिस्तानी गेंदबाजों का घमंड तोड़ने के लिए सचिन की सराहना करें। जय हिंद। 🇮🇳

पूरी दुनिया जितने वाले सिकंदर को रोकने वाला वो   जाट योद्धा । उसके रास्ते में   खड़ा हो गया तो खड़ा हो गया । पोरस पुरु ज...
06/11/2023

पूरी दुनिया जितने वाले सिकंदर को रोकने वाला वो जाट योद्धा । उसके रास्ते में खड़ा हो गया तो खड़ा हो गया ।
पोरस पुरु जाट राज्वन्श -
राजा पोरस जाट , जिसका गोत्र पुरु-पौरव था। इसका राज्य जेहलम तथा चिनाब नदियों के बीच के क्षेत्र पर था। यह उस समय के पंजाब और सिन्ध नदी पार के सब राजाओं से अधिक शक्तिशाली था। सिकन्दर ने राजा पोरस को अपनी प्रभुता स्वीकार कराने हेतु संदेश भेजा जिसको पोरस ने बड़ी निडरता से अस्वीकार कर दिया और युद्ध के लिए तैयार हो गया। सिकन्दर की सेना ने रात्रि में जेहलम नदी पार कर ली। पोरस की जाट वीर सेना ने उसका सामना किया। दोनों सेनाओं के बीच भयंकर युद्ध हुआ। दोनों ओर से जाट सैनिक बड़ी वीरता से लड़े। सिकन्दर के साथ यूनानी सैनिक तथा सीथिया व सोग्डियाना देश के दहिया आदि कई हजार जाट सैनिक आये थे। strebo युनानी इतिहास्कार द्वारा लिखित जोह इस युध पर नज़र लागये था.

पोरस की जाट सेना ने सिकन्दर की सेना के दांत खट्टे कर दिये। इस युद्ध में पूरी विजय किसी की नहीं हुई। सिकन्दर ने यह सोचकर कि पोरस हमको आगे बढ़ने में बड़ी रुकावट बन गया है, उसे अपने कैम्प में बुलाकर सन्धि कर ली। इस सन्धि के अनुसार सिकन्दर ने पोरस से मित्रता कर ली और उसे अपने जीते हुए भिम्बर व राजौरी (कश्मीर में) दे दिये।

“लम्बा उज्जवल शरीर, योद्धा तथा शूरवीर, शत्रु पर तीव्र गति से भाला मारने वाले और युद्धक्षेत्र में भय पैदा करने वाले इस सम्राट् पुरु (पोरस) के 326 ई० पू० जेहलम के युद्ध में वीरता के अद्भुत कार्य, तांबे की प्लेटों पर नक्काशी करके तक्षशिला के मन्दिर की दीवारों पर लटकाए गए थे।” R.C. Majumdar Classical Accounts of India, P. 388; quoted SIH & C, P.69.)

porous को greece और भारतीय पार्चिण इतिहास्कार जाट मान्ते है, greece वालो का तोह utube पर औदिओ विदियो भी है great माल्ही जाट killed alexander the great,

पंजाब कि लोअल काहवतो मे भी porous जाट माना गया,

बबू मान का मशूर गाना मरन मूल नी डरते jhede मौत दे sikaari नेह, भारी फ़ोर्रस (force) लेकर आया sikander बडा जब पंजाब दे ander takraa गया जट porous जैसे गाने भी बने है,

porous से जाट गोट -पोरस, purwar, paraswal, phour, phalaswaal आदी आदी. आज भी हरयाणा पंजाब पश्चिमी यूपी में उनके वंशज रहते है।

जय जाट पुरख ।।

'न कजरे की धार' वाली एक्ट्रेस ने 'मोहरा' के बाद, क्यों नहीं की कभी सुनील शेट्टी से बात? अक्षय से क्यों हैं खफा?Poonam Jh...
06/11/2023

'न कजरे की धार' वाली एक्ट्रेस ने 'मोहरा' के बाद, क्यों नहीं की कभी सुनील शेट्टी से बात? अक्षय से क्यों हैं खफा?

Poonam Jhawer Untold Story: 1 जुलाई 1994 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'मोहरा' की एक्ट्रेस पूनम झवर तो आपको याद ही होंगी, जो फिल्म में सुनील शेट्टी की पत्नी की भूमिका में नजर आई थीं और इस फिल्म से उनका एक गाना 'न कजरे की धार' भी काफी हिट हुआ था. फिल्म रिलीज के साथ ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी, लेकिन पूनम का करियर इस फिल्म के बाद फ्लॉप साबित हुआ।

फिल्म 'मोहरा' एक मल्टी-स्टारर फिल्म थी, जिसमें अक्षय कुमार और सुनिल शेट्टी के साथ रवीना टंडन और पूनम झवर मुख्य भूमिकाओं में नजर आई थी. इस फिल्म ने रातोंरात अक्षय, सुनील और रवीना की किस्मत चमका दी थी, लेकिन पूनम का फिल्म करियर शुरू होते ही खत्म हो गया था।

1 जुलाई 1994 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'मोहरा' की एक्ट्रेस पूनम झवर ने अब 29 साल अपनी फिल्मी सफर के बारे में बॉलीवुड ठिकाना से हाल ही में बातचीत की थी, जहां उन्होंने बताया था कि उनका करियर सफल क्यों नहीं हो पाया. उन्होंने बताया कि फिल्म 'मोहरा' के बाद सुनील शेट्टी ने उन्हें लगातार इग्नोर किया. वह कहती हैं कि पता नहीं सुनील शेट्टी को क्या हो गया था कि वह फिल्म के बाद कभी उनके बातचीत ही नहीं की।

मोहरा के बाद से लेकर अब तक उन्होंने भी सुनील शेट्टी से कभी बात नहीं की, और न ही दोनों का कभी आमना सामना हुआ. वहीं, अक्षय को लेकर उन्होंने बताया कि वह स्वभाव से काफी अच्छे हैं. उनके साथ पूनम से अब तक दो फिल्मों में काम किया, जिसमें से एक फिल्म थी 'मोहरा' और दूसरी फिल्म थी 'ओएमजी', लेकिन जब 'ओएमजी 2' आई तो अक्षय ने पहले पार्ट के सारे को-स्टार को दूसरे पार्ट से हटा दिया।

दरअसल, इस इंटरव्यू में पूनम ने बताया कि फिल्म 'मोहरा' में पहले वह दिव्या भारती के साथ काम कर रही थीं और इसी दौरान उनके निधन के बाद, मेकर्स ने दिव्या की जगह रवीना टंडन को लिया और रवीना की एंट्री के साथ ही फिल्म में काफी सारे बदलाव किए गए, जिससे पूनम को काफी नुकसान हुआ. पूनम ने बताया कि रवीना के फिल्म में आते ही उनके कई सारे सीन कट कर दिए गए, जिससे उनका रोल फिल्म में बहुत छोटा हो गया, जबकि दिव्या भारती के दौरान फिल्म में उनके लंबे रोल थे. फिल्म से उनके सीन कट होने के बाद, जब उनके रोल छोटे हो गए, तो लोगों ने उन्हें कम नोटिस किया।

न्यूजीलैंड ने 2003 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।न्यूजीलैंड ने 2007 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।न्यूजी...
05/11/2023

न्यूजीलैंड ने 2003 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।
न्यूजीलैंड ने 2007 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।
न्यूजीलैंड ने 2011 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।
न्यूजीलैंड ने 2015 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।
न्यूजीलैंड ने 2019 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका को हराया।

2023 का वर्ल्ड कप शुरू हुआ। कायास लगाए जा रहे थे इस बार भी न्यूभीमलैंड आसानी से दक्षिण अफ्रीका को हरा देगी। सभी क्रिकेट पंडितो का कहना था अफ्रीकी टीम में कोटा सिस्टम हैं इस वजह से ये बार बार न्यूभीमलैंड से बुरी तरह मात खाती हैं या फिर सेमीफाइनल तक आते आते चोक कर जाती हैं।
लेकिन इस बार इतिहास बदलने वाला था क्योंकि इस बार अफ्रीकी टीम का सेनापति बन कर आया था यहां का मूलनिवासी बहुजन नायक ' तेंबा वावुमा ' ! इसकी अगुवाई में न्यू भीम लैंड की टीम को विश्व कप इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी करारी शिकस्त मिली। नीचे तस्वीर में डेढ़ सौ रुपए वाली चादर ओढ़े दिख रहा महामानव कोई और नहीं बहुजन नायक तेंबा ववुमा हैं। सादगी की मिसाल हैं यह सख्स जो जीत कर भी विनम्र बना हुआ है।

ये बच्ची सोशल मीडिया इन्फ्लुएंज़र बताई जा रही है, अब इसकी खुद की बनाई ब्लू फिल्म वायरल है, इसके असल दोषी वो माँ बाप है ज...
05/11/2023

ये बच्ची सोशल मीडिया इन्फ्लुएंज़र बताई जा रही है, अब इसकी खुद की बनाई ब्लू फिल्म वायरल है, इसके असल दोषी वो माँ बाप है जो खुद तो अपनी लाइफ में लूज़र हैं फेलियर हैं लेकिन अपने बच्चो को बेच कर धंदा करवाना चाहते हैं, ऐसे माँ बाप को सजा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए ?

यूपी से गजब खबर हैगोरखपुर के नजदीक ASI की खुदाई चल रही थी। वहां एक ममी पाई गई जो बिल्कुल मिस्री परम्परा के मुताबिक बनाई ...
05/11/2023

यूपी से गजब खबर है

गोरखपुर के नजदीक ASI की खुदाई चल रही थी। वहां एक ममी पाई गई जो बिल्कुल मिस्री परम्परा के मुताबिक बनाई हुई थी।
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भारत के इतिहास में ममी का मिलना अपने आपमे एक नई घटना थी, जिससे इतिहास के नए सफहो पर प्रकाश पड़ता।

"चार फुट" की उस ममी के साथ उसके दैनिक उपयोग के सामान थे। ममी को संग्रहालय में रखने की तैयारी हो रही थी।

इसके पहले तमाम परीक्षण हो रहे थे। तभी नोटिस किया गया कि ममी के आसपास सूक्ष्म आवृत्ति की ध्वनियां प्रसारित हो रही हैं

शुरू में इन ध्वनियों को किसी आसपास के इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट का कम्पन समझा गया। पर शीघ्र ही वैज्ञानिकों की एक टीम इस मामले में दिलचस्पी लेने लगी।
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ध्वनियों को रिकार्ड किया गया और सैम्पल को ASI के अधिकारियों और पुरातत्वविदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन के वैज्ञानिकों से साझा किया गया।

सभी देशों ने विलक्षण ममी के परीक्षण के लिए अपने शीर्ष वैज्ञानिक भारत भेजे।

ये ध्वनियाँ बहुत सूक्ष्म आवृत्ति की थीं, जिनकी आवृत्ति 30 हर्ट्ज से कम थी, जिन्हें केवल उच्च गुणवत्ता वाले ध्वनि उपकरणों द्वारा सुना जा सकता था, मानवीय श्रवण क्षमता द्वारा नहीं।
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वैज्ञानिकों ने हाइपरसोनिक साउंड एम्पलीफायर उपकरणों को ममी के बेहद करीब रखा है। करीब 30 देशों के वैज्ञानिक 5 महीने, 24 दिन और 22 घंटे तक रात-दिन देखे बिना, ममी से आने वाली आवाज़ों को रिकॉर्ड करते रहे।

ध्वनि सीक्वेंस को रिकॉर्ड कर डिकोड किया गया तो पता चला कि इन आवाज़ों में हज़ारों साल पुरानी भाषा में पूरी मानव जाति के लिए एक संदेश है।

जब इस आवाज का अनुवाद किया गया,तो ममी का संदेश सुनकर सुनकर दुनिया दंग रह गई।
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कोई भी न्यूज चैनल इस खबर को दिखाने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि इस खबर से कई लोगों का हार्ट फेल हो सकता है।

इंफ्रासोनिक आवृत्ति की ध्वनि में यह ममी किसी अज्ञात भाषा में रेंडमली ये पंक्तियां बार बार दोहरा रही है..

-आयेगा तो मोदी ही

नेपाल में भूकंप से भारी तबाही।क़रीब 128 लोगों की मौत अभी तक हो चुकी है।प्रार्थना कीजिए नेपाल के लिए।👏
04/11/2023

नेपाल में भूकंप से भारी तबाही।

क़रीब 128 लोगों की मौत अभी तक हो चुकी है।

प्रार्थना कीजिए नेपाल के लिए।👏

स्त्रियों के अर्धनग्न और छोटे कपडो़ में घूमने पर जो लोग या स्त्रियाँ ये कहते हैं कि कपड़े नहीं सोच बदलोउन लोगों से कुछ प्...
04/11/2023

स्त्रियों के अर्धनग्न और छोटे कपडो़ में घूमने पर जो लोग या स्त्रियाँ ये कहते हैं कि कपड़े नहीं सोच बदलो
उन लोगों से कुछ प्रश्न हैं !! आशा है आप जवाब देंगे 🙏

1)पहली बात - हम सोच क्यों बदलें?? सोच बदलने की नौबत आखिर आ ही क्यों रही है??? आपके अनुचित आचरण के कारण ??? और आपने लोगों की सोच का ठेका लिया है क्या??

2) दूसरी बात - आप उन लड़कियों की सोच का आकलन क्यों नहीं करते?? कि उन्होंने क्या सोचकर ऐसे कपड़े पहने कि उसके स्तन पीठ जांघे इत्यादि सब दिखाई दे रहा है....इन कपड़ों के पीछे उसकी सोच क्या थी?? एक निर्लज्ज लड़की चाहती है की पूरा पुरुष समाज उसे देखे, वहीँ दूसरी तरफ एक सभ्य लड़की बिलकुल पसंद नहीं करेगी की कोई उसे इस तरह से देखे।

3)अगर सोच बदलना ही है तो क्यों न हर बात को लेकर बदली जाए??? आपको कोई अपनी बीच वाली ऊँगली का इशारा करे तो आप उसे गलत मत मानिए......सोच बदलिये..वैसे भी ऊँगली में तो कोई बुराई नहीं होती....आपको कोई गाली बके तो उसे गाली मत मानिए...उसे प्रेम सूचक शब्द समझिये..... ???
हत्या ,डकैती, चोरी, बलात्कार, आतंकवाद इत्यादि सबको लेकर सोच बदली जाये...सिर्फ नग्नता को लेकर ही क्यों? क्या ये सारे कार्य अभिव्यक्ति की आज़ादी की श्रेणी में ही आते हैं????

4) कुछ लड़कियां कहती हैं कि हम क्या पहनेगे ये हम तय करेंगे....पुरुष नहीं.....
जी बहुत अच्छी बात है.....आप ही तय करें....लेकिन हम पुरुष भी किन लड़कियों का सम्मान/मदद करेंगे ये भी हम तय करेंगे, स्त्रियां नहीं.... और

"हम किसी का सम्मान नहीं करेंगे इसका अर्थ ये नहीं कि हम उसका अपमान करेंगे।"

5)फिर कुछ विवेकहीन लड़कियां कहती हैं कि हमें आज़ादी है अपनी ज़िन्दगी जीने की.....
जी बिल्कुल आज़ादी है, ऐसी आज़ादी सबको मिले, व्यक्ति को चरस गंजा ड्रग्स ब्राउन शुगर लेने की आज़ादी हो, गाय भैंस का मांस खाने की आज़ादी हो, वैश्यालय खोलने की आज़ादी हो, पोर्न फ़िल्म बनाने की आज़ादी हो... हर तरफ से व्यक्ति को आज़ादी हो।????

6) लड़कों को संस्कारो का पाठ पढ़ाने वाला कुंठित स्त्री समुदाय क्या इस बात का उत्तर देगा कि क्या भारतीय परम्परा में ये बात शोभा देती है की एक लड़की अपने भाई या पिता के आगे अपने निजी अंगो का प्रदर्शन बेशर्मी से करे ??? क्या ये लड़कियां पुरुषों को भाई/पिता की नज़र से देखती हैं ??? जब ये खुद पुरुषों को भाई/पिता की नज़र से नहीं देखती तो फिर खुद किस अधिकार से ये कहती हैं कि

"हमें माँ/बहन की नज़र से देखो"???

कौन सी माँ बहन अपने भाई बेटे के आगे नंगी होती हैं??? भारत में तो ऐसा कभी नहीं होता था....

सत्य यह है की अश्लीलता को किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं ठहराया जा सकता। ये कम उम्र के बच्चों को यौन अपराधों की तरफ ले जाने वाली एक नशे की दुकान है और इसका उत्पादन स्त्री समुदाय करता है।
मष्तिष्क विज्ञान के अनुसार 4 तरह के नशों में एक नशा अश्लीलता(से....) भी है।

आचार्य कौटिल्य ने चाणक्य सूत्र में वासना' को सबसे बड़ा नशा और बीमारी बताया है।।
यदि यह नग्नता आधुनिकता का प्रतीक है तो फिर पूरा नग्न होकर स्त्रियां पूर्ण आधुनिकता का परिचय क्यों नहीं देती????
गली गली और हर मोहल्ले में जिस तरह शराब की दुकान खोल देने पर बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है उसी तरह अश्लीलता समाज में यौन अपराधों को जन्म देती है।इसको किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता है.।।
विचार करिए और चर्चा करिए.... या फिर मौन धारण कर लीजिए ।।
🙏🙏🙏.

जो असली हैं वह सच्चाई समझते है  #सऊदी_अरब के एक मंत्री से जब पूछा गया कि  #इसराइल और  #हमास युद्ध में सऊदी अरब की क्या भ...
24/10/2023

जो असली हैं वह सच्चाई समझते है

#सऊदी_अरब के एक मंत्री से जब पूछा गया कि #इसराइल और #हमास युद्ध में सऊदी अरब की क्या भूमिका होगी ??

तब उन्होंने बहुत खुलकर बोला सऊदी अरब इस मामले में कुछ नहीं करेगा क्योंकि हमास ने जो दरिंदगी की है वह इस्लाम जायज नहीं ठहरा सकता

सऊदी अरब के मंत्री ने भारत का उदाहरण देकर कहा कि भारत बिना किसी हिंसक हमले के आजाद हुआ और खुद गाजा पट्टी जो इजरायल के कब्जे में 3 दशकों तक थी उसे बातचीत और शांति के द्वारा ही यासिर अराफात ने आजाद करवाया और महिलाओं को बंधक बनाना बुजुर्गों को बंधक बनाना महिलाओं के साथ बलात्कार करना उनके शवों का नग्न परेड निकालना महिलाओं के शवो के साथ बलात्कार करना यह सब देखकर एक मुसलमान होने के कारण मैं बेहद शर्मिंदा हूं और मैं किसी भी सूरत में हमास ने जो किया उसे जायज नहीं ठहरता

और आगे उन्होंने कहा कि पूरी इस्लामी जगत को यह सोचना चाहिए कि यह युद्ध इसराइल ने शुरू नहीं किया हमास की दरिंदगी ने युद्ध को शुरू किया

और यदि हमास को इसराइल से लड़ना था तो वह इजरायल के मिलिट्री ठिकानों पर हमला करता पार्टी मना रहे लड़कियों को मारना आम लोगों के घरों में घुसकर बलात्कार करना बच्चों का कत्ल करना यह युद्ध के नियम में नहीं आता इसीलिए सऊदी अरब इस मामले में एकदम तटस्थ रहेगा

इसके पहले सऊदी अरब के इंटेलिजेंस चीफ ने भी ठीक यही बात बोली थी

यूएई के शासक अल मकतूम ने भी ठीक यही बात बोली और कहा कि हमास की दरिंदगी ने एक मुसलमान होने के नाते मुझे शर्मिंदा कर दिया और अब इसराइल जो कुछ कर रहा है वह उसका हक है मैं इजरायल के हमले की निंदा इसलिए नहीं कर सकता क्योंकि हमास ने हमें इस लायक नहीं छोड़ा कि हम इजरायल के हमले की निंदा करें

बहरीन में भी यही बात बोली जॉर्डन के किंग ने भी यही बात बोली

लेकिन जो इन अरबियों की तलवार देखकर सलवार खोलकर कलमा पढ़े हैं उनकी बातें सुनिए.. पाकिस्तान और भारत के मुसलमान कह रहे हैं इसराइल आतंकवादी देश है ब्ला ब्ला ब्ला पाकिस्तान में तो लोगों ने अपनी सेना को ट्रोल करते हुए कहा कि तुम्हारे पास परमाणु बम है लड़ाकू विमान है क्यों नहीं इसराइल पर गिरा देते आप भारत के मुसलमान और मुस्लिम सांसदों का ट्विटर हैंडल देख लीजिए

इसीलिए हमेशा कहा जाता है नक्कालों से सावधान

और अंत में मेरा असली डायलॉग

जो असली महिला होती है वह कभी अपने कमर को झटका देकर लचका कर नहीं चलती वह कभी भौंडा मेकअप नहीं करती लेकिन हिजड़े को महिला दिखने का ढोंग करना पड़ता है वह असली महिला नहीं होते तो वह महिला दिखाने के लिए अपनी कमर को इतना ज्यादा झटका देकर लचका कर चलते हैं और इतना भौंडा मेकअप कर लेते हैं कि अपनी खुद की नैसर्गिक सौंदर्य को खत्म कर लेते हैं।

पैर नहीं चलते थे भाई के, पर बल्ला बाकमाल चलता था । मैं हमेशा से जानता था  कि ये जल्दी आउट हो जाएगा । लेकिन जो 30-40 रन ब...
24/10/2023

पैर नहीं चलते थे भाई के, पर बल्ला बाकमाल चलता था । मैं हमेशा से जानता था कि ये जल्दी आउट हो जाएगा । लेकिन जो 30-40 रन बनाएगा वो 200 की स्ट्राइक रेट से होंगे।
औऱ ख़ुदा ना खास्ता 10 ओवर खेल गया तो सामने वाली टीम की लंका लगनी तय है ।
वो शुरुआत हमेशा चौके से करता। सचिन जहाँ संभल कर खेल रहे होते । वहीं सहवाग ताबड़तोड़ चौके लगा कर आसमान में उड़ रहे उस दौर के दिग्गज गेंदबाजों को ज़मीन दिखा रहा होता । बैटिंग थी या आतिशबाज़ी थी !!
हम मन में प्रार्थना करते रहते थे, "सहवाग भाई रोक कर खेल, विकेट नहीं देना। ये खतरनाक बॉलर है , इस ओवर को झेल ले। अगले में धो लेना । pls आउट मत होना।"
लेकिन हमारी प्रार्थनाओं को नज़रंदाज़ करके कट पे कट लगाते हुए सहवाग उस खतरनाक बॉलर का भूत बना रहा होता था । तब सहवाग पर गुस्सा और प्यार एक साथ आता था ।
वो क्रिकेट का स्वर्णिम दौर था । भारतीय क्रिकेट में जो सबसे निडर और घातक बल्लेबाज हुआ है तो वो Virender Sehwag है ।
जन्मदिन की शुभकामनाएं मुल्तान के सुल्तान । ❤️

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आप सभी को विजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं🌻🌿🍁 ्री_राम‌‌🙏🙏दशहरा (विजयदशमी,आयुध-पूजा) विशेषअश्विन (क्वार) मास के शुक्ल...
24/10/2023

आप सभी को विजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं🌻🌿🍁
्री_राम‌‌🙏🙏

दशहरा (विजयदशमी,आयुध-पूजा) विशेष

अश्विन (क्वार) मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजय दशमी या दशहरे के नाम से मनाया जाता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है। दशहरा वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा।

इसी दिन लोग नया कार्य प्रारम्भ करते हैं, शस्त्र-पूजा की जाती है। प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन होता है। रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का पर्व है, शस्त्र पूजन की तिथि है। हर्ष और उल्लास तथा विजय का पर्व है। भारतीय संस्कृति वीरता की पूजक है, शौर्य की उपासक है। व्यक्ति और समाज के रक्त में वीरता प्रकट हो इसलिए दशहरे का उत्सव रखा गया है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है।

दशहरे का महत्त्व

भारत कृषि प्रधान देश है इसलिए जब किसान अपने खेत में सुनहरी फसल उगाकर अनाज रूपी संपत्ति घर लाता है तो उसके उल्लास और उमंग का पारावार नहीं रहता। इस प्रसन्नता के अवसर पर वह भगवान की कृपा को मानता है और उसे प्रकट करने के लिए वह उसका पूजन करता है। समस्त भारतवर्ष में यह पर्व विभिन्न प्रदेशों में विभिन्न प्रकार से मनाया जाता है। महाराष्ट्र में इस अवसर पर सिलंगण के नाम से सामाजिक महोत्सव के रूप में भी इसको मनाया जाता है। सायंकाल के समय पर सभी ग्रामीणजन सुंदर-सुंदर नव वस्त्रों से सुसज्जित होकर गाँव की सीमा पार कर शमी वृक्ष के पत्तों के रूप में 'स्वर्ण' लूटकर अपने ग्राम में वापस आते हैं। फिर उस स्वर्ण का परस्पर आदान-प्रदान किया जाता है।

विजय पर्व के रूप में दशहरा

दशहरे का उत्सव शक्ति और शक्ति का समन्वय बताने वाला उत्सव है। नवरात्रि के नौ दिन जगदम्बा की उपासना करके शक्तिशाली बना हुआ मनुष्य विजय प्राप्ति के लिए तत्पर रहता है। इस दृष्टि से दशहरे अर्थात विजय के लिए प्रस्थान का उत्सव का उत्सव आवश्यक भी है।

भारतीय संस्कृति सदा से ही वीरता व शौर्य की समर्थक रही है। प्रत्येक व्यक्ति और समाज के रुधिर में वीरता का प्रादुर्भाव हो कारण से ही दशहरे का उत्सव मनाया जाता है। यदि कभी युद्ध अनिवार्य ही हो तब शत्रु के आक्रमण की प्रतीक्षा ना कर उस पर हमला कर उसका पराभव करना ही कुशल राजनीति है। भगवान राम के समय से यह दिन विजय प्रस्थान का प्रतीक निश्चित है। भगवान राम ने रावण से युद्ध हेतु इसी दिन प्रस्थान किया था। मराठा रत्न शिवाजी ने भी औरंगजेब के विरुद्ध इसी दिन प्रस्थान करके हिन्दू धर्म का रक्षण किया था। भारतीय इतिहास में अनेक उदाहरण हैं जब हिन्दू राजा इस दिन विजय-प्रस्थान करते थे।

इस पर्व को भगवती के 'विजया' नाम पर भी 'विजयादशमी' कहते हैं। इस दिन भगवान रामचंद्र चौदह वर्ष का वनवास भोगकर तथा रावण का वध कर अयोध्या पहुँचे थे। इसलिए भी इस पर्व को 'विजयादशमी' कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि आश्विन शुक्ल दशमी को तारा उदय होने के समय 'विजय' नामक मुहूर्त होता है। यह काल सर्वकार्य सिद्धिदायक होता है। इसलिए भी इसे विजयादशमी कहते हैं।

ऐसा माना गया है कि शत्रु पर विजय पाने के लिए इसी समय प्रस्थान करना चाहिए। इस दिन श्रवण नक्षत्र का योग और भी अधिक शुभ माना गया है। युद्ध करने का प्रसंग न होने पर भी इस काल में राजाओं (महत्त्वपूर्ण पदों पर पदासीन लोग) को सीमा का उल्लंघन करना चाहिए। दुर्योधन ने पांडवों को जुए में पराजित करके बारह वर्ष के वनवास के साथ तेरहवें वर्ष में अज्ञातवास की शर्त दी थी। तेरहवें वर्ष यदि उनका पता लग जाता तो उन्हें पुनः बारह वर्ष का वनवास भोगना पड़ता। इसी अज्ञातवास में अर्जुन ने अपना धनुष एक शमी वृक्ष पर रखा था तथा स्वयं वृहन्नला वेश में राजा विराट के यहँ नौकरी कर ली थी। जब गोरक्षा के लिए विराट के पुत्र धृष्टद्युम्न ने अर्जुन को अपने साथ लिया, तब अर्जुन ने शमी वृक्ष पर से अपने हथियार उठाकर शत्रुओं पर विजय प्राप्त की थी। विजयादशमी के दिन भगवान रामचंद्रजी के लंका पर चढ़ाई करने के लिए प्रस्थान करते समय शमी वृक्ष ने भगवान की विजय का उद्घोष किया था। विजयकाल में शमी पूजन इसीलिए होता है।

दशहरे पर करने के कुछ विशेष उपाय
👉 दशहरे के द‌िन नीलकंठ पक्षी का दर्शन बहुत ही शुभ होता है।

माना जाता है क‌ि इस द‌िन यह पक्षी द‌िखे तो आने वाला साल खुशहाल होता है।

👉 दशहरा के द‌िन शमी के वृक्ष की पूजा करें। अगर संभव हो तो इस द‌िन अपने घर में शमी के पेड़ लगाएं और न‌ियम‌ित दीप द‌िखाएं। मान्यता है क‌ि दशहरा के द‌िन कुबेर ने राजा रघु को स्वर्ण मुद्राएं देने के ल‌िए शमी के पत्तों को सोने का बना द‌िया था। तभी से शमी को सोना देने वाला पेड़ माना जाता है।

👉 रावण दहन के बाद बची हुई लकड़‌ियां म‌िल जाए तो उसे घर में लाकर कहीं सुरक्ष‌ित रख दें। इससे नकारात्मक शक्‍त‌ियों का घर में प्रवेश नहीं होता है।

👉 दशहरे के द‌िन लाल रंग के नए कपड़े या रुमाल से मां दुर्गा के चरणों को पोंछ कर इन्‍हें त‌िजोरी या अलमारी में रख दें। इससे घर में बरकत बनी रहती है।

जय श्री राम भक्त हनुमान की🙏

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